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मध्य प्रदेशमुरैना

मुरैना वीर शहीदों की धरती, मेरे पिता ने देश के लिए शहादत दी, पीएम मोदी नही जानते शहादत का मतलब, प्रियंका गांधी का मोदी पर तीखा हमला

Priyanka Gandhi Vadra

मुरैना/ कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने मुरैना में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तीखा हमला किया और कहा मुरैना की धरती वीर भूमि है यहां के युवा फौज में जाते है जब वे शहीद हो जाते है तो उनकी शहादत की कीमत उनके परिजन समझते है मैने भी अपनी दादी और पिता को देश पर कुर्बान होते देखा है मेरे पिता (राजीव गांधी) को धन दौलत नही बल्कि विरासत में शहादत की भावना मिली,और मोदी जी मेरे पिता को देशद्रोही कहते है हम जानते है शहादत के क्या मायने होते है लेकिन हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सिर्फ वोट की राजनीति करते है वह देशवासियों की शहादत को क्या जाने।

कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने मुरैना में सत्यपाल सिंह उर्फ नीटू सिकरवार के पक्ष में आयोजित चुनावी सभा ने कहा यह सच्चाई हैं मुरैना वीरों की धरती है आपने कितने ही बेटे देश की सेवा के लिए सेना में भेजे ऐसा कोई युद्ध नही जिसमें आपने अपने बेटे सरहद पर नही गए जिस तरह देश की हिफाजत की जिम्मेदारी आपने निभाई अब देश की रक्षा के लिए आपको वोट करना है। मोटे तौर पर आपको समझना होगा कि 10 साल में मोदी सरकार ने आपके लिए क्या किया बेरोजगारों के लिए महंगाई के लिए किसानों और गरीब के जीवन के लिए क्या किया,आप मेहनत करते है बच्चों को पढ़ाते है लेकिन उन्हें रोजगार नहीं मिलता। अच्छे रोजगार सरकार खत्म कर रही है कोयल खदानें बंदरगाह हवाई अड्डे सड़कें और अन्य सरकारी संस्थान और संसाधन मोदी जी वह अपने चहेते दोस्तों को दे रही हैं पिछले 45 साल में आज सबसे अधिक बेरोजगारी देश में है। 10 साल में उन्होंने गरीब को और ज्यादा गरीब बना दिया। प्रियंका ने कहा मिडिया कोई बात नही बताता कारण सारे न्यूज चैनल अरब पतियों ने खरीद लिए है।

उन्होंने कहा मोदी जी ने सत्ता और सारा धन बटोर लिया है और वह कहते है वह सबसे अधिक ईमानदार है और अपने मुंह मियां मिट्ठू बनकर कहते है कि वह अकेले देश से भ्रष्टाचार खत्म कर रहे हैं उन्होंने इलेक्टोरल बॉन्ड की स्कीम बनाई जो उन्हे चंदा देगा उसे गोपनीय रखा जाएगा भाजपा के पास इतना धन कहा से आया बैंक ने छुपाने की कोशिश की लेकिन एससी ने डांट लगाई तब इलेक्टोरल बॉन्ड का घोटाला सामने आया, मोदी शाह घबरा गए और सफाई देते रहे कि हमने पारदर्शी स्कीम बनाई थी लेकिन मोदी शाह ने नही सुप्रीम कोर्ट ने इसे पारदर्शी बनाया। प्रियंका ने कहा गुजरात में एक पुल गिरा सैकड़ों लोग नदी में बह गए जिस कंपनी ने पुल बनाया उससे इन्होंने बड़ा चंदा लिया। हम सभी ने कोरोना वैक्सीन लगवाई उसके सार्टिफिकेट पर मोदी जी का चेहरा लगा हैं। मोदी जी कहते है हमने पूरे देश को वैक्सीन लगवाई दुनिया को भेजी लेकिन आज मालूम पड़ा कि कि बेक्सीन लगवाने से लोगों को अब दिल का दौड़ा पड़ रहा है जिम जाने वाले नौजवान और अन्य लोग अचानक गिरते है और उनकी मौत हो जाती है आज बेक्सीन बनाने वाली वह कंपनी ही कह रही है इस तरह की समस्या थी वैक्सीन में, और उसी वैक्सीन कंपनी से मोदी जी ने चंदा ले लिया और बिना जांच कराए देश को वैक्सीन लगवा दी, यह एकमात्र कंपनी थी जिसे वैक्सीन बनाने का लायसेंस सरकार ने दिया। आज केंद्रीय एजेंसियां छापे मारती है बीजेपी को चंदा दे देती है तो छापे बंद, केस करते है मुकदमे दर्ज होते है चंदा देने के बाद मुकदमे ठंडे बस्ते में चले जाते हैं यह चंदा ले रहे थे या वसूली कर रहे थे।

कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने कहा किसान आंदोलन के दौरान 600 से अधिक किसानों की मौत हो गई लेकिन किसान कानून वापस नहीं लिए लेकिन जब उत्तर प्रदेश के चुनाव आए तो तुरंत वापस ले लिए, मोदी जी के एक मंत्री के बेटे ने किसानों पर गाड़ी चढ़ाकर उन्हें मार दिया लेकिन आरोपी को पकड़ने की बजाय पीड़ितो से मिलने जाने पर मुझे गिरफ्तार कर लिया गया। मोदी जी ने किसानों को कुचलने वाले को गिरफ्तार नही किया उसे बचा लिया।

