नई दिल्ली, लखनऊ / बसपा सुप्रीमो मायावती ने अपने भतीजे और बसपा के दिग्गज युवा नेता आकाश आनंद को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया है कल उन्होंने आकाश को उत्तराधिकारी सहित पार्टी के सभी पदों से हटाने की घोषणा की थी और आज बीएसपी से ही बाहर कर चौंकाने वाला फैसला लिया है। मायावती ने उनपर अपने ससुर के इशारों पर काम करने का आरोप लगाते हुए कहा उनके जीतेजी अब कोई भी पार्टी में उनका उत्तराधिकारी नहीं होगा। उल्लेखनीय है कि मायावती ने पिछले 15 महीने में दो बार आकाश आनंद को अपना उत्तराधिकारी बनाया और उन्हें हटा भी दिया।
बसपा सुप्रीमो मायावती ने इस मामले में अपनी प्रतिक्रिया में कहा है कि आकाश आनंद को पश्चाताप करके अपनी परिपक्वता दिखानी थी लेकिन आकाश ने जो अपनी प्रतिक्रिया दी वह राजनीतिक मैच्योरिटी नहीं है उन्होंने कहा वह अपने ससुर के प्रभाव में स्वार्थी और अहंकारी हो गए है और पार्टी हित में आकाश और उनके ससुर को पार्टी से निष्कासित किया गया है।
बसपा अध्यक्ष मायावती ने कहा अब वह मेरे उत्तराधिकारी नहीं है उन्होंने कहा उनके जीतेजी आखिरी सांस तक पार्टी में मेरा कोई उत्तराधिकारी नहीं होगा मेरे लिए पार्टी पहले है और परिवार और रिश्ते बाद में आते है जब तक मैं जीवित हूं तब तक पूरी ईमानदारी से पार्टी को आगे बढ़ाती रहूंगी। इस बाबत बसपा सुप्रीमो मायावती ने एक के बाद एक तीन ट्वीट किए है।
आकाश आनंद ने बसपा से सभी पदों से हटाए जाने के बाद कहा था कि, बहनजी का हर फैसला मेरे लिए पत्थर की लकीर है मै उनके हर फैसले का सम्मान करता हूं और उनके हर फैसले के साथ खड़ा हूं, परीक्षा कठिन और लम्बाई लंबी है बहुजन मिशन और मूवमेंट के लिए एक सच्चे कार्यकर्ता की तरह मै पूरी निष्ठा से काम करता रहूंगा और आखिरी सांस तक अपने समाज के हक की लड़ाई लड़ता रहूंगा।
खास बात है 18 दिन पहले 12 फरवरी को मायावती ने अपने भतीजे आकाश आनंद के ससुर अशोक सिद्धार्थ और उनके नजदीकी नितिन सिंह को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाया था और कहा था कि दक्षिण राज्यों के प्रभारी रहे अशोक सिद्धार्थ और नितिन सिंह चेतावनी के बावजूद पार्टी में गुटबाजी को बढ़ावा दे रहे हैं उन्हें पार्टी विरोधी गतिविधियों में लिप्त होने के चलते तत्काल पार्टी से निष्कासित किया जाता है।