सीधी / मध्यप्रदेश के सीधी में हुए बस और ट्रक हादसे में 14 लोगों की मौत हो गई जबकि 60 लोग घायल हुए है जिसमें 10 की हालत गंभीर है। यह बसे सतना में शबरी माता जयंती पर आयोजित केंद्रीय मंत्री अमित शाह की जनसभा से लौट रही थी।
यह सड़क हादसा शुक्रवार को चुरहट रीवा नेशनल हाईवे स्थित मोहनिया टनल के पास हुआ यहां कार्यक्रम से लौट रहे लोगों के लिए चुरहट के विधायक शरदेंदु तिवारी की तरफ से भोजन व्यवस्था रखी गई थी जब लोगों से भरी तीन बस यहां रोकी गई तो उनमें से काफी लोग निकल कर बाहर सड़क पर आ गए इस बीच अचानक सीमेंट से भरा तेज गति से आ रहा एक ट्रक अनियंत्रित होकर पीछे खड़ी बस से जा टकराया वह बस आगे की बस से टकराई भिडंत इतनी तेज थी कि इसमें दो बसे घिसटती हुई खाई में जा गिरी जबकि एक बस सड़क पर पलट गई टक्कर लगते ही चीख पुकार मच गई पल भर में खुशियां मातम में बदल गई इस घटना में 8 लोग मौके पर ही बस से कुचलकर मर गए तो 3 लोगों की हॉस्पिटल ले जाते समय बीच में ही मौत हो गई जबकि 3 अस्पताल में इलाज के दौरान चल बसे।
घटना के बाद पुलिस और प्रशासन घटना स्थल पहुंचा और 40 घायलों को रीवा के अस्पताल में भर्ती कराया जबकि 20 घायलो को सीधी के जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है इनमें से 10 की हालत काफी गंभीर बताई जाती है उनमें से दो लोगों को पटवारी प्रमोद पटेल और विमला कोल को सतना से और 1 घायल जितेंद्र तिवारी को खजुराहो से एयरलिफ्ट कर दिल्ली भेजा गया और उन्हे मेदांता हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है।
भोजन व्यवस्था में शामिल चश्मदीद छात्रावास अधीक्षक विनीत कुमार शुक्ला का कहना था कि टनल के पास का यह स्थान अंधा मोड़ होने से सुरक्षित नही था यदि आगे भोजन व्यवस्था रखी जाती तो यह दुर्घटना नही होती घटना के दौरान हमने भागकर किसी तरह अपनी जान बचाई लेकिन हमारा एक कर्मचारी भाग नहीं सका और उसकी दर्दनाक मौत हो गई। जबकि एक अन्य ने बताया कि बस में से उतर कर काफी लोग पास की शराब की दुकान पर चले गए जबकि कुछ चाय और गुटके की तलाश में दुकानों पर जा पंहुचे तो कुछ पानी और शौच के लिए चले गए यदि वहीं रहते तो हादसा बड़ा होता और मरने वालों की तादाद ज्यादा होती।
इस सड़क दुर्घटना में सबसे ज्यादा 8 लोग सीधी जिले के चोभरा गांव के है जिनके शवों का दाह संस्कार आज गांव से 6 किलोमीटर दूर सोन नदी के भवर सेन घाट पर किया गया जबकि गांव में एक साथ 8 लोगों की मौत से मातम पसरा है जब इनके शव गांव लाएं गए तो गांव में कोहराम मच गया आसपास के आधा दर्जन गांव के ग्रामीण भी यहां आ पंहुचे और दाह संस्कार और स्थानीय ग्रामