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बिहार में पीएम मोदी ने ब्रिज का उदघाटन किया, 13 हजार करोड़ की योजनाओं की दी सौगात, घुसपैठियों को बाहर करेंगे कांग्रेस राजद पर साधा निशाना

PM inagurated Auntha-Simaria Bridge in Bihar
PM inagurated Auntha-Simaria Bridge in Bihar

बेगूसराय, गयाजी/ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को बिहार के बेगूसराय में गंगा नदी पर बने 6 लेन औटा – सिमरिया पुल का उद्घाटन किया इस मौके पर पीएम मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ ब्रिज पर घूमे और अपने गले का ग़मछा लहराकर लोगो का अभिवादन किया।पीएम करीब 37 मिनट तक पुल पर रुके इस दौरान पुल के नीचे घाटों पर सांस्कृतिक कार्यक्रम होते रहे पीएम को देखने घाटों पर काफी भीड़ नजर आई। इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह और डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी भी मौजूद थे।

इससे पहले प्रधानमंत्री ने गयाजी में 13 हजार करोड़ की योजनाओं का शुभारंभ किया और मगध यूनिवर्सिटी के कैंपस में दिए भाषण में देश के विकास के साथ अपनी उपलब्धियों पर प्रकाश डालते हुए आतंकवाद और घुसपैठ को खत्म करने की बात कही, साथ ही कांग्रेस और आरजेडी पर निशाना साधा।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आयोजित आमसभा में कहा कि बिहार के सीमावर्ती जिलों की डेमोग्राफी तेजी से बदल रही हैं एनडीए ने फैसला किया है कि जिन चीजों पर भारत और भारत के लोगों का अधिकार है इस पर घुसेठियों का कब्जा नहीं होने देंगे उस पर बाहरी लोगों को डाका नहीं डालने देंगे इसके लिए हमने डेमोग्राफी मिशन की बात की, हम इन घुसपैठियों को बाहर करके रहेंगे उसे बिहार के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने और उसका हक छीनने की इजाजत कभी नहीं दे सकते। उन्होंने कहा कांग्रेस और राजद जैसे दल अपने वोट बैंक को बढ़ाने के लिए आपका हक इन घुसपैठियों को देना चाहते है यह हमें मंजूर नहीं है।

प्रधानमंत्री मोदी ने आयोजित आमसभा में कहा मुझे जनता का सेवक बनकर उनके लिए काम करने ने सबसे अधिक खुशी होती है मेरा यही संकल्प है कि जब तक हर गरीब को पक्का घर नहीं मिल जाता मोदी चैन से नहीं बैठेगा इसी सोच के साथ पिछले 11 सालों में 4 करोड़ से गरीबों को पक्के मकान दिए गए बिहार में 38 लाख से ज्यादा घर बने हैं।

बिहार की धरती पर लिया संकल्प कभी खाली नहीं जाता पहलगाम आतंकी हमले के बाद मैने यहां से आतंकवादियों को मिटाने संकल्प लिया था दुनिया ने देखा यह पूरा हुआ आतंकवादी चाहे पाताल में छुपे हो भारत की मिसाइलें उन्हें दफन करके रहेंगी।

आपने देखा लालटेन युग में गयाजी जैसे शहर भी अंधेरे में डूबे रहते थे न शिक्षा थी न रोजगार बिहार की न जाने कितनी पीढ़ियों को इन्होंने पलायन के लिए मजबूर कर दिया। राजद और उनके एलायंस साथी बिहार की जनता को केवल वोटबैंक मानते है उन्हें उनकी खुशहाली और तरक्की से कोई लेना देना नही है।

आरजेडी को जनता को मिलने वाले पैसे उनके दुख दुख, मान सम्मान से कोई मतलब नहीं रहा उनका एक मात्र उद्देश्य रहा उनकी तिजोरी कैसे भरे पीएम में कहा कांग्रेस के एक मुख्यमंत्री ने तो यह तक कह दिया कि वह बिहार के लोगों को अपने राज्य में घुसने नहीं देंगे लेकिन बिहार के लोगों से इतनी नफरत हमें कतई बर्दाश्त नहीं है।

उन्होंने कहा कि सरकारी कर्मचारी भ्रष्टाचार करता है और यदि 48 घंटे जेल में रहे तो उसे तत्काल सस्पेंड कर दिया जाता है लेकिन यदि कोई पीएम सीएम या मंत्री भ्रष्टाचार या अन्य किन्ही कारणों से जेल में जाता है और महीनों जेल में रहने के बाद भी पद पर बना रहता है नैतिकता के आधार पर इस्तीफा नहीं देता यह सही नहीं था एनडीए सरकार एक ऐसा कानून लाई है जिससे 30 दिन के बाद तक जेल में रहते है तो उन्हें कुर्सी छोड़ना पड़ेगी। वह अपने पद पर नहीं रह सकते लेकिन कांग्रेस आरजेडी और वामपथी दल इस कानून का विरोध कर रहे है।

Alkendra Sahay

The author Alkendra Sahay

A Senior Reporter

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