नोटबंदी और जीएसटी आर्थिक हादसा… जीडीपी गिरने का बड़ा कारण… अपनी सरकार को ही कटघरे में खड़ा किया यशवंत सिन्हा ने…
नई दिल्ली / अब भाजपा की आर्थिक नीतियों के खिलाफ़ उनके ही नेता ने जवाब मांगकर पार्टी और सरकार दोनों को कटघरे में खड़ा कर दिया है यशवंत सिन्हा ने कहा कि विकास दर गिरना चिन्ताजनक है और इससे अर्थव्यवस्था काफ़ी कमजोर हुई है, आज जीडीपी 5.7 पर है जो पिछले तीन साल में न्यूनतम है, सिन्हा यही नही रुके उन्होंने नोटबन्दी को असफ़ल बताते हुएं कहा कि नोटबन्दी का फ़ैसला आत्मधाती हो गया, कालाधन वापस नही आया, और नोटबंदी आर्थिक हादसे के रूप में हमारे सामने आई, उन्होने कहा कि सरकार ने जीएसटी को सही रूप से लागू नही किया, सरकार और उनके वित्तमंत्री ने काफ़ी जल्दबाजी की जिससे परेशानियां बड़ गई, इसका सीधा असर रोजगार पर पड़ा लाखों रोजगार छिन गये इससे राजस्व में कमी आ गई |
भाजपा नेता यशवंत सिन्हा ने मोदी सरकार और वित्तमंत्री अरुण जैटली पर अप्रत्यक्ष रूप से हमला सा कर दिया उन्होने कहा कि आज देश की जीडीपी के निम्नस्तर पर आने के लिये सरकार की नीतियां दोषी है, योजनाओं पर तेजी से काम नही हुआ, बड़ी योजनाये अटकी पडी़ है उन्होने कहा आजका समय तेजी बड़ने का है लोगो में धैर्य नही है लोग नतीजे चाहते है सरकार यह बात समझे, सरकारी खर्च और सरकारी ऋण के बीच समन्वय बनाने की जरूरत है, सिन्हा ने कहा कि उद्योगिक उत्पादन, कृषि, निर्यात निर्माण, निजी निवेश आदि सभी क्षेत्र चरमरा रहे है, सिन्हा ने बडी बेवाकी से कहा सरकार मेरे सवालों का जवाब दे |
यशवंत सिन्हा ने कहा कि पिछली सरकार को दोष देना ठीक नही है जिसपर पी. चिदम्बरम् ने ध्यान नही दिया वही गल्ती आप कर रहे हो, उनके बेटे जयंत सिन्हा के सरकार का इस मुद्दे पर समर्थन करने पर उन्होने कहा कि जयंत अपना धर्म निभाये, में देश हित में अपना धर्म निभा रहा हूं वही उन्होने एक सवाल पर कहा कि मेरे लिये सरकार के दरवाजे बंद है, मिडिया ही मेरा आज माध्यम है |