नई दिल्ली/ दिल्ली का मुख्यमंत्री कौन होगा? फिलहाल यह एक पहेली बनी हुई है चुनाव के नतीजे आए करीब एक हफ्ता हो गया है लेकिन बहुमत पाने वाली बीजेपी अभी तक सीएम का चेहरा तय नहीं कर पाई है। फिलहाल 8 नाम ऐसे है जो मुख्यमंत्री की रेस में बताए जाते है। जिसमें दो महिलाएं भी शामिल है। देरी से लगता है कही बीजेपी हाईकमान मध्यप्रदेश की तरह कही बिल्कुल नया और अप्रत्याशित नाम तो नहीं दे रहा है क्योंकि जो नाम चलते है उनमें से कोई मुख्यमंत्री नहीं बनता इतिहास गवाह हैं।
दिल्ली विधानसभा के नतीजे 8 फरवरी को आ गए थे और बीजेपी ने कुल 70 सीटों में से 48 सीट हासिल कर धमाकेदार जीत हासिल की और इस तरह 27 साल बाद वह बीजेपी सत्ता पर फिर से काबिज हुई। एक सप्ताह हो गया लेकिन बीजेपी हाईकमान दिल्ली के मुख्यमंत्री का नाम आज तक घोषित नहीं कर पाया है। यह भी कहा गया कि पीएम नरेंद्र मोदी के अमेरिका यात्रा से लौटने के बाद दिल्ली का मुख्यमंत्री तय होगा। अब वह भी भारत आ गए हैं।
मुख्यमंत्री पद के दावेदारों में अभी तक जो नाम सामने आए है उसमें प्रवेश वर्मा, मोहन सिंह विष्ट,विजेंद्र गुप्ता, सतीश उपाध्याय, आशीष सूद पवन शर्मा और महिलाओं रेखा गुप्ता और शिखा रॉय के नाम प्रमुखता से शामिल है। चूंकि प्रवेश वर्मा ने आप के संयोजक अरविंद केजरीवाल को दिल्ली क्षेत्र से हराया है। जबकि विजेंद्र गुप्ता काफी सीनियर नेता है जो रोहिणी सीट से तीसरी बार विधायक बने है।
जैसा कि दिल्ली में 23 फरवरी तक हर हालत में मुख्यमंत्री और उनकी केबिनेट बनना जरूरी है बीजेपी ने चुनाव जीतने किए कई बड़े बड़े वायदे किए है तो कई चुनौतियां उनके मुंह बाए खड़ी है जिसमें यमुना को साफ करना, हर घर पीने का पानी उपलब्ध कराना, खुदी पड़ी सड़कों का निर्माण और हर महिला को हर महीने 2500 ₹ सहायता राशि देना प्रमुख रूप से शामिल है।
अभी तक बीजेपी नेतृत्व कह रहा था की पीएम नरेंद्र मोदी विदेश यात्रा पर अमेरिका गए हुए है उनके आते ही दिल्ली में सरकार बनाने की प्रक्रिया शुरू हो जायेगी और मुख्यमंत्री का नाम भी घोषित हो जायेगा। जैसा कि प्रधानमंत्री मोदी कल अमेरिका से भारत लौट आए है। लेकिन अभी किसी तरह की हलचल नहीं देखी जा रही है सूत्र बताते है कि 18 – 19 फरवरी तक बीजेपी के पार्लियामेंट बोर्ड की बैठक होगी और उसके बाद पर्यवेक्षकों की नियुक्ति होने के साथ विधायक दल की बैठक में नेता का चुनाव होगा और इसी के साथ दिल्ली को नया मुख्यमंत्री मिल जायेगा। अब सवाल यह है कि दिल्ली का अगला मुख्यमंत्री कौन होगा चुने गए विधायकों में से होगा या कोई बाहरी होगा।