- हरियाणा सहित 6 राज्य हिंसा से प्रभावित
- 11 शहरो में कर्फ़्यू
- पंचकूला और सिरसा सैना के हवाले, 32 की मौत
चंडीगढ़ – गुरमीत रामरहीम को दोषी करार देने के तुरंत बाद शुरू हूई हिंसा और अराजकता ने 32 लोगो की जान लेली और डेरा समर्थको ने हरियाणा सहित 6 राज्यो में भीषण उपद्रव किया वही सरकार और उसके प्रशासन ने जानते बूझते इस आग को रोकने के आखिर तक कोई ठोस प्रयास नही किये, और लोगो को इस गंदी वोटो की राजनीति का शिकार डेरा समर्थको के हाथो होना पड़ा।
सीबीआई कोर्ट के फ़ैसले के बाद हरियाणा,पंजाब,दिल्ली,उत्तर प्रदेश्, राजस्थान, और झारखंड के 16 शहरो में 140 जगह हिंसा का तांडव डेरा समर्थको ने शुरू कर दिया, जिसमे 105 से अधिक आगजनी की घटनाएं हूई जिसमे करीब 225 दो और चार पहियां वाहन एक दर्जन शासकीय गैर शासकीय कार्यालय, 4 रेल्वे स्टेशन और 2 ट्रेनो सहित 4 बसों को रामरहीम के गुन्डो ने आग के हवाले कर दिया,इसमे सबसे ज्यादा हरियाणा और उसके पंचाकूला और सिरसा शहर प्रभावित रहे, जहां सबसे ज्यादा उत्पात हुआ, बताया जाता है पुलिस सीआरपीएफ़ के 67 हजार जवान तैनात थे इसके बावजूद हिंसा को नही रोक सके, जबकि हाईकोर्ट ने पंचकूला में इकट्ठा हो चुके डेढ लाख समर्थको को खदेड़ने के सख्त आदेश पहले ही दिये थे।
सिरसा और पंचकूला इस समय सैना के हवाले है और फ़िलहाल हरियाणा और पंजाब के 11 शहरो में कर्फ़्यू लगा दिया गया है, जिसमे संगरूर मौगा, पंचकूला सिरसा, बगराला, मानसा, शामिल है,जबकि हरियाणा मै करीब 600 डेरा समर्थको को गिरफ़्तार किया गया है।
ऐहितियात बतोर रेल्वे ने दिल्ली से रोहतक और पंजाब को जाने वाली करीब 600 ट्रेनो को रद्द कर दिया गया या वे प्रभावित हूई है दिल्ली गुड़गाँव के बीच बस सेंवाएं रोक दी गई है, एनसीआर, बल्लभगड में धारा 144 लगाई गई है, कुरूक्षेत्र में डेरा के दो आश्रमो को सील कर दिया गया है।