ग्वालियर / मध्यप्रदेश के ग्वालियर में प्रेमी वकील ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। 30 दिसंबर को उसकी शादी मुरैना में पदस्थ एक महिला सब इंस्पेक्टर से होने वाली थी। वह उससे मिलने गया था लेकिन उसने अपनी प्रेमिका को कमरे में एक अन्य आरक्षक के साथ देखा इसी बात को लेकर विवाद हुआ और हाथापाई भी हुई। परिजनों का आरोप है प्यार में मिला धोखा और मानसिक तनाव के कारण युवक ने सुसाइड कर लिया।
मृतक की पहचान मृत्युंजय चौहान के रूप में हुई है जो ग्वालियर के गोले का मंदिर थाना क्षेत्र के आदर्श पुरम में किराए से कमरा लेकर रहता था वह वकालत के साथ PHD भी कर रहा था खबर मिलने पर पुलिस घटना स्थल पहुंची और उसने शव को कब्जे में लेकर आवश्यक कार्यवाही के बाद शव को पोस्टर्माटम के लिए रवाना किया। पुलिस के मुताबिक वह मामले की जांच कर रही है।
मृतक की बहन पूनम ने बताया कि भाई मृत्यंजय के एक दोस्त का फोन आया था कि भाई फोन नहीं उठा रहा मैं और वह दोस्त दोनों भाई के घर पहुंचे तो वह अंदर से बंद था हम छत के रास्ते घर में पहुंचे तो देखा कि भाई फांसी पर लटका है उसके बाद पुलिस को सूचना दी।
खास बात है युवा वकील मृत्यंजय ने सुसाइड से पहले स्टेट्स लिखा था जो हाल में आई एक्टर धनुष और कृति सेनन की फिल्म “तेरे इश्क में” का चर्चित डायलॉग ” प्रेम में मृत्यु है लेकिन मुक्ति नहीं” था। इस डायलॉग पर प्रेमिका की ओर से “ब्लेस” कमेंट भी किया गया था।
बताया जाता है मृतक मृत्युंजय का पिछले 5 साल से मुरैना में पदस्थ सब इंस्पेक्टर महिला से प्रेम प्रसंग चल रहा था और 30 दिसंबर को दोनों की शादी होने वाली थी। परिजनों का आरोप है कि प्यार में मिला धोखा और मानसिक तनाव की बजह से उसने यह कदम उठाया है।
इधर मां शिवकुमारी जो श्योपुर में रहती है और सरकारी शिक्षक है उन्होंने बताया कि कि हर शनिवार को बह मुरैना जाता था लेकिन सरप्राइज देने के लिए शुक्रवार को ही मृत्युंजय मुरैना गया था लड़की से मिलने जब वह उसके कमरे में दाखिल हुआ तो उसे शराब की बदबू आई जब उसने किचन के किवाड़ के पीछे देखा तो एक युवक छुपा था उसने बेटे को पकड़कर गिरा लिया और उसकी मारपीट की कपड़े फट गए इसने बचाव किया तो मारने वाला भाग गया फिर लड़की भी भाग गई। यह थाने गया लेकिन पुलिस ने टाल दिया इसने लौटकर रो रोकर फोन पर मुझे पूरी बात बताई कि मेरा सब कुछ खत्म हो गया इसने बताया कि वहां क्या हुआ विवाद के दौरान उसके साथ मारपीट भी की गई इस घटना से वह बुरी तरह से टूट गया मैने उसे बहुत समझाया बेटे ने आईजी एसपी और अन्य जगह आवेदन भी दिए थे आज सोमवार को उसे समझाने के लिए ही मैं ग्वालियर आई लेकिन उसने मौका ही नहीं दिया। मां का कहना है मेरा तो जीवन का सहारा ही चल गया वही मेरी देखभाल करता था। मृतक के पिता काम के चक्कर में बाहर रहते है।





