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दतिया के श्रीपीताम्बरा पीठ मंदिर के दर्शन 8 से स्थानीय और 11 जून से बाहरी श्रद्धालुओ के लिये उपलब्ध
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पंजीयन कराने के साथ आरोग्य एप्प सेतु का उपयोग होगा अनिवार्य…
दतिया – मध्यप्रदेश के दतिया स्थित श्री पीताम्बरा पीठ मन्दिर के पट 8 जून सोमवार को खुलने जा रहे हैं लेकिन फिलहाल स्थानीय श्रद्धालु ही माँ बगुलामुखी पीतांम्बरा का दर्शन लाभ ले पाएंगे जबकि 11 जून से बाहरी श्रद्धालु भी माँ पीतांम्बरा के दर्शन कर सकेंगे लेकिन इससे पहले उन्हें अपना पंजीयन कराने के साथ ही आरोग्य एप्प सेतु का उपयोग करना भी अनिवार्य होगा। लेकिन फिलहाल धूमेश्वरी माई के दर्शन भक्तगण नही कर पायेंगे।
श्री पीतांम्बरा मंदिर के व्यवस्थापको के मुताबिक मंदिर 8 जून को आम श्रद्धालुओं के दर्शन के लिये खोला जा रहा है और सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक मंदिर के पट खुले रहेंगे और 10 जून तक सिर्फ स्थानीय दर्शनार्थी ही दर्शन कर सकेंगे।
स्थानीय दर्शनार्थीयों के लिये 7 जून से सुबह 09 बजे श्री पीताम्बरा पीठ आयुर्वेदिक चिकित्सालय में पंजीयन आरम्भ होगा पंजीयन व दर्शन के लिये परिचय पत्र (आधार कार्ड) लाना अनिवार्य होगा।
साथ ही 11 जून 2020 से स्थानीय तथा बाहरी श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ मंदिर खोला जायेगा लेकिन बाहर के श्रद्धालु लिंक के माध्यम से ऑनलाइन बुकिंग कर पहले अपना पंजीयन करायेगे तत्पश्चात दर्शन कर सकेंगे।
उन्होंने बताया लिंक की जानकारी 10 जून को उपलब्ध कराई जायेगी।मंदिर के व्यस्थापको ने बताया कि दर्शन के लिये सरकारी गाइड लाइन का पालन करना होगा और मंदिर में प्रवेश तथा निकास पीठ के उत्तर द्वार से होगा। साथ ही मास्क पहनना अनिवार्य होगा।
उससे पहले सभी दर्शनार्थियों की थर्मल स्क्रीनिग होगी और हाथ पैर धोकर ही मन्दिर में प्रवेश होगा साथ ही जूता चप्पल स्वयं जूताघर में रखना होगा जबकि कोई भी वस्तु फूल फल प्रसाद आदि मन्दिर में ले जाना वर्जित होगा। साथ ही दर्शन करते समय एक दूसरे से 6 फुट की दूरी रखनी होगी और मोबाइल बंद कर स्वयं की सुरक्षा में रखना होगा।
मंदिर व्यवस्थापको ने बताया कि फिलहाल सिर्फ माँ पीतांम्बरा का दर्शन लाभ श्रद्धालुओं को प्राप्त होंगे वहीं श्री धूमावती माई के दर्शन बंद रहेंगे।
साथ ही मां को अर्पित(लगा हुआ ) प्रसाद प्रसाद काउंटर पर उपलब्ध रहेगा उन्होने बताया कि मन्दिर परिसर में थूकना तथा किसी भी मूर्ति ,वस्तु, रेलिंग को छूना निषेध होगा साथ ही आरोग्य सेतु एप्प का प्रयोग अनिवार्य रहेगा।
मन्दिर पर दान पेटी में दान, चेक या ऑनलाइन स्वीकार्य होगा।साथ ही मंदिर प्रांगण में चिकित्सीय टीम तथा एम्बुलेंस आपात स्थिति में उपलब्ध रहेगी साथ ही खांसी जुकाम बुखार तथा संदिग्ध दर्शनार्थी को प्रवेश नही मिल सकेगा।