नई दिल्ली – पूर्व वित्तमंत्री यशवंत सिन्हा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर पलटवार करते हुएं कहा है कि वे शल्य नही है ना ही भीष्म पितामह की तरह शान्त रहेंगे यदि अर्थ व्यवस्था का चीरहरण हुआ तो वे खुलकर बोलेंगे, सिन्हा ने कहा कि यूपीए से तुलना करना ठीक नहीं है क्योंकि आपपर भरोसा करके उसे जनता ने सत्ता से बाहर कर दिया, उन्होंने यह भी कहा कि सरकार रोजगार के फ़्रन्ट पर भी फ़ेलुअर रही है।
सिन्हा ने कहा कि, अर्थ व्यवस्था मामले में प्रधानमंत्री खुद सामने आये मुझे आश्चर्य हुआ, पर चर्चा शुरू हुई यह बड़ी बात है उन्होने कटाक्ष करते हुएं कहा कि यूपीए से तुलना करना ठीक नही हमने जो वायदे किये उसे हमें पूरा करना होगा क्योंकि आगामी चुनाव में जनता हम से सबाल पूंछेगी उन्होंने आँकडो का खेल खतरनाक बताते हुएं कहा कि हमें जमीनी हकीकत भी देखना चाहिये , सिन्हा ने कहा कि पिछली 6 तिमाही से आर्थिक दर गिरती जा रही है आज से पहले भी 5.7 थी, उन्होने कहा यदि जीडीपी 8 पर होगी तो भी देश को गरीबी से उबरने के लिये 15 – 20 साल लगेंगे, उन्होंने साफ़ कहा कि वनवे कम्युनीकेशन परेशानी का सबब बनता जा रहा है।
भाजपा नेता यशवंत सिन्हा ने कहा कि रोजगार का जो फ़िगर 2009 में था आज भी वही है रोजगार बड़ने की बजाय घट रहे है और सरकार रोजगार देने के मामले में फ़ेलुअर रही है मोदी का नाम लिये बिना उन्होने कहा कि उनसे कोई पूछने की हिम्मत नही करेगा परन्तु हम जैसे सार्वजनिक जीवन वाले नेताओ से वोट मांगते समय जनता सबाल जरूर पूँछेगी,क्योंकि हम जब आज किसी से नौकरी देने की बात करते है तो उल्टा वह छटनी की बात कहता है, यही सबाल उठता है हमने जो वायदे किये उनका क्या हुआ,आज रोजगार पर बड़ा प्रश्न चिन्ह लग रहा है।
सिन्हा ने मोदी सरकार को सुझाव देने के सबाल पर कहा कि उनके पास बड़े काबिल लोग है में क्या सलाह दूँगा, मेने वित्तमंत्री रहते जो कार्य किये उसका ही अध्ययन कर लें तो जबाव मिल जायेंगा, सिन्हा ने यह भी कहा कि आज किसी की लहर पर वोट मिले यह निश्चित नही है उन्होने कहा 350 प्लस की बात करने वाले आँकडो की बजाय पहले जमीनी हकीकत समझे,अभी अगले चुनाव के लिये ढेड़ साल बाकी है और हमे बड़ी सावधानी से आगे बड़ना होगा तभी सफ़लता हाथ लगेंगी।