नई दिल्ली- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज पूर्वोत्तर राज्यों के मुख्यमंत्रियों को संबोधित किया और उनके यहां कोरोना केस बढ़ने पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि हम सावधान रहे तो दूसरी लहर को जरूर रोक लेंगे। उन्होंने साफ कहा कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करने में हमें कोई समझौता नही करना हैं क्योंकि कोरोना खुद नही आता हम उसे अपनी लापरवाही से ले आते हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि दूसरी लहर के दौरान सभी ने अपनी जिम्मेदारी बखूबी निभाई और मिलकर काम किया लेकिन अभी हमारी चुनोती खत्म नही हुई हैं हमें माइक्रो लेबल पर सख्त कदम उठाना होंगे साथ ही हमें टेस्टिंग और ट्रीटमेंट पर जोर देने के साथ वेक्सीनेशन की गति तेज करना होगी। पीएम ने आगे कहा कि भारत के एक्सपर्ट बराबर कोरोना के नए म्यूटेशन पर स्टडी कर रहे है वही हमें भी कोरोना के नये वेरिएंट पर नजर रखना होगी
प्रधानमंत्री श्री मोदी ने बताया कि आगे कोरोना से लड़ने के लिये 23 हजार करोड़ का पैकेज सरकार दे रही हैं इसलिये जो भी पूर्व तैयारियां है वह हम समय से पूर्व कर सकेंगे। उन्होंने कहा कि कोरोना की बजह से टूरिज्म सहित अन्य व्यवसाय प्रभावित हुए हमने अब जो ढील दी है मेरी अपील है कि उंसका उपयोग देशवासी पूरी सावधानी से करे और हिल स्टेशन हो या बाजार बिना मास्क के वहां नही जाये और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें।
जैसा कि नॉर्थ ईस्ट के राज्यों में दूसरी लहर के कमजोर होने के बाद वहां के कई जिलों में फिर से कोरोना के मामले बढ़ने लगे है और यह आंकड़ा औसतन 10 फीसदी पर पहुंचने लगा है जिसने केंद्र सरकार की चिंता बढ़ा दी हैं।
प्रधानमंत्री के साथ इस वर्चुअल मीटिंग में आठ राज्यों सिक्किम, अरुणाचल प्रदेश नागालैंड, मेघालय, मणिपुर मिजोरम त्रिपुरा और असम के मुख्यमंत्री शामिल हुए।