ग्वालियर में तैयार हो रही महिला बाइकर्स राजपथ पर अगले साल करेंगी स्टंट परफार्म
ग्वालियर- ग्वालियर के टेकनपुर में देश में पहली बार बीएसएफ की बाइक पर स्टंट करने वाली महिला जांबाज टीम तैयार हो रही है। इस टीम के कारनामे इतने हैरतअंगेज होंगे जिन्हें देखकर आप दांतों तले अंगुली दबाने को मजबूर हो जाएंगे। बीएसएफ की हैरतअंगेज कारनामों वाली उस टीम का परिचय कराने जा रहे हैं जिनके हुनर का प्रदर्शन साल 2018 में आपको दिल्ली के राजपथ पर देखने को मिलेगा।
देश भर के अलग-अलग फ्रंटियर की 5 हजार महिला सैनिकों में से 45 को सिलेक्ट किया गया हैं। 45 में से 43 ने बुलट तो दूर कभी साइकिल तक नहीं चलाई थी। ट्रेनिंग शुरु हुई तो कई बार गिरकर चोटिल हुईं। हौसले डगमगाए लेकिन फिर उठकर खड़ीं हुईं। रोजाना 6 से 7 घंटे की कठिन ट्रेनिंग हुई और तब जाकर तैयार हुआ बाइक पर स्टंट करने वाला बीएसएफ का देश का पहला महिला जांवाज मोर्चा। महिला बाईकर रीना का कहना है कि उसे यूनिट से फोन आया था कि बीएसएफ अकादमी में जाबांज टीम तैयार होनी है। हमें उसके बारे में पता नही था। लेकिन जब उसके कारनामें देखे तो हम चैक गए। लेकिन अब उस टीम का हिस्सा है, साथ ही अच्छे स्टंट भी करते है।
पंजाब, बंगाल, राजस्थान, असम, त्रिपुरा, लद्दाख जैसे अलग अलग फ्रंटियर की 5 हजार महिला जवानों में से 45 चुनकर ग्वालियर के टेकनपुर स्थित बीएसएफ अकादमी मुख्यालय पहुंची और इनकी ट्रेनिंग का सिलसिला शुरु हुआ। महिला बाइकर्स की यह जाबांज टीम रोजाना कठिन ट्रेनिंग कर रहीं हैं।
1 रोजाना सुबह 4.30 बजे उठना
2 किसी भी सूरत में 6.15 बजे पीटी के लिए मैदान पर मौजूद रहना
3 6.45 बजे तक गेम्स
4 7.30 बजे ब्रेक फास्ट
4 8.30 बजे मैदान पर ट्रेनिंग के लिए मौजूद रहना
6 8.30 से 12.30 मैदान पर ट्रेनिंग
7 शाम को फिर 3.30 से 5.30 बजे तक ट्रेनिंग
महिला जांवाज टीम की ट्रेनिंग का ये सिलसिला 22 अक्टूबर 2016 से शुरु हुआ था। बीएसएफ में पहले से मौजूद पुरुष जांवाज टीम के जवान इन महिलाओं को ट्रेनिंग दे रहे हैं। खास बात ये है कि बीएसएफ की ये महिला बाइकर्स टीम की ज्यादातर सदस्य ऐसी हैं, जिन्होंने पहले कभी साइकिल तक नहीं चलाई। बीएसएफ की महिला बाइकर्स टीम मौजूदा वक्त में 16 स्टंट के लिए तैयार हो रही है। लेकिन आने वाले वक्त में इनके स्टंट की संख्या बढ़कर 25 तक होगी। चीफ इंस्ट्रक्टर के एम कल्याण का कहना है कि यह सभी लडकियां 2008 में भर्ती हुई थी। जिसको लेकर देशभर के अलग-अलग राज्यों की यूनिटों से महिला सैनिकों को इकट्टा किया है। जिन्हें बुलेट पर स्टंट करना सीखा रहे है। 46 महिला सैनिक हैं। उन्होने बताया कि 22 अक्टूबर 2016 से शुरु हुई ये ट्रेनिंग मार्च 2017 तक चलेगी। मार्च में बीएसएफ की ये महिला जांवाज टीम पहली बार अपनी परफॉर्मेंस देगी और इनका लक्ष्य 2018 में राजपथ पर होने वाली परेड में शामिल होना है । इनके हौंसले और साहस के आगे कोई लक्ष्य नामुमकिन लगता भी नही।