- महाकुंभ में दिल दहलाने वाला हादसा, संगम तट पर अफवाह के चलते भगदड़,
- 35 से 40 की मौत 100 से अधिक घायल, 20 शव परिजनों को सौंपे,
- मोदी ने योगी से की बात, कुंभ NSG की निगरानी में
प्रयागराज / उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ के संगम तट पर देर रात अफवाह के चलते मची भगदड़ में कुचलने से अभी तक 35 से 40 लोगों की मौत की खबर है जबकि 100 से अधिक श्रद्धालुओं के घायल होने की जानकारी सामने आई है बताया जाता है 20 शवों को उनके परिजनों को सौंप दिया गया है इस दर्दनाक हादसे के बाद पूरे कुंभ में हेलीकॉप्टर से सर्चिंग की जा रही है और पूरा क्षेत्र NSG के अंडर में सौंप दिया गया है जो बारीकी से जांच कर रही है। बताया जाता है मोनी अमावस्या के कारण अभी भी कुंभ क्षेत्र में 9 करोड़ श्रद्धालु मौजूद है। जबकि पिछले दिन मंगलवार को करीब साढ़े 5 करोड़ श्रद्धालुओं ने कुंभ स्नान किया था। पीएम नरेंद्र मोदी ने सीएम योगी आदित्यनाथ से 3 बार बात कर इस घटना की जानकारी ली जबकि योगी बराबर नजर बनाए हुए है व्यवस्था को बनाने के लिए सीएम ने एक हाई लेबल मीटिंग भी की। इधर सरकार का कहना है इस हादसे में 30 लोगों की मौत हुई है और उनमें से 25 लोगों की पहचान हो चुकी है।
जानकारी के मुताबिक मोनी अमावस्या के अवसर पर कुंभ क्षेत्र में पूरे देश से भारी तादाद में श्रद्धालु पहुंच रहे थे। रात डेढ़ बजे एकाएक अफवाह उड़ी की नागा साधु अमृत स्नान के लिए संगम घाट पर आ रहे है जिसको सुनकर संगम घाट पर जाने के लिए अफरा तफरी फेल गई और एकाएक संगम घाट के नजदीक धक्कामुक्की होने लगी और 2 बजे करीब संगम नोज का 157 पिलर टूटने के साथ बैरियर टूट गया और फिर भी लोगों में आगे बढ़ने की होड़ सी लग गई और इस बीच धक्कामुक्की और भगदड़ के बीच कई महिलाएं बच्चे और बुजुर्ग पुरुष जमीन पर गिर गए और भीड़ उनको कुचलती हुई दूसरी तरफ भागी आगे नदी होने से वह आगे नहीं जा सके, इस भगदड़ में कई लोग खासकर महिलाएं बच्चे अपनो से बिछड़ गए और काफी संख्या में लोग लापता है उनके परिजनों का रो रोकर बुरा हाल है जिससे कुंभ के खोया पाया सेंटर पर भी भारी भीड़ देखी जा रही है जो अपने बिछड़ों और खोए हुए लोगों को ढूंढने की गुहार वहां के स्टॉफ से लगा रहे है घटना स्थल पर कई लोगों का सामान भी छूट गया है।
इस घटना की जानकारी मिलने पर प्रशासन और पुलिस मौके पर पहुंची उन्होंने व्यवस्था को ठीक करने का तमाम कोशिश भी की लेकिन संगम नोज पर जो दृश्य था वह काफी हृदय विदारक और अफरा तफरी भरा था कुछ मरणासन्न थे तो कुछ लोग जमीन पर पड़े तड़फ रहे थे और पुलिस कर्मी उन्हें CPR देते भी दिखाई दिए इस बीच खबर मिलने पर करीब 70 एंबुलेंस मौके पर आ गई और उन्होंने शवों और घायलों को स्ट्रक्चर पर उठाकर सेंट्रल हॉस्पिटल पहुंचाया जहां गंभीर घायलों को आईसीयू में रखा गया बेड फुल हो जाने से कुछ लोगों को प्राथमिक इलाज देकर स्वरूपरानी अस्पताल रेफर किया गया।
अभी तक जो जानकारी सामने आई है उसके मुताबिक इस हादसे में करीब 35 से 40 लोगों की मौत हुई है और 100 के आसपास लोग घायल हुए है जिन्हें अस्पताल में भर्ती किया गया है मामूली तौर पर घायलों को प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई है।
इस घटना की जानकारी मिलने पर सीएम योगी आदित्यनाथ सक्रिय हुए और उन्होंने पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों को आवश्यक निर्देश देते हुए हालत पर नियंत्रण करने की बात कही जबकि पीएम नरेंद्र मोदी ने लगभग तीन बार सीएम योगी से फोन पर चर्चा कर स्थिति की जानकारी ली। सीएम योगी का कहना है मोनी अमावस्या के कारण प्रयागराज में श्रद्धालु भारी तादाद में आ रहे है कोई अफवाहों पर ध्यान नहीं दे और इस दुखद घटना पर उन्होंने संवेदना प्रकट की है योगी ने बताया अब स्थिति पूर्ण नियंत्रण में हैं।
इस घटना के बाद प्रशासन के अनुरोध पर सभी 13 अखाड़ों ने मोनी अमावस्या का आज का सुबह तड़के का अमृत स्नान रद्द कर दिया। इसके बाद सभी अखाड़ों के प्रमुखों की बैठक हुई और तय किया गया कि 10 नहीं बाद वह अमृत स्नान करेंगे लेकिन वह बिना तामझाम और शोर शराबे के साथ सम्पन्न होगा।