रीवा/ मध्यप्रदेश के रीवा में बड़ी ही दर्दनाक घटना सामने आई है बाईक पर जा रहे 5 दोस्तो को एक ट्रक ने टक्कर मारी जिससे 4 युवकों की घटना स्थल पर ही मौत हो गई जबकि एक गंभीर रूप से घायल है लेकिन ट्रक की चपेट में आने से इन चारों के शव टुकड़े टुकड़ों में तब्दील हो गए और उनके अंग सड़कों पर बिखर गए और उन्हें 5 घंटे तक उन्हें उठाया नहीं गया। बाद में पुलिस ने उन्हें पोटली में पोर्टमार्टम के लिए भिजवाया।
बताया जाता है एक बाईक पर सवार होकर 5 दोस्त सुबह घर से निकले थे जब यह 8 बजे बांकुईया इलाके में जा रहे थे तभी विपरीत दिशा से तेज गति से आ रहे एक ट्रक ने बाईक में सीधी टक्कर मारी और उन्हें कुचलता हुआ आगे निकल गया टक्कर इतनी भीषण थी कि चार युवकों के शरीर ट्रक में उलझकर टुकड़े टुकड़े हो गए और सड़क पर खून और उनके शरीर के अंग क्षत विक्षत होकर बिखर गए। यह दृश्य इतना भयावह था जिसने देखा उनकी रूह कांप उठी।
खबर मिलने पर उन युवकों के परिजन और ग्रामीण घटना स्थल पर जुट आए और इस घटना से गुस्साए लोगों ने जेरूका क्षेत्र में चक्काजाम कर दिया जिससे 5 किलोमीटर तक वाहनों का जाम लग गया।
सूचना मिलने पर पुलिस भी घटना स्थल पर पहुंची और शवों के टुकड़ों को इकट्ठा कर उन्हें कपड़े की पोटली में भरकर पोस्टमार्टम के लिए संजय गांधी अस्पताल रवाना किया। मरने वालों की पहचान आशीष साकेत, शिव बहादुर साकेत,नवीन साकेत और सागर साकेत के रूप में हुई।
परिजनों का कहना है कि पुलिस ने उन्हें शवों के पास तक नहीं जाने दिया और हमारे बच्चों के शव करीब 5 घंटे तक लावारिश की तरह सड़क पर पड़े रहे हम दूर से सिर पटकते रहे, उनका आरोप था कि हम लोग गरीब है यदि कोई बड़े आदमी या नेता के बच्चे होते तो क्या इसी तरह सड़क पर पड़े रहते। उन्होंने आरोप लगाया कि ट्रक ड्राइवर की लापरवाही की बजह से यह घटना हुई है उन्होंने उसके खिलाफ कड़ी कार्यवाही की मांग की है। जबकि दादी कलावती साकेत ने कहा कि इस रास्ते से दिन रात खनिज माफियाओ के ट्रक तेज रफ्तार से गुजरते रहते है जिससे आए दिन दुघटनाएं होती हैं उन्होंने प्रशासन पर लापरवाही और गरीबों के संग भेदभाव का आरोप भी लगाया।