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अब जीने का कोई मतलब नहीं खिलाड़ी मेडल लेकर पवित्र गंगा में प्रवाहित करने हरिद्वार पहुंचे, भावुक हुई महिला पहलवान, सरकार को 5 दिन का अल्टीमेटम

Wrestlers Strike
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नई दिल्ली/ बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह पर कोई कार्यवाही से नही होने और संसद मार्च के दौरान उनके साथ पुलिस की बदसलूकी और एफआईआर दर्ज करने से रेसलर्स काफी व्यथित है यौन शौषण से पीड़ित महिला पहलवान अपने मेडल पवित्र गंगा को अर्पण कर दिल्ली के इंडिया गेट पर अब आमरण अनशन करेंगे उनका कहना है हमने पवित्र मन से मेहनत करके यह मेडल प्राप्त किए थे लेकिन देश के तंत्र ने हमारे साथ उल्टा दोषियों जैसा व्यवहार किया अब हम सोचते है देश के लिए हमने जो मेडल जीते उससे हमारे राजनेताओं ने खुद को महिमा मंडित तो किया लेकिन आज हम न्याय के लिए तरस रहे है अब हमारे जीने का कोई ओचित्य नही हैं अब लोक को तय करना पड़ेगा वह हमारे साथ है या सफेद कपड़ों में हमारा मजाक उड़ाने वाले तंत्र के साथ।

महिला पहलवान विनेश फोगाट, साक्षी मालिक, बजरंग पूनिया ने तीन पन्नों का एक पत्र जारी किया जो काफी मार्मिक और दिल को झकझोरने वाला था जिसमें उन्होंने अपनी पीड़ा दर्शाते हुए कहा हमने पहले अपने मेडल राष्ट्रपति को सौंपने का सोचा था हमारे धरना स्थल जंतर मंतर से केवल 2 किलोमीटर दूर मोजूद राष्ट्रपति जो खुद महिला है उन्होंने हमारे लिए कुछ नही किया और प्रधानमंत्री जो संसद का उदघाटन करते रहे उन्होंने भी कोई सुधि नहीं ली उल्टा यौन शौषण करने वाला आरोपी नई संसद के कार्यक्रम में सफेद कपड़ों में ठहाके लगाते हुए हम पर तंज कस रहा था और ऊपर सत्य मेव जयते लिखा था हम समझ गए अब हमारी कोई नही सुनेगा और पवित्र गंगा में मेडल प्रवाहित करना ही ठीक होगा क्योंकि हमने भी काफी मेहनत और पवित्र मन से देश के लिए यह मेडल प्राप्त किए थे। उसके बाद पीड़ित पहलवान अपने सभी मेडलो के साथ हरिद्वार गंगा किनारे हर की पौड़ी पर पहुंचे इस बीच काफी संख्या में उनके समर्थक और अनेक खिलाड़ी भी वहां पहुंच गए थे। इस बीच साक्षी मालिक विनेश फोगाट और संगीता फोगाट सहित अन्य पहलवान काफी भावुक हो गए और उनकी आंखों से बहते आंसू उनकी बेबसी और मजबूरी को साफ दिखा रहे थे ।

इधर जैसे ही यह खबर फैली हरियाणा पंजाब यूपी सहित पूरा देश में पहलवानों के इस निर्णय से हतप्रद रह गया और सनसनी फेल गई तुरत फुरत किसान नेता राकेश टिकैत ने एक संदेश जारी कर पहलवानों से अपील की कि वे हताश ना हो हम सब उनके साथ है और वे रुके अपने मेडल गंगा में विसर्जित नही करें। बीकेयू नेता राकेश टिकैत ने कहा कि पहलवान अपने मेडल गंगा में प्रवाहित ना करें क्योंकि यह मेडल देश और देश की जनता के है खिलाड़ी हताश बिल्कुल ना हो हम उनको न्याय दिलाने के लिए संघर्ष करेंगे और किसानों के साथ अब हमारे एजेंडे में पहलवान भी शामिल है 28 मई को सरकार के इशारे पर पुलिस ने हमें रोका था और पहलवानों के समर्थन में सैकड़ों लोगों ने अपनी गिरफ्तारी भी दी थी लेकिन हम सभी पहलवानों के साथ खड़े हैं।

इसके बाद एक के बाद एक राजनेतिक पार्टियों के नेताओं के भी बयान आने लगे दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा पूरा देश स्तब्ध है सभी की आंखों ने आंसू है प्रधानमंत्री जी अब तो अहंकार छोड़ दो,।

जबकि कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने प्रेस कांफ्रेंस में कहा यह लड़किया देश की मृत आत्मा से कह रहे थे कि देश में अब हमारा कुछ नही रहा सरकार चुप है सेलिब्रिटी चुप है एक कहावत है रोम जल रहा था और नीरो बांसुरी बजा रहा था इसी तरह राजा अपना राज्याभिषेक करा रहा था तो दूसरी तरफ देश की वह लड़कियां जिन्होंने देश का गौरव बढ़ाया वह घसीटी जा रही थी पीटी जा रही थी लेकिन राजा ने देश की बेटियों के लिए अपना मोन व्रत नही तोड़ा राजा ने एक बार नही कहा मैं अपील करता हूं आप ऐसा मत कीजिएगा, लेकिन हम उनसे अपील करते है बार बार करते है आपके साथ अन्याय हो रहा है गलत हो रहा है सुप्रिया यह कहते कहते भावुक हो गईं बोली लेकिन हम हाथ जोड़कर इन महिला पहलवानों से कहते है यह मेडल आपके खून पसीने की कमाई है यह राष्ट्र का गौरव है आप इन्हें गंगा के पानी में मत बहाईये।

इधर किसान नेता गुरनाम सिंह चढ़ूनी ने अपील करते हुए कहा कि आपके मेडल देश की धरोहर है आपके खानदान की धरोहर है हमारी अगली पीढ़ी को इससे हौसला और मार्गदर्शन मिलता है आप हमें केवल 4 जून तक का समय दे हम वायदा करते है कि आपको न्याय मिलेगा किसान पंचायत की बैठक में हम रणनीति बनाकर आरपार की लड़ाई आपके लिए लड़ेंगे और फैसला होगा कि हम रहेंगे या नही रहेंगे। आपसे मेरा अनुरोध है आप अपने मेडल गंगा में मत बहाओ।

इस खबर के बाद किसान नेता नरेश टिकैत हरिद्वार पहुंचे और हर की पौड़ी पहुंच कर उन्होंने विनेश फोगाट साक्षी मालिक और बजरंग पूनिया से मुलाकात की और उन्हें सादगी से काफी देर तक समझाइश दी साथ ही उनसे कहा कि वह उन्हें 5 दिन का समय दे और फिलहाल अपने निर्णय को 5 दिन के लिए रोक दे यदि उनकी मांग पूरी नहीं होती तो वह कुछ भी कर सकते है। काफी देर बाद पहलवानों ने उनकी बात मान ली और अपने सभी मेडल उन्हें सौप दिए। मीडिया से चर्चा करते हुए नरेश टिकैत ने बताया कि हमने केंद्र सरकार को इन पहलवानों की मांगों को पूरा करने के साथ बृजभूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी के लिए 5 दिन का अल्टीमेटम दिया है यदि सरकार नही मानती तो जो होगा वह उनकी सोच से भी बाहर होगा।

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