कांग्रेस नेत्री ने कहा आपके दिल में देशभक्ति की भावना है मैं समझती हूं शहादत का मतलब क्या होता है आप अपने बेटों को सरहद पर भेजते है वहां वह शहीद हो जाते है आप समझते हो शहीद का परिवार क्या होता है मैने भी यह भुकता है। प्रियंका ने भावुक होते हुए कहा जब मेने 19 साल की उम्र मेंअपने पिता (राजीव गांधी) को गंवाया था तो मेरे अंदर नाराजगी थी कि उनकी हिफाजत नहीं की गई उन्हें कई टुकड़ों में तिरंगे में लपेट कर लौटा दिया गया, और आप मोदी जी उन्हें मंच पर खड़े होकर देशद्रोही कहते हो, उनपर आरोप लगाते हो कि उन्होंने विरासत लेने के लिए कानून बदला वो यह नही समझ सकते कि मेरे पिता को विरासत में धन दौलत नही, शहादत की भावना मिली थी आज 52 साल की हूं मैं और पहली बार यह बात मैं सार्वजनिक कर रही हूं। पुलवाना के शहीद परिवारों से में यूपी में मिलने गई उन्हें बच्चों का कहना था दीदी हम भी सेना में जाएंगे, यह होती है शहादत की भावना इसे मोदी जी नही समझते। प्रियंका ने कहा जो इंदिरा गांधी देश के लिए शहीद हो गई उनके लिए मोदी जी आप उल्टी सीधी बातें करते हो इनकी देश सेवा और देश भक्ति भूलकर परिवारवाद की बातें करते हो।आप किसी की भी शहादत और उसकी भावना को कभी नहीं समझ सकते।

प्रियंका गांधी ने कहा कि कांग्रेस ने महिलाओं को प्रतिमाह 8500 रुपए यानी एक साल के 1 लाख की राशि,बेरोजगार नौजवानों को इंट्रेनशिप के साथ नौकरी की गारंटी किसानों को एमएसपी और 30 लाख नौकरी देने की घोषणा की है लेकिन मोदी जी केवल इवेंटबाजी दिखाते रहे पर खाली पद नही भर पाएं।

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कोटामध्य प्रदेशमुरैना

शिवपुरी की छात्रा का कोटा में अपरहण, पिता से मांगी 30 लाख की फिरौती, फ़ोटो में लड़की के हाथ पैर मुंह बंधे, नीट की पढ़ाई करने गई थी कोटा

शिवपुरी/ कोटा/ मध्यप्रदेश के शिवपुरी जिले में रहने वाली एक छात्रा का राजस्थान के कोटा से अपहरण हो गया है किडनेपर ने पिता को भेजे मैसेज में लड़की का फ़ोटो भी भेजा है जिसमें उसके हाथ पैर मुंह रस्सी से बंधे हुए है साथ ही 30 लाख की फिरौती भी मांगी है और नही देने पर लड़की का सिर काटने की धमकी पिता को दी हैं। परिजनों की रिपोर्ट पर शिवपुरी और कोटा की पुलिस सक्रिय हो गई है एक संदिग्ध भी हिरासत में लिया गया है लेकिन कुछ मामलों में पुलिस भी उलझन में है।

शिवपुरी जिले के बैराड़ कस्बे में लार्ड लखेश्वर स्कूल के संचालक रघुवीर धाकड़ की बेटी काव्या धाकड़ 20 सितंबर 2023 से कोटा में रहकर नीट की तैयारी कर रही है। सोमवार की दोपहर 3 बजे छात्रा के पिता रघुवीर धाकड़ के मोबाइल नंबर पर एक नंबर से मैसेज आया । व्हाट्सएप पर आए मैसेज में छात्रा के हाथ पैर और मुंह बांधे हुए के फोटो थे। इनमे कुछ फोटो में छात्रा के चेहरे पर खून भी नजर आ रहा है। फोटो भेजने वाले ने मैसेज में लिखा कि रघुवीर की बेटी को किडनैप कर लिया गया है। उसे जिंदा छोड़ने की एवज में 30 लाख रुपए की फिरौती मांगी गई है। मैसेज भेजने वाले ने बैंक खाते की डिटेल भी भेजी और सोमवार शाम तक एकाउंट नंबर 1859010019355 रुपए जमा करने को कहा गया साथ ही बैंक का IFSE कोड भी भेजा (BARBOTRANSP)। पिता ने इतने रुपए नहीं होने और बंदोबस्त करने का समय देने की बात कही तो मैसेज भेजने वाले युवक ने छात्रा का सिर काटकर उसकी हत्या की धमकी दी।

पिता ने इसको लेकर पुलिस में रिपोर्ट की शिवपुरी पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और उसकी पहल पर कोटा पुलिस ने लापता छात्रा के अपरहण का मामला दर्ज कर लिया है। शिवपुरी एसपी अमन सिंह राठौर ने बताया कि स्थानीय तौर पर हम बराबर छानबीन कर रहे है साथ ही कोटा पुलिस से बराबर संपर्क में हैं। जबकि कोटा पुलिस ने छात्रा के अपहरण का केस रजिस्टर्ड कर लिया है कोटा पुलिस अधीक्षक अमृता दुहान ने बताया कि इस मामले को लेकर कई पुलिस टीमें बना दी है और हर बिंदु पर जांच पड़ताल के साथ लड़की की खोजबीन शुरू हो गई है जल्द नतीजे भी मिलेंगे। इधर कोटा पुलिस ने जयपुर से एक संदिग्ध युवक को हिरासत में लिया हैं जिससे पुलिस पूछताछ कर रही है।

