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बिहार के मुंगेर में हिंसा आगजनी, थानों में तोडफ़ोड़ पुलिस वाहन फूंके, मूर्ति विसर्जन में फायरिंग में युवक की मौत से हुआ बलवा, सियासत हुई तेज

Munger Violence
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  • बिहार के मुंगेर में हिंसा आगजनी थानों में तोडफ़ोड़ पुलिस वाहन फूंके,

  • मूर्ति विसर्जन में फायरिंग में युवक की मौत से हुआ बलवा, सियासत हुई तेज

मुंगेर – बिहार के मुंगेर में दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के दौरान पुलिस फायरिंग में एक युवक की मौत के बाद शहर में हिंसा और बलवा हो गया बेलगाम भीड़ ने पुलिस वाहन फूंक दिये तो थानों पर तोडफ़ोड़ और पथराव किया जिससे स्थिति अनियंत्रित हो गई इस मामले में चुनाव आयोग ने संज्ञान लेते हुए मुंगेर के डीएम और एसपी को हटा दिया है और संभागीय कमिश्नर को जांच के आदेश दे दिये है।

नवरात्रि के बाद सोमवार को जब दुर्गा प्रतिमा को विसर्जित कराने जब कुछ युवाओं का हुजूम सड़को से जा रहा था तब उन्हें पुलिस ने रोका था और आपस मे टकराव के बाद पुलिस की फॉयरिंग में एक 18 साल के युवा अनुराग पोद्दार की मौत हो गई इसके बाद गुरुवार को मुंगेर में हजारों लोग सड़कों पर उतर आये और पुलिस प्रशासन के बीच टकराव के बाद स्थिति बिगड़ गई औऱ हिंसा तोडफ़ोड़ और आगजनी शुरू हो गई जिसमें पूरब सराय ,कासिम बाजार और कोतवाली थानों सहित महिला थाने को भी उत्पातियों ने नही बख्शा वहां भारी भीड़ ने हमला कर जहां जमकर तोड़फोड़ की और एसपी कार्यालय का भी घेराव कर उत्पात मचाया और कई पुलिस वाहनों में आग लगा दी।

इस दौरान काफी फोर्स भी आ गया हालात इतने बिगड़ गये कि पुलिस को लाठी चार्ज के साथ कोतवाली थाने के पास 3 से 5 राउंड फायरिंग करना पड़ी जहां धरने के बाद आई उग्र भीड़ ने सबसे पहले हमला और तोड़फोड़ की शुरूआत की थी इस दौरान डीआईजी बाबू महाराज ने कमान संभाली और काफी हद तक स्थिति बिगड़ने से रोका।

चूंकि बिहार में पहले चरण के चुनाव हो गये दूसरे चरण का मतदान 3 नवंबर को होना है मुंगेर में इस घटना के बाद चुनाव आयोग ने तुरंत कार्यवाही करते हुए मुंगेर के डीएम राजेश मीणा और एसपी लिपि सिंह को हटा दिया हैं बताया जाता है एसपी पर आरोप है कि मूर्ति विसर्जन के दौरान उन्होंने ही लाठीचार्ज और फायरिंग के आदेश दिये थे और हिंसा के लिये लोगों ने उनको दोषी मानते हुए उनको बर्खास्त करने की मांग भी की थी।

जबकि मुंगेर के इस पूरे घटनाक्रम को लेकर चुनाव आयोग ने जांच के आदेश दे दिये है और मगध के डिवीजनल कमिश्नर असंबगा चुबा को जांच अधिकारी नियुक्त करते हुए उन्हें 7 दिन में रिपोर्ट देने के निर्देश दिये गये हैं।

इधर इस घटना को लेकर बिहार में सियासत भी तेज हो गई है और आरोप प्रत्यारोपो का दौर शुरू हो गया है। आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने मुंगेर की घटना पर कहा कि मैं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और डिप्टी सीएम सुशील मोदी से पूछना चाहता हूं कि जरनल डायर बनने की अनुमति किसने दी। वही एलजेपी अध्यक्ष चिराग पासवान ने भी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को घेरते हुए कहा कि इस घटना ने जलियांवाला बाग की याद दिलादी जिसमें अंग्रेज शासकों ने बेकसूरों को मारा था। जबकि उसके जबाब में जेडीयू नेता संजय यादव ने तंज कसते हुए कहा कि एलजेपी आरजेडी की बी टीम हैं।

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