नई दिल्ली – प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहाकि स्वामी विवेकानंद ने भारत की परतंत्रता के दौरान भी धेर्य नही खोया और बिना डर के अमेरिका की धरती पर भारत की संस्कृति आध्यात्म और प्रेम का सन्देश विश्व को दिया,और विनाश या संहार की बजाय अपनत्व से मानव जाति को जीतने का मंत्र देकर भारत की परम्परा और प्राचीन संसकृति से सारी दुनियां को सबा सौ साल पहले परचित कराया यही कारण है आज यह 9 – 11 का दिन विश्व विजय दिवस है मोदी ने कहा उनके शिकांगो में दिये भाषण को दुनियां ने शताब्दी दिवस के रूप में मनाया यह भारतीयता की पहचान और ताकत का ही नतीजा था, जिसके माध्यम से भारत माँ को लोगो ने अपने अंदर समायोजित किया।
पी एम नरेंद्र मोदी शिकांगो में स्वामी विवेकानन्द के आज के दिन दिये भाषण के 125 वर्ष पूर्ण होने पर दिल्ली के विग्यान भवन में आयोजित कार्यक्रम में छात्रों को संबोधित कर रहे थे,मोदी ने स्वामी को महापुरुष बताते हुएं कहा कि यही बजह है सौ साल बाद भी रामकृष्ण मिशन आज भी जीवन्त है मोदी ने कहा कि वन्दे मातरम के घोष से हमारे रौगटे खड़े हो जाते है,लेकिन गंदगी फ़ैलाने वालो को इसको बोलने का कोई हक नही है,वही जो सफ़ाई करने वाले है उन्हें पूरा पूरा हक है, उन्होने कहा हमारे देश में आबादी का 65 फ़ीसदी युवा है हमे नोकरी देने वाला बनना है ना कि मांगने वाला,क्यो कि स्वामी विवेकानन्द ने सबा सौ साल पहले ही साबित कर दिया था कि भारत विश्व गुरू है।