लेकिन इस अपहरण और छात्रा की पढ़ाई में कुछ उलझने पुलिस के सामने जरूर आ रही है पुलिस पिता को लेकर कोटा की उस पीडबल्यू कोचिंग में जानकारी लेने पहुंची जिसमें पढ़ाने की बात पिता ने पुलिस को बताई थी लेकिन उस कोचिंग के कोटा हेड दिनेश जैन ने बताया कि काव्या धाकड़ नाम की कोई लड़की हमारी कोचिंग में भर्ती ही नही है जबकि पिता रघुवीर धाकड़ का कहना है उन्होंने अपनी लड़की का रजिस्ट्रेशन इसी कोचिंग में कराया था अब संस्थान न जाने क्यों मना कर रहा है काव्या टेस्ट देने गई थी टेस्ट के लिए इसी कोचिंग से मैसेज आया था। लेकिन संस्थान के हेड ने कहा कि उनके यहां से किसी प्राइवेट फोन पर मैसेज नही भेजते। इसको लेकर अब कई सबाल उठ रहे है। इतना ही नहीं जिस हॉस्टल में छात्रा रह रही थी उसके संचालक पारस कुमार ने भी काव्या के अपने यहां रुकने से साफ इंकार किया है उन्होंने साफ कहा कि इस नाम की कोई लड़की उनके हॉस्टल में नही है।

छात्रा के पिता रघुवीर धाकड़ ने बताया बेटी के अपरहण का मैसेज आया है। बेटी को छोड़ने 30 लाख रूपये की फिरौती मांगी गई है। वह अभी कोटा में ही है। पुलिस ने रात तीन बजे मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस बेटी की तलाश में जुटी हुई है। रघुवीर धाकड़ ने बताया दो साल पहले बेटी को इंदौर में रहकर नीट की तैयारी कर रही थी। जहां पोहरी अनुविभाग क्षेत्र के जरियाखेड़ा गांव के रहने वाले रिंकू धाकड़ ने मेरी बेटी को परेशान किया उन्होंने इसकी शिकायत इंदौर पुलिस में दर्ज कराई थी। इसके बाद बेटी के मोबाइल पर अनुराग सोनी और हर्षित नाम के लड़कों ने धमकी देना शुरू कर दिया तो उन्होंने बेटी को इंदौर से बापस शिवपुरी बुला लिया था। बेटी 6 माह तक शिवपुरी रही थी बाद में उसे नीट की तैयारी के लिए कोटा भेज दिया था। लेकिन सोमवार को उसके अपरहरण होने की सूचना के साथ 30 लाख की फिरौती की मांग की गई है।

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मप्र के मुरैना में फेक्ट्री के टैंक में जहरीली गैस के बनने से 5 युवा मजदूरों की मौत, प्रशासन जांच में जुटा, राखी बांधने आई बहनें इंतजार करती रही

मुरैना / मुरैना के धनेला गांव स्थित चैरी बनाने वाली एक फैक्ट्री में टैंक की सफाई करते समय 5 मजदूरो की गड्ढे में भरे पानी में डूबने से मौत हो गई मरने वालों में तीन सगे भाई थे बताया जाता है एक दूसरे को बचाने में एक के बाद एक करके यह मजदूर गड्डे में उतरे लेकिन वह बापा नहीं आएं और सभी की मौत हो गई आंशका व्यक्त की जा रही है है गड्डे में जहरीली गैस होने से दम घुटने से इन मजदूरों की मौत हुई है।खबर मिलने पर पुलिस एवं प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंच गए थे।पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।

मामला मुरैना जिले नूराबाद थाना क्षेत्र के धनेला ग्राम पंचायत स्थित चेरी की साक्षी फूड प्रोडेक्ट फैक्ट्री की है।जहां फैक्ट्री प्रबंधन कौशल गोयल द्वारा लंबे समय से गंदे पानी के गड्डे की सफाई नही कराई गई थी।इस वजह से गड्ढे में बहुत ज्यादा मात्रा में पानी और गारद जमा हो गया थी। इसकी सफाई करने के लिए फैक्ट्री संचालक द्वारा एक मजदूर को नसेनी से गड्ढे में उतार दिया गया। हैरानी की बात यह रही कि पानी से भरे गड्ढे में जिस मजदूर को उतारा गया, उसे सेफ्टी किट या लाइव जैकेट तक नहीं दी गई। मजदूर तैरना भी नहीं जानता था।जिस वजह से जैसे ही गड्ढे में उतरा वैसे ही गहरे पानी में डूबने लगा।जिसे बचाने के लिए फैक्ट्री में काम कर रहे उसके दो सगे भाई सहित 4 अन्य मजदूर गड्ढे में कूद गए। लेकिन वह गंदे पानी में जाने के बाद ऊपर नही आ सके और उनकी भी डूबने से मौत हो गई और कुछ समय बाद कुछ के शव पानी में उतराने लगे।

एक साथ 5 मौतों से सनसनी फैल गई खबर मिलने पर पुलिस और प्रशासन के अधिकारी मौके पर पहुंच गए और भारी सुरक्षा व्यवस्था के बीच रेस्क्यू कर पांचों मजदूरों के शवो को बाहर निकाला गया और पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। मरने वालों में टिकरोली गांव के रामकिशोर गुर्जर के तीन पुत्र रामनरेश (38 साल) औतार सिंह (35 साल) वीर सिंह (32 साल) इसके साथ ही घुरैया बसई गांव के रहने वाले दो युवक राजेश पुत्र बद्रीसिंह और गिर्राज सिंह पुत्र श्यामामोहन गुर्जर शामिल है संभावना जताई जा रही है कि, इन सभी की मौत की असल वजह जहरीली गैस का रिसाब है क्योंकि सभी के मुंह से सफेद झांग भी निकल रहे थे। पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी भी यही कह रहे हैं,जबकि पुलिस मामला कायम कर सभी पहलुओं को ध्यान में रखकर मामले की जांच में जुट गई है।

