- आदमी हूं आदमी से प्यार करता हूं…
- गाने के बोल चरितार्थ हुए….
- लड़के की दुल्हन बना लड़का… हाय री बारिश
इन्दौर – इन्दौर में एक वाक्ये ने मनोज कुमार की एक पुरानी फ़िल्म ” पहचान” के गाने की याद ताजा कर दी नीरज के लिखे इस गीत को आवाज दी थी मुकेश ने और गाने के बोल थे, “बस यही अपराध में हर बार करता हूं, आदमी हूं आदमी से प्यार करता हूं ” और इस नग्मे के बोलो को साकार करने में कोई कोर कसर नही छोड़ी इंदौर के यमराज भक्त सखाराम और राकेश ने एक दूसरे से शादी रचाकर्।
किस्सा बड़ा ही दिलचस्प है तो आस्था और विश्वास के साथ पुरानी परम्पराओ से जुड़ा भी है पर आज के वेग्यानिक युग में पढ़े लिखे लोग इसे अन्धविश्वास से जोड़कर दैखेगे, उनकी सोच के मुताबिक जो सही भी है, परंतु इंदौर के मूसाखेड़ी के रहवासियो के लिये क्या कहेन्गे, मालवा क्षेत्र में हर साल बारिश अच्छी होती थी पर इस बार वर्षा काफ़ी कम हूई है लोग चिंतित है खासकर ग्रामीण इलाके के लोग, यही वजह मूसाखेड़ी के लोगो ने अपने पुरखो की बताई राह का सहारा इंद्रदेवता को प्रसन्न करने के लिये लिया, अच्छी बारिश के लिये मैढ्क मैढ्की की शादी, गधे की शादी तो सुनी थी पर उन्होने अच्छी बारिश के लिये लड़के से लड़के की शादी रचाने का अनोखा निर्णय लिया और यमराज के भक्त सखाराम और राकेश का विवाह बड़े ही धूमधाम से आलोक नगर के राधाकृष्ण मंदिर मै हुआ जिसमे दोनो तरफ़ से स्थानीय लोगो ने भारी संख्या में शिरकत की और विवाह मै पन्डितो ने फ़ेरो सहित सभी रीति रिवाज पूरे कराये।
विवाह करने वाले सखाराम का कहना था कि इस बार मालवा अंचल में वर्षा काफ़ी कम हूई है इसलिये हमने अपने पूर्वजो के समय की पुरानी रीति जिसे टोटका कहा जाता है इसका सहारा लिया और यह विवाह संपन्न हुआ अब अच्छी बारिश जरूर होगी हमसब को पूरा विश्वास है।
बाद में एकाएक काले बादल आकाश मै गहराने लगे और हल्की बारिश भी होने लगी,पर यह भी सही है कि इस बेमेल शादी ने पहचान के गीत के बोल “बस यही अपराध मै हर बार करता हूं, आदमी हूं आदमी से प्यार करता हूं”, और उसकी यादो को ताजा करने के साथ उसे गुनगुनाने को जरूर मजबूर कर दिया है।