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सेंसेक्स पहली बार रिकार्ड 50 हजार के पार हुआ, बीते डेढ़ साल में 10 हजार अंक बढ़ा

Stock Market

मुंबई – बीएसई सेंसेक्स पहली बार 50 हजार के पार हो गया हैं यह 30-बीएसई सूचकांक 300 अंकों से अधिक बढ़कर 50,127 के सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गया। जबकि एनएसई निफ्टी लगभग 100 अंक बढ़कर 14738 पर पहुंच गया है इस तरह सेंसेक्स ने नया रिकार्ड बनाया हैं। खास बात है पिछले डेढ़ साल में सेंसेक्स ने 10 हजार अंकों की छलाँग लगाई हैं।

जैसा कि बीएसई पैक में टॉप गेनर्स में बजाज ऑटो, बजाज फाइनेंस, बजाज फिनसर्व, एचसीएल टेक, रिलायंस इंडस्ट्रीज और एशियन पेंट्स शामिल हैं, और एनएसई प्लेटफॉर्म पर, यह सभी उप-सूचकांक निफ्टी आईटी के साथ हरे रंग में कारोबार कर रहे थे।

बाजार की रफ्तार को पीछे छोड़ते हुए बुधवार को यह 197.70 लाख करोड़ के पार पहुंच गया। भारतीय बाजार पूंजीकरण अब पहली बार USD 2.7 बिलियन से ऊपर हो गया है।

रैली के पीछे के कारण –

नए अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के शपथ लेते ही बाजार के विश्वास में एकाएक बढ़ोतरी हुई खासकर एशिया के बाजार में इसका सीधा सीधा प्रभाव देखने को मिल रहा है। इस तरह बाइडन प्रशासन का मतलब संघर्षरत अमेरिकी अर्थव्यवस्था के लिए और अधिक समर्थन से होगा, इसे एक वसूली की स्थापना के हिसाब से परिलक्षित किया जा रहा है जो निर्यात-संचालित एशियाई क्षेत्र के लिए महत्वपूर्ण है।

बाजार विशेषज्ञों का मत है कि अमेरिकी बाजार ताजा रिकॉर्ड बनाने के साथ ही सेंसेक्स और निफ्टी भी स्मार्ट लाभ हासिल कर सकते हैं। इसी के चलते वैश्विक बाजारों की मजबूती से इसे बढ़त मिली और शुरूआती कारोबार में इसका इंडेक्स पहली बार 50 हजार के पार हुआ।

सभी तीन प्रमुख बाजार सूचकांक (डाउन जोन्स, नैस्डैक, एसएंडपी 500), बिडेन के संयुक्त राज्य अमेरिका के 46 वें राष्ट्रपति के रूप में उद्घाटन के बाद सभी समय के उच्च स्तर पर बंद हो गए।

फोकस में बजट 2021 –

आगामी भारतीय बजट 2021-22 में बोल्ड आर्थिक सुधारों की उम्मीद के बीच निवेशक की भावनाएं सकारात्मक बनी रहीं रहेंगी । वित्तमंत्री निर्मला सीतारमन एक फरवरी को इस साल का बजट पेश करेंगी।

गिरावट के साथ बंद हुआ सेंसेक्स –

इंट्रा-डे ट्रेड में पहली बार ऐतिहासिक 50,000 अंक की गिरावट के बाद इक्विटी बेंचमार्क सेंसेक्स गुरुवार को 167 अंक की गिरावट के साथ 49,624.76 पर बंद हुआ।

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सोने चांदी में रिकार्ड तेजी, सोना 51 हजार रुपये तोला तो चांदी 60 हजार रुपये प्रति किलो के ऊपर

  • सोने, चांदी में रिकार्ड तेजी

  • सोना 51 हजार रुपये तोला

  • चांदी 60 हजार रुपये प्रति किलो के ऊपर

नई दिल्ली/ मुंबई/ ग्वालियर– सोने और चांदी की कीमतों में एक साल में रिकार्ड तेजी आ गई हैं, जानकारों के मुताबिक यह तेजी बरकरार रहेगी और इसमें 20 से 30 फीसदी की और वृद्धि संभावित हैं फिलहाल सराफा बाजार में आज सोना प्रति 10 ग्राम 51 हजार 800 रुपये औऱ चांदी करीब 61 हजार रुपये प्रति किलो के भाव थी।

जानकारों के मुताबिक एक महिने में जहां 80 टन सोना देश में आयात होता था अब केवल 17 टन ही आ रहा हैं इससे साफ है कि मांग के हिसाब से आपूर्ति में भारी गिरावट आई है जो इस तेजी का बड़ा कारण भी हैं।

कोरोना की वैश्विक महामारी में जहां लोग खाने पीने की चीजें ही खरीद रहे हैं और लग्जरी वस्तुएं खरीदने से बच रहे है ऐसे समय सोने चांदी में तो जैसे आग सी लग गई हैं जो सोना आज से 50 -55 साल पहले कौड़ियों के मोल था उसमें 746 गुना की तेजी आ गई है।

पिछले एक साल पर ही नजर डाले प्रति 10 ग्राम सोने में 15 हजार से ज्यादा की तेजी आई हैं।

जुलाई 2019 में प्रति 10 ग्राम सोने का भाव 35.385 रुपये था जो दिसंबर 2019 में 38.950 हो गया, वही मार्च 2020 में वह 43.320 पर पहुंचा तो आज 22 जुलाई को यह सोना 51.800 रुपये प्रति दस ग्राम की दर पर जा पहुंचा हैं जो एक रिकार्ड है।

जब से देश आजाद हुआ यह सोने का अधिकतम रेट है इसी तरह एक साल पहले जो चांदी 42 हजार रुपये की एक किलो के भाव थी आज वह 60.785 रुपये प्रति किलोग्राम रेट की हो गई है इस तरह चांदी में भी एक साल में काफी तेजी आई हैं।

सराफा कारोबार के विशेषज्ञों के मुताबिक पहले एक महिने में देश में 80 टन सोना आयात होता था वह कोरोना की वैश्विक महामारी के चलते सिर्फ 17 टन रह गया है यहीं हाल चांदी का है इस तरह मांग के हिसाब से आपूर्ति में भारी कमी और सटोरियों की प्रवत्ति भी इस तेजी का एक बड़ा कारण हैं दूसरा आज भी लोग सोने में ही इन्वेस्ट करना पसंद कर रहे है। उनका कहना यह भी है फिलहाल खासकर सोने में यह तेजी बरकरार रहेगी और सोना और तेजी पकड़ सकता हैं।

जबकि कोरोना काल में शादी विवाह त्यौहार और अन्य फंग्शन भी सादगी और बिना तामझाम के मनाये जा रहे है बावजूद इससे सोने की कीमतों में कोई फर्क नही आने वाला। यानि उंसके मूल्यों में कोई गिरावट नही आने वाली, क्योकि सोने के भाव दिसावर पर आधारित होते है, और वह तो उसी की चाल से आगे बढ़ता जायेगा जबकि कोरोना काल में सोने का बड़ा केंद्र अमेरिका का सराफा कारोबार बंद पड़ा है, गोल्ड व्यापार ठप्प पड़ा है, यह भी जानकारों का कहना है।

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BusinessTechnology

फेसबुक की रिलायंस जियो के साथ साझेदारी, फेसबुक ने रिलायंस के 9.99 फीसदी शेयर खरीदे, 43,574 करोड़ रुपये का निवेश किया

Facebook and Jio
  • फेसबुक की रिलायंस जियो के साथ साझेदारी…

  • फेसबुक ने रिलायंस के 9.99 फीसदी शेयर खरीदे…

  • रिलायंस के शेयर्स में उछाल

केलीफोर्निया- नई दिल्ली। विश्व की विख्यात सोशल नेटवर्किंग कंपनी फेसबुक और इंडिया की रिलायंस जियो में एक बड़ा करार हुआ है, जिसके तहत फेसबुक रिलायंस जिओ में $5.7 बिलियन अर्थात 43,574 करोड़ रुपये का निवेश करने का फैसला किया हैं। खास बात है यह सौदा जिओ को ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म, जिओमार्ट और व्हाट्सएप पर छोटे व्यवसायों का समर्थन करने में मदद करेगा। जबकि इस सांझेदारी से भारत में डिजिटल व्यवसाय में बढ़ोतरी के साथ रोजगार के अवसर भी पैदा होंगे।

फेसबुक के संस्थापक मार्क जुकरबर्ग ने कहा हैं, कि भविष्य में फेसबुक जियो प्लेटफार्मों के साथ मिलकर काम करेगा, हम उसमें एक वित्तीय निवेश कर रहे हैं, और उससे भी अधिक, हम कुछ प्रमुख परियोजनाओं पर एक साथ काम करेंगे जो पूरे भारत भर में लोगों के लिए वाणिज्य अवसर प्रदान करेंगी। फेसबुक के मुताबिक भारत में 60 लाख से अधिक छोटे व्यवसाय हैं और लाखों लोग नौकरियों के लिए उन पर भरोसा करते हैं।

लॉकडाउन में दुनिया भर के समुदायों के साथ, इनमें से कई उद्यमियों को डिजिटल उपकरणों की आवश्यकता है, वे ग्राहकों के साथ संवाद करने और अपने व्यवसायों को बढ़ाने के लिए भरोसा कर सकते हैं ।यह कुछ ऐसा है जिसके साथ हम मदद कर सकते हैं और यही कारण है कि हम भारत में व्यवसायों को बढ़ावा देने के साथ रोजगार के अवसर भी बढ़ाये इन सभी उद्देश्यों को लेकर जियो के साथ साझेदारी कर रहे हैं। मार्क जुबरबर्क ने मुकेश अंबानी और जियो टीम को उनकी साझेदारी के लिए धन्यवाद देते हुए कहा हम उनके साथ काम की शुरुआत करने के लिए उत्सुक हैं।

फेसबुक ने कहा,

यह निवेश भारत के प्रति हमारी प्रतिबद्धता और उस नाटकीय परिवर्तन के लिए रेखांकित करता है, जिसे जिओ ने देश में फैलाया है। चार साल से भी कम समय में, जिओ ने 388 मिलियन से अधिक लोगों को ऑनलाइन लाया है, जो नए नए उद्यमों के निर्माण को बढ़ावा देने के साथ है, नए तरीकों से लोगों को जोड़ना हैं । हम भारत में और लोगों को जिओ के साथ जोड़ने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

उन्होंने कहा हमारे सहयोग का एक फोकस लोगों और व्यवसायों के लिए बढ़ती डिजिटल अर्थव्यवस्था में अधिक प्रभावी ढंग से काम करने के नए तरीके पैदा करना होगा। उदाहरण के लिए, जिओ मार्ट, जिओ की लघु व्यवसाय पहल को एक साथ लाकर, एक सहज मोबाइल अनुभव में व्यवसायों, दुकान और अंततः उत्पादों की खरीद के साथ जुड़ने के लिए व्हाट्स एप के द्वारा हम लोगों को सक्षम बना सकते है।

आरआईएल के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक मुकेश अंबानी ने कहा, फेसबुक के साथ साझेदारी भारत के आर्थिक सुधार और पुनरुत्थान के बाद कोरोना युग में सबसे कम समय में महत्वपूर्ण योगदान देगी। उन्होंने कहा, रिलायंस में हम सभी को भारत के डिजिटल इकोसिस्टम को विकसित करने और बदलने के लिए अपने दीर्घकालिक साझेदार के रूप में फेसबुक का स्वागत करने का अवसर मिला है।

श्री अंबानी ने कहा रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड, जिओ प्लेटफॉर्म्स लिमि.और फेसबुक आईएनसी में हुए करार के तहत आज जिओ प्लेटफॉर्म्स में फेसबुक ने 43,574 करोड़ रुपये के निवेश के लिए बाध्यकारी समझौतों पर हस्ताक्षर करने की घोषणा की है, जो एक बड़ा समझौता है रिलायंस के बयान में कहा गया फेसबुक का यह निवेश जिओ प्लेटफॉर्म को रु. 4.62 लाख करोड़ के प्री-मनी एंटरप्राइज वैल्यू ($ 65.95 बिलियन, यूएस डॉलर में रूपांतरण दर मानकर) मान रहा है।

फेसबुक का यह निवेश जिओ में 9.99 फीसदी इक्विटी ओहिस्सेदारी में बदल जाएगा। खास बात है इस साझेदारी की खबरें बाजार में आने के बाद, रिलायंस इंडस्ट्रीज की हिस्सेदारी बढ़कर 10 प्रतिशत हो गई।

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Businessदिल्लीदेश

बीएसई सेंसेक्स 2919 अंक गिरा, निफ्टी 9,600 के निचले स्तर पर, निवेशकों को 11 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा का नुकसान

Stock Market
  • सेंसेक्स 2,919 अंक गिरकर 32,493 पर पंहुचा, वही निफ्टी 9,600 के निचले स्तर पर

  • आज निफ्टी गिरके जून 2017 के लेवल पर आ गिरा

  • सेंसेक्स 32,493 पर गिरा – यह 23 महीनों में सबसे कम है

नई दिल्ली- Equity सूचकांकों में गुरुवार को सबसे बड़ी गिरावट देखी गई, जिसमें बीएसई सेंसेक्स 2,900 अंक से अधिक की गिरावट हुई और साथ ही WHO ने घोषणा, कोरोनोवायरस का प्रकोप अब एक महामारी है।

सेंसेक्स 2,919 अंक, 8.18 प्रतिशत बढ़कर 32,778 अंक पर बंद हुआ, जबकि व्यापक एनएसई निफ्टी 868 अंक, 8.30 प्रतिशत टूटकर 9,590 पर बंद हुआ।

बीएसई में प्रमुख टाटा स्टील, एक्सिस बैंक, ओएनजीसी, एसबीआई, महिंद्रा एंड महिंद्रा और रिलायंस इंडस्ट्रीज शामिल हैं जिनके शेयरों में 13.23 प्रतिशत की गिरावट आई है।

एनएसई पर, सभी उप-सूचकांकों में निफ्टी पीएसयू बैंक, मीडिया और रियल्टी में 13.16 प्रतिशत की भारी गिरावट देखी गई। पहली बार ढाई साल में निफ्टी 10,000 अंक से नीचे फिसल गया।

शेयर बाजारों में गिरावट के लिए इस प्रकार हो सकते है-

कोरोनोवायरस का सूचकांकों पर प्रभाव

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने कोरोनावायरस (कोविद -19) को महामारी घोषित करते हुए शेयर बाजार में प्रवेश किया। इस वायरस ने अब तक दुनिया भर में 4,200 से अधिक लोगों मौत का कारण बना है।

भारत सरकार ने बुधवार को घोषणा की कि वह वायरस को रोकने के लिए देश के अधिकांश वीजा को निलंबित कर देगा, क्योंकि पूरे क्षेत्र में मामले बढ़ रहे हैं।

विश्लेषकों ने कहा

विश्लेषकों के अनुसार, देश में कोरोनोवायरस के तेजी से बढ़ते मामलों और वैश्विक बाजारों से मिलेजुले संकेतों के बीच इक्विटी बेंचमार्क ने निवेशकों में चिंता बढ़ा दी है। निवेशकों को 11 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा का नुकसान हुआ।

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