close
देश

लद्दाख की गलवान घाटी स्थित एलएसी पर चीन और भारतीय सैना में हिंसक झड़प

  • लद्दाख की गलवान घाटी स्थित एलएसी पर चीन और भारतीय सैना में हिंसक झड़प

  • भारत के एक सैन्य अफसर सहित तीन जवान शहीद

  • 5 चीनी सैनिक मारे गये और 11 घायल हुए चायना के ग्लोबल टाइम्स रिपोर्टर की खबर

  • रक्षामंत्री ने पीएम को दी जानकारी उच्च स्तरीय बैठक शुरू

लद्दाख – भारत के लद्दाख इलाके की एलएसी पर चीनी और भारतीय सेना के बीच हिंसक झड़प होने की खबर है करीब 45 साल बाद चीनी और भारतीय सैनिक एक दूसरे के आमने सामने आये हैं ।जिसमें भारत के एक सीनियर अफसर सहित 3 जवान शहीद हों गये हैं।

चायनीज पीएलए और भारतीय सेना के बीच यह झड़प गलवान घाटी में हुई हैं और सोमवार को रात साढ़े ग्यारह बजे शुरू हुई यह हिंसक झड़प करीब 3 घंटे तक जारी रही।

बताया जाता है चायनीज पीएलए लगातार दबाब बनाने के लिये जब लद्दाख के गलवान वेली के इलाके में आगे बढ़ने लगा तब भारतीय सेना ने उन्हें रोका उस दौरान दोनों के बीच यह भिड़ंत हो गई ।

बताया जाता हैं चीनी सैनिक गलवान घाटी में करीब 7 किलोमीटर तक आगे बढ़ आये थे और वे अपने साथ ट्रक में भरकर पत्थर और कटीले तार लेकर आये थे और उनको जब भारतीय सेना ने उन्हें आगे बढ़ाने से रोका तो चीनी सैनिकों ने पीछे हटते हुए उनपर पथराव शुरू कर दिया।

जिसकी जद में आने से एक कमांडिंग अफसर सहित तीन जवान शहीद हो गये खास बात है दोनों ही तरफ से गोलीबारी की कोईं खबर नही है।

इधर चीन के ग्लोबल टाइम्स के रिपोर्टर की रिपोर्ट के मुताबिक इस मुठभेड़ में चीनी सेना के 5 सैनिको की मौत हुई है और 11 सैनिक घायल हुए हैं। टाइम्स के एडीटर इन चीफ ने ट्वीट कर यह जानकारी दी है।

उल्लेखनीय हैं कि यह घटना तब सामने आई दोनों देशों के बीच कमांडर लेबल की बातचीत चल रही थी। जैसा कि गलवान घाटी का यह इलाका है जो बेगोगसो और पिग्गोंगसो के आगे हैं।

चीनी सरकार को यहां सड़क निर्माण से तखलीफ़ है वह लगातार उंसका विरोध दर्ज कराती आई है पिछले दिनों यहां रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने एक पुल निर्माण का शुभारंभ भीं किया था।

चूंकि भारत का एरिया पेट्रोलिंग पाइंट वन तक है और वहां तक अपना क्षेत्र मानता है जबकि चायना पेट्रोलिंग पॉइंट 4 तक कहता है इसी बजह से एलएसी पर लगातार तनातनी बनी हुई थी और चीनी संरकार और उसकी सैना लगातार भारत पर दबाब बनाती आ रही है।

जैसा कि 45 साल बाद बॉर्डर पर भारतीय सैनिक शहीद हुए है इससे पहले 20 अक्टूबर 1975 को अरुणाचल प्रदेश के तुलंग ला में असम राइफल्स की  पेट्रोलिंग पार्टी पर चीनी सैना ने एम्बुश लगाकर हमला किया था जिसमें 4 भारतीय जवान शहीद हुए थे ।

इस मुद्दे को लेकर रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अवगत करा दिया है साथ ही रक्षा मंत्री उच्च स्तरीय बैठक ले रहे है जिसमें विदेश मंत्री सीडीएस और तीनों सेना के प्रमुख मौजूद हैं।

जबकि आर्मी चीफ नरवाड़े ने अपना पठानकोट दौरा रद्द कर दिया है इधर चायनीज विदेश मंत्रालय का कहना है भारत कोई ऐसी एक तरफा कार्यवाही ना करें जिससे हालात और बिगड़ जाये।

जबकि भारत ने एहितियात अरुणाचल हिमाचल और उत्तराखंड की एलएसी पर एलर्ट जारी कर दिया हैं।

Leave a Response

error: Content is protected !!