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एक दिन में दो रेल दुर्घटनाएं, सोनभद्र में शांतिपुंज एक्सप्रेस तो दिल्ली में राजधानी एक्सप्रेस बेपटरी हूई, नये रेलमंत्री के आने से भी नही रुके हादसे

Indian Railway
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  • एक दिन में दो रेल दुर्घटनाएं,
  • सोनभद्र में शांतिपुंज एक्सप्रेस तो दिल्ली में राजधानी एक्सप्रेस बेपटरी हूई,
  • नये रेलमंत्री के आने से भी नही रुके हादसे

नई दिल्ली – देश के रेल मंत्री बदल गये परन्तु रेल दुर्घटनाएं रुकने का नाम नही ले रही,सुबह शान्तिपुन्ज एक्सप्रेस बेपटरी हो गई तो उसके बाद दिल्ली में राजधानी एक्सप्रेस का इंजन और बोगी पटती से उतर गये, जिसमें एक व्यक्ति घायल हो गया है।

आज सुबह 6 बजे उत्तर प्रदेश के सोनभद्र में शक्तिपुन्ज एक्सप्रेस के 7 डब्बे पटरी से उतर गये यह हादसा उस दौरान हुआ जब ट्रेन हावड़ा से जबलपुर जा रहेर थी, जिसमे कोई हताहत तो नही हुआ परन्तु उसके बाद दिल्ली में राजधानी एक्सप्रेस बेपटरी हो गई, रांची से दिल्ली आ रही राजधानी एक्सप्रेस दिल्ली के शिवाजी ब्रिज के पास पटरी से उतर गई, यह रेल दुर्घटना सुबह 11.45 बजे हुई जिसमें रेल का इंजन और आगे लगी जनरेटर वाली वोगी पटरी से उतर गई जिसमें एक व्यक्ति के घायल होने की भी खबर है, दुर्भाग्यपूर्ण है कि आज दो सवारी वाली रेले दुर्घटनाग्रस्त हुई जिसमे जानमाल का नुकसान तो नही हुआ लेकिन रेल्वे का नुकसान जरूर हुआ है लेकिन इन रेल दुर्घटनाओ से रेल्वे प्रशासन की कार्यविधि पर सबाल जरूर उठते है क्यो कि पिछले 19 दिनों में चार रेल दुर्घटनाएं होना बड़ी बात है।

जैसा कि 19 अगस्त को उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में उत्कल एक्सप्रेस दुर्घटनाग्रस्त हुई थी जिसमे 23 लोगो की मौत हूई थी तो करीब 100 लोग घायल हुएं थे,इसके घांव भरे भी नही थे कि, 22 – 23 अगस्त की दर्मियानी रात उत्तर प्रदेश के ही औरेया के पास कैफ़ियत एक्सप्रेस डम्पर से टकरा गई थी और इसमें 74 लोग घायल हो गये थे खास बात थी कि पाँच दिनो मै हुई इन दोनो रेल हादसों में रेल्वे प्रशासन की गल्ती पाई गई थी और दर्जन भर रेल अफ़सरो पर गाँज भी गिरी और तत्कालीन रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से इस्तीफ़े की पेशकश की थी बाद में नये मंत्रिमंडल गठन पर उन्हें हटाकर पियूष गोयल को रेल मंत्री बनाया गया परन्तु आज दो रेल हादसों से लगता है पिछली घटनाओ से रेल्वे ने कोई सबक नहीं लिया,और पैसेंजर्स की सुरक्षा से उसे कोई लेनादेना नही लगता लगातार हो रही रेल दुर्घटनाओं से तो यही साबित होता है और नये रेल मंत्री के पदार्पण के साथ आज एक दिन में दो रेल हादसो ने उनका स्वागत किया और लगा कि पियूष गोयल के आने से फ़िलहाल तो रेल्वे की सुरक्षा व्यवस्था में कोई फ़र्क नही पड़ा।

Alkendra Sahay

The author Alkendra Sahay

A Senior Reporter

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