खास बात है इस घटना के बाद फैक्ट्री संचालक, मेनेजर और अन्य स्टाफ फेक्ट्री से गायब हो गए और बताया जाता है इतनी बड़ी घटना के यह जिम्मेदार अपनी लापरवाही को छुपाने के प्रयासों में जुट गए हैं।

इधर उप संचालक औद्योगिक सुरक्षा ग्वालियर आनंद रायसरदार ने फेक्ट्री संचालक की खामियों को उजागर किया जिससे यह मौत हुई। उनका कहना है कि टैंक की सफाई के लिए उसमें अकुशल कर्मी उतारे गए इस दौरान वहां ना ट्रैंड सुपरवाईजर था ना मालिक, इस दौरान ना ऑक्सीजन सिलेंडर उपलब्ध कराया ना ही सेफ्टी किट दी गई जबकि पहले ऑक्सीजन सिलेंडर देने के साथ सेफ्टी किट बांधना थी। उनके मुताबिक हर डेढ़ दो महीने में टैंक खाली कराने के साथ पानी निकाला जाता है पानी निकालने का काम पंप मशीन से कराया जाना था। इसके अलावा वेंटीलेशन का ध्यान नहीं रखा गया छह होद वाले हॉल में जहरीली गैस निकालने के लिए एक भी एग्जॉस्ट फेन नहीं लगा था चारो ओर से बंद हॉल में नमक और पपीता के सड़ने से हानिकारक गैस बन गई थी।

सबसे दिल हिला देने वाली बात यह सामने आई कि मृतक तीनों गुर्जर भाइयों की दो बहनें रक्षा बंधन पर राखी बांधने दो दिन पहले टोकरोली गांव अपने मायके में आई थी उन बेचारियो ने सपने में भी नहीं सोचा होगा कि इस साल क्रूर काल तीनों भाइयों को लील जायेगा और वह रक्षा सूत्र बांधे बिना ही रह जायेगी। परिवार के साथ उनके मन पर क्या बीत रही होगी सोच कर ही दिल कांप जाता है।

जबकि पुलिस अधीक्षक शैलेंद्र सिंह चौहान का कहना है कि, जिस साक्षी फूड फैक्ट्री में यह घटना हुई इस फैक्ट्री में टैंक बने हुए है। उसमें एक व्यक्ति सफाई करने के लिए उतरा था वह डूबने लगा तो उसको बचाने के लिए अन्य लोग भी उतर गए, इस दौरान पांच लोगों की इस घटना में मौत हुई है। यह लापरवाही है,और जांच की जा रही है, शॉर्ट पीएम रिपोर्ट रिपोर्ट आ गई है तथ्य के आधार पर कार्यवाही करेंगे। वही कलेक्टर अंकित अस्थाना का कहना है कि, साक्षी फूड प्राइवेट लिमिटेड कंपनी है। उस फैक्ट्री में एक वेजिटेबल डंप का टैंक बना हुआ है, उसमें यह घटना हुई है अभी पोस्टमार्टम के लिए बॉडियों का हमने आरंभ करवा दिया है। और उनके जो परिजनों से बात हुई थी तो उनकी जो जायज मांगी थी। उन मांगों को पूरा करने के लिए फैक्ट्री प्रबंधन से हमारी बात हुई है और उनकी जायज मांगो को प्रशासन जरूर पूरा कराएगा। उन्होंने कहा पोस्टमार्टम की वीडियो ग्राफी भी करवाई है पोस्टमार्टम रिपोर्ट का निष्कर्ष निकलेगा।उसके अनुसार ही आगे वैधानिक कार्यवाही की जाएगी। जांच के तथ्य हमारे सामने निकल कर आ जाएं उसके बाद ही कुछ टिप्पणी करना सही होगा।

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मध्य प्रदेशमुरैना

मध्यप्रदेश के मुरैना में ट्रपल मर्डर, युवक ने पत्नी साली और साले की गोली मारकर की हत्या

मुरैना / मध्यप्रदेश के मुरैना में मामूली घरेलू विवाद में एक व्यक्ति ने अपनी पत्नी साले और साली की दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी। घटना बागचीनी बस स्टेंड पर हुई जिससे वहां हड़कंप मच गया फरार आरोपी की पुलिस जोराशोर से तलाश कर रही है।

मुरैना जिले के बागचीनी गांव में यह दर्दनाक हत्याकांड हुआ है बताया जाता है बागचीनी गांव में रहने वाले त्रिलोकी परमार की मां और उसकी पत्नी राखी में अक्सर विवाद होता रहता था आज भी सास बहू में आपस में कहासुनी हो गई राखी ने विवाद सुलझाने के लिए अपने भाई पुष्पराज और बड़ी बहन जूली को फोन करके अपने घर बुला लिया जब उन दोनों ने सास को समझाने की कोशिश की तो विवाद और बड़ गया जिसके बाद राखी अपने भाई और बहन के साथ बेग लेकर मायके जाने को तैयार हो गई और तीनों बस स्टेंड रवाना हो गए।

इस दौरान राखी का पति त्रिलोक परमार बाजार गया हुआ था जब यह तीनों घर से निकले तो सास ने अपने बेटे त्रिलोक को फोन कर नमक मिर्च लगाकर बताया और कहा यह मेरी बेइज्जती करके गए है यह सुनकर वह आगबबूला हो गया और पहले वह घर आया और उनके नही मिलने पर वह अपने कुछ साथियों के साथ बागचीनी के बस स्टैंड पहुंचा जहां यह तीनों बस का इंतजार कर रहे थे उन्हें देखकर त्रिलोक ने उन तीनों पर कट्टे से ताबड़तोड़ फायरिंग की जिससे उसकी पत्नी राखी इसके भाई पुष्पराज की घटना स्थल पर ही मौत हो गई, जबकि मौके पर पहुंची पुलिस ने गोली लगने से गंभीर रूप से घायल महिला जूली को मुरैना जिला चिकित्सालय पहुंचाया जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया।

बताया जाता है मृतक राखी भिंड जिले के अटेर की रहने वाली थी जिसकी 12 साल पहले त्रिलोक से शादी हुई थी।

पुलिस ने घटनास्थल से मृतक पत्नी राखी और उसके भाई पुष्पराज के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है इस घटना के बाद मुरैना एसपी शैलेंद्र सिंह चौहान भी मामले की गंभीरता को देखते हुए बागचीनी पहुंच गए है और उन्होंने सुरक्षा के मद्देनजर गांव में फोर्स तैनात कर दिया है वही पुलिस आरोपी त्रिलोक परमार की खोजबीन में जुट गई है जो अपनी मां और बच्चो के साथ गांव से फरार हो गया है।

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मध्य प्रदेशमुरैना

प्यार करने वालों को मिली मौत, उन्ही के परिजनों ने मारकर चंबल नदी में फेंका, 13 दिन बाद खुलासा, दो दिन बाद भी नही मिले शव

मुरैना/ एक पिता को अपनी मासूम बेटी का प्यार करना रास नहीं आया और उसने झूठी शान के लिए अपनी बेटी और उसके प्रेमी का कत्ल कर दिया और उनके शवों को चंबल नदी में फेक दिया ।ऑनर किलिंग का यह मामला मध्यप्रदेश के मुरैना जिले का है अब एक वीडियो सामने आया है जिसमें लड़की कह रही है हम प्रेम करते है और अपनी मर्जी से भागे है और शादी करना चाहते है हमें परेशान ना किया जाएं। जबकि लड़की के पिता ने पुलिस के सामने अपने गुनाह को कबूल कर लिया है लेकिन दो दिन तक नदी में रेस्क्यू ऑपरेशन चलाने के बाद भी पुलिस अभी तक उनके प्रेमी जोड़े के शव बरामद नही कर पाई हैं।

मुरैना जिले के रतन बसई गांव में रहने वाले राजपाल तोमर की बेटी शिवानी (19 साल) को 13 जून को गांव के ही बीकेश तोमर और कालिया तोमर ने गांव के बाहर बीहड़ की तरफ जाते देखा तो शक होने पर दोनों ने उसका पीछा किया इस बीच यह खबर उन्होंने शिवानी के पिता को भी दे दी, बताया जाता है इस दिन शिवानी का बालू का पूरा निवासी अपने प्रेमी राधेश्याम तोमर उर्फ छोटू (21 साल) के साथ भागने का प्लान था इस बीच राधेश्याम भी फोन पर लोकेशन लेते हुए बीहड़ में शिवानी के पास पहुंच गया।

इधर गांव के व्यक्तियों के बताने पर शिवानी का पिता राजपाल तोमर और चाचा और अन्य परिजन भी वहां पहुंच गए और उन्होंने दोनों को घेर लिया और उन्होंने मिलकर लाठी डंडों से राधेश्याम को निर्ममता से पीट पीट कर मार डाला इस बीच शिवानी ने ऊपर लेटकर बचाने का प्रयास किया तो उन्होंने उसकी भी पीटपीट कर हत्या कर दी। उसके बाद उन्होंने दोनों के शव उठाकर चंबल नदी में फेंक दिए।

इधर राधेश्याम के बड़े भाई घनश्याम तोमर ने अंबाह पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए है इसका कहना है उसके भाई को 3 जून को राजपाल तोमर और उनके साथ के 10 ..12 लोगों ने जबरन पकड़ लिया था मैं 4 बजे अंबाह पुलिस थाने गया और उन्हे बताया लेकिन पुलिस ने उसकी कोई सुनवाई नहीं की रात 2 बजे पुलिस जब रतनबसई गांव पहुंची तो राजपाल तोमर और उनके परिवारजन घर से गायब मिले उसके बाद पुलिस ने 4 जून को अपहरण का मामला दर्ज ना करते हुए गुमशुदगी दर्ज की उसने कहा यदि पुलिस समय पर कार्यवाही करती तो उसका भाई आज जीवित होता।

जानकारी के अनुसार इससे पहले यह दोनों पिछले महिने 6 मई को भी भागे थे लेकिन सात दिन बाद शिवानी वापस लौट आई थी इस हत्याकांड के बाद इन दोनों का एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें शिवानी कह रही है हम दोनों आपस में बहुत प्यार करते है और मैं अपनी मर्जी से भागी हूं हम शादी करना चाहते है हमें कोई परेशान ना करें हमें परेशान ना किया जाएं। लगता है यह जो वीडियो वायरल हुआ है यह उसी समय का हैं।

मामला दर्ज होने के बाद अंबाह पुलिस कुछ दिन जांच के साथ खोजबीन करती रही पिछले दिनों शिवानी के पिता राजपाल तोमर पुलिस के हाथ आया जब पुलिस ने उससे कड़ाई से पूछताछ की तब इस हत्याकांड का पर्दाफाश हुआ। उसने बताया उसने अपने परिजनों के साथ 3 जून को लाठी डंडे से दोनों को पीट पीट कर मार डाला और उनके शवों को 3 और 4 जून की दरमियानी रात चंबल नदी के रेह घाट पर पानी में डाल दिया था।

शिवानी के पिता के बताने के बाद पुलिस ने एसडीआरएफ की मदद से चंबल नदी में शवों की खोजबीन के रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया लेकिन दो दिन होने के बावजूद फिलहाल पुलिस शव बरामद नही कर पाई है एसपी शैलेंद्र सिंह चौहान ने शव मिलने तक सर्चिंग ऑपरेशन जारी रखने की बात कही है साफ है पुलिस मंगलवार को भी खोजबीन करेगी।

लेकिन प्रेमी प्रेमिका के इस हत्याकांड में एक बात समझ में नहीं आई कि दोनों एक ही जाति क्षत्रिय (ठाकुर) वर्ग और उपजाति से तोमर थे दोनों की उम्र भी ठीक थी जब शिवानी पहले अपने प्रेमी के साथ गई थी और लौट आई तो फिर उसके पिता ने राधेश्याम के परिजनों से शादी की बात क्यों नहीं की राधेश्याम के भाई के बयान से लगता है युवक का परिवार राजी भी था यदि कोशिश की जाती तो दोनों का विवाह हो जाता और वह आज जीवित होते लेकिन लगता है शिवानी के परिजनों ने इसे अपनी हेटी और बेइज्जती समझ ली और झूठी शान के लिए उन्होंने इतनी बड़ी घटना को अंजाम दे डाला।

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मध्य प्रदेशमुरैना

मुरैना के लेपा हत्याकांड के दो इनामी आरोपी शॉर्ट एनकाउंटर में गिरफ्तार, अभीतक 2 महिलाओं सहित 5 आरोपी पुलिस की गिरफ्त में

मुरैना/ मप्र के मुरैना जिले के लेपा गांव में 5 मई को हुए जघन्य हत्याकांड के 2 और आरोपियों को पुलिस ने उसेदघाट इलाके के बीहड़ों में हुए शॉर्ट एनकाउंटर में गिरफ्तार कर लिया है इन पर 30 …30 हजार का इनाम घोषित था। अभी तक पुलिस ने 2 महिलाओं सहित कुल 5 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है जबकि अभी भी चार आरोपी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है और फरार बताएं जाते हैं। जिनकी पुलिस सक्रियता से तलाश कर रही हैं।

मुरैना जिले के सिहोनिया थाना इलाके के गांव लेपा में 5 मई को यह निर्मम हत्याकांड 2013 में घूरे की जमीन को लेकर उपजे विवाद और रंजिश को लेकर हुआ था जिसमें तीन महिलाओं सहित 6 लोगों को आमने सामने गोलियां दाग कर मौत की नींद सुला दिया गया था। पुलिस ने इस मामले में 9 लोगों पर हत्या का मामला दर्ज किया था।

मुरैना पुलिस ने एक आरोपी वीरसिंह तोमर को घटना के बाद गिरफ्तार कर लिया और उसके बाद आरोपी युवकों को हत्या के लिए उकसाने के साथ और उन्हें कारतूस देने वाली दो महिलाओं रज्जो देवी और पुष्पादेवी तोमर को भी पकड़ लिया था।

बीते दिन मुरैना पुलिस को खुफिया सूत्रों से खबर मिली कि कुछ संदिग्ध युवकों को महुआ थाना क्षेत्र के उसेदघाट की तरफ देखा गया है तो पुलिस ने उन्हें पकड़ने के लिए घेराबंदी शुरू की और पुलिस टीम को उसेदघाट के बीहड़ों में दो लोग दिखे जब पुलिस ने उन्हें पकड़ने की कोशिश की तो उन्होंने पुलिस पर फायरिंग शुरू करदी लेकिन पुलिस की जवाबी कार्यवाही में इस हत्याकांड के दो आरोपी अजीत सिंह और भूपेंद्र सिंह तोमर पकड़े गए जिसमें एक के। पैर में गोली भी लग गई है प्राथमिक इलाज के बाद पुलिस टीम इन्हें मुरैना ले आई है।

आईजी चंबल रेंज सुशांत सक्सेना ने फरार आरोपियों पर पहले दस दस हजार का इनाम घोषित किया था लेकिन बाद में इन आरोपियों पर इनाम राशि बड़ा कर 30 ..30 हजार कर दी गई है।

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देशमध्य प्रदेशमुरैना

मप्र का चंबल फिर गोलियों से गूंज उठा, मुरैना में खूनी संघर्ष 6 लोगो की गोली मारकर हत्या, मरने वाले एक ही परिवार के

मुरैना/ मध्यप्रदेश के चंबल क्षेत्र का मुरैना गांव आज फिर गोलियों की गूंज से दहल उठा, जिले के लेपा गांव में हुए खूनी संघर्ष में एक ही परिवार के 6 लोगों की गोली मारकर निर्ममता से हत्या कर दी गई मरने वालों में पिता उसके दो पुत्र सहित 3 महिलाएं शामिल है बताया जाता है दो पक्षों में जमीन के घूरे को लेकर हुए मामूली विवाद में करीब 10 साल पहले भी खूनी संघर्ष हुआ था इसी की परणिति आज इस निर्मम हत्याकांड में तब्दील हो गई।

यह खूनी वारदात शुक्रवार को सुबह मुरैना जिले के सिहोनिया थाना क्षेत्र के गांव लेपा में हुई यहां गांव के दो गुटों में 10 साल पहले जमीन के घूरे को लेकर जो विवाद शुरू हुआ उसकी आग ठंडी नहीं हुई और दोनों के बीच पिछले 10 साल से पुरानी रंजिश चली आ रही थी आज सुबह एक पक्ष लाठी डंडे लेकर दूसरे के सामने आ गया और दोनों एक दूसरे से भिड़ गए इसी बीच एक पक्ष का युवक बंदूक लेकर आ गया और उसने जो दिखा उसको एक के बाद एक निशाना बनाना शुरु कर दिया फायरिंग के बीच गजेंद्र सिंह तोमर उनके दो पुत्र और लड़कों की दोनों बहुएं और अन्य महिला सामने आ गई और गोली लगने से नीचे गिर गई और इनमें से तीन की घटना स्थल पर ही मौत हो गई।

जबकि गोली लगने से गंभीर रूप से घायल तीन लोगों की अस्पताल में मौत हो गई बताया जाता है मरने वालों में गजेंद्र सिंह तोमर उसके पुत्र संजू तोमर, फुनदी तोमर और दोनो बेटों की पत्नियां और एक अन्य महिला शामिल है जबकि वीरेंद्र तोमर, विनय तोमर और उसकी पत्नी घायल बताएं जाते है।

जानकारी मिलने पर वरिष्ठ पुलिस प्रशासन के निर्देश के बाद जिले के सभी थानों का पुलिस बल घटना स्थल पर पहुंच गया है एसपी सहित अन्य पुलिस अधिकारी भी गांव में है पूरा गांव पुलिस छावनी में तब्दील हो गया है लेकिन बताया जाता है इस घटना को अंजाम देने के बाद सभी आरोपी भाग गए पुलिस उनकी तलाश में जुट गई है । फिलहाल किसी आरोपी के पकड़े जाने की खबर नहीं है पुलिस अधिकारियों के मुताबिक नाकेबंदी कर दी गई है और पुलिस संभावित क्षेत्रों में उनकी तलाश कर रही हैं।

बताया जाता है 2013 में भी रंजीत तोमर और राधे तोमर के परिवारों के बीच जमीन पर एक घूरे को लेकर खूनी संघर्ष हुआ था जिसमें रंजीत तोमर के परिवार के दो लोगों की हत्या हुई थी उसके बाद रंजीत तोमर का परिवार गांव छोड़कर दूसरी जगह चला गया था कुछ दिनों पहले ही यह परिवार वापस गांव लौटा है साफ है बदला लेने के लिए आज उन्होंने हथियारबंद होकर राधे तोमर के परिवार पर हमला बोल दिया और 6 लोगों की हत्या करदी।

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मध्य प्रदेशमुरैना

पूर्व विधायक पर कुत्ते ने किया हमला

मुरैना/ मप्र के मुरैना में एक पूर्व विधायक को जन संपर्क करना उस वक्त भारी पड़ गया जब जनसंपर्क के दौरान एक पालतू कुत्ते ने पूर्व विधायक पर हमला करके उन्हें लहूलुहान कर दिया। दरअसल यह पूरा मामला मुरैना के पोरसा इलाके का है। बीएसपी के अंबाह से पूर्व विधायक सत्य प्रकाश सखबार पोरसा इलाके में जनसंपर्क कर रहे थे। जन संपर्क करते हुए जब वह एक परिचित प्रबल सोलंकी के घर पर पहुंचे तो उनके पालतू कुत्ते ने अचानक पूर्व विधायक पर हमला बोल दिया।

पालतू कुत्ते ने पूर्व विधायक सत्यप्रकाश सखबार को जगह-जगह काटकर बुरी तरह घायल कर दिया। घायल पूर्व विधायक को उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती करवाया गया है यहां उन्हें एंटी रेबीज इंजेक्शन दिए गए हैं और उनके घाव पर मरहम पट्टी भी की गई है। हम आपको बता दें किस सत्य प्रकाश सखबार वर्तमान में कांग्रेस पार्टी के नेता हैं उन्होंने बीएसपी को छोड़कर कांग्रेस का दामन थाम लिया था।

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मुरैना

मप्र के मुरैना जिले के बामौर में दिनदहाड़े कपड़ा व्यापारी का मर्डर, आरोपी सीसीटीवी में कैद

मुरैना/ मध्यप्रदेश के मुरैना जिले के बामोर शहर में एक कपड़ा व्यवसाई की दिनदहाड़े बदमाशों ने गोली मारकर हत्या करदी यह वारदात दुकान में लगे सीसीटीवी में कैद हो गई जिसमें दो युवक बिना पहचान छुपाएं व्यापारी कैलाश गोयल को गोली मारते दिख रहे हैं। इस घटना के बाद इलाके में दहशत फेल गई कारण इससे पहले भी इसी तरह की दो घटनाएं यहां हो चुकी है। जबकि व्यापार जगत में इस घटना को लेकर भारी गुस्सा है।

मृतक के भाई के मुताबिक उन्होंने ग्वालियर के हनुमान चौराहे पर एक प्रॉपर्टी खरीदी थी उसके बाद प्रवेश पाठक दीपक पाठक अनिल वर्मा और कमल वैश्य उनके भाई पर और पैसा देने का दवाब बना रहे थे नही देने पर उन्होंने इस हत्याकांड को अंजाम दिया। इसके मुताबिक धमकी मिलने पर हमने पुलिस को शिकायत की थी लेकिन पुलिस आरोपियों से मिली है उसने वक्त रहते कोई कार्यवाही नही की।

इधर अतारिक्त पुलिस अधीक्षक नरवरिया का कहना है उन्होंने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर दो आरोपियों की पहचान करली है जल्द सभी आरोपियों की गिरफ्तारी कर उन्हे कड़ी सजा दी जायेगी। जबकि पुलिस के लापरवाही बरतने के आरोप से उन्होंने इंकार किया।

लेकिन दिनदहाड़े हुई एक व्यवसाई की गोली मार कर हत्या को लेकर ग्वालियर और मुरैना के व्यापारियों और व्यापारी संगठनों में भारी गुस्सा है उन्होंने नेशनल हाईवे 3 पर चक्काजाम भी किया उनकी की मांग है कि सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर कड़ी कार्यवाही की जाएं।

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मध्य प्रदेशमुरैना

17 ग्रामीण चंबल नदी में डूबे, 2 के शव निकाले 5 लापता, मुरैना राजस्थान बॉर्डर पर हुआ हादसा, केलादेवी दर्शन को जा रहे थे सभी

मुरैना / मप्र के मुरैना और राजस्थान के बॉर्डर पर केलादेवी मां के दर्शन को जा रहे 17 ग्रामीण दर्शनार्थी चंबल नदी में डूब गए जिनमें से 10 लोगों को बचा लिया गया है जबकि 2 के शव गोताखोरों ने निकाल लिए और 5 लोग लापता है जिनकी एनडीआरएफ की टीम तलाश कर रही हैं। बताया जाता है पैदल नदी पार करते समय अचानक मगरमच्छ का हमला करने से मची अफरा तफरी से यह हादसा हुआ।

शिवपुरी जिले के तेंदुआ थाना क्षेत्र के चिलावड़ गांव के 17 महिला पुरुष और बच्चें मुरैना सबलगढ़ और टेटरा होते हुए होते हुए केलादेवी के दर्शन करने जा रहे थे जब यह सबलगढ़ और मंडरायन (राजस्थान ) की सीमा के पास राड़ीराधेन गांव के पास पैदल ही एक दूसरे हाथ थामे उथली जगह से चंबल नदी पार कर रहे थे बताया जाता तभी एक मगरमच्छ ने हमला कर दिया अचानक हुए इस हमले से वे घबरा गए और सभी नदी के पानी में डूबने उतराने लगे। खबर मिलने पर मुरैना और राजस्थान का पुलिस बल और प्रशासन मौके पर पहुंचा और ग्रामीणों और स्थानीय गोताखोरों की मदद से दो लोगों के शव नदी से निकाल किए गए फिलहाल 5 लोग लापता बताए जाते हैं। बाद में वहां पहुंची एनडीआरएफ की टीमें उनकी तलाश कर रही है।

बताया जाता है जिन दो लोगों की मौत हुई है उनके नाम देवकीनंदन कुशवाह (55 साल) , कल्लोबाई पत्नी चौऊ कुशवाह (40 साल) जबकि जो लापता है उनमें रुकमणी पत्नी दीपक कुशवाह, लवकुश पुत्र धानसिंह (12 साल) ब्रजमोहन पुत्र पप्पू कुशवाह, रश्मि पत्नी अलोपा कुशवाह शामिल है बाकी 10 लोगों को सुरक्षित बचा लिया गया है इनमें शामिल धनीराम चोऊ कुशवाह और जानकी कुशवाह को राजस्थान की सीमा में गोताखोरों ने नदी से बाहर निकाल लिया है।

बताया जाता है जिन दो लोगों की मौत हुई है उनके नाम देवकीनंदन कुशवाह (55 साल) , कल्लोबाई पत्नी चौऊ कुशवाह (40 साल) है जबकि जो लापता है उनमें रुकमणी पत्नी दीपक कुशवाह, लवकुश पुत्र धानसिंह (12 साल) ब्रजमोहन पुत्र पप्पू कुशवाह, रश्मि पत्नी अलोपा कुशवाह के नाम शामिल है बाकी 10 लोगों को मुरैना और राजस्थान पुलिस ने सुरक्षित बचा लिया है इनमें धनीराम पुत्र खेरा कुशवाह चोऊ पुत्र ठाकुरी कुशवाह और जानकी पुत्र हक्के कुशवाह को राजस्थान की सीमा में गोताखोरों ने चंबल नदी से बाहर निकाल लिया गया। इसके अलावा अन्य सुरक्षित लोगों में राकेश पुत्र मुरारी, सुनील पुत्र राजदेव, संतरा पत्नी सेवक, दीपक पुत्र देवकीनंदन, रामश्री पत्नी बचनलाल, संपत्ति पत्नी राकेश सभी कुशवाह शामिल हैं।

मुरैना एएसपी रायसिंह नरवरिया ने बताया कि यह सभी लोग शिवपुरी जिले के तेदुआ थाना क्षेत्र के चिलावड गांव के रहने वाले हैं जो केलादेवी के दर्शन के लिए जा रहे था आज सुबह 7 बजे यह घटना घटी जब यह सभी राड़ीराधेन गांव के पास एक दूसरे का हाथ थामे पैदल चंबल नदी पार कर रहे थे तभी यह हादसा हुआ और सभी पानी में डूबने लगे प्रशासन और पुलिस ने खबर मिलते ही तुरंत एनडीआरएफ टीम और गोताखोरों को नदी में उतारा इस घटना में 10 लोग सुरक्षित बचा लिए गए जबकि 7 लोग लापता थे उनमें से 2 के शव निकाल लिए गए है शेष को निकालने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन जारी हैं। एएसपी नरवरिया के मुताबिक इस इलाके में चंबल नदी पर कोई पुल नही है और यहां से लोग नदी को पैदल ही पार करते हैं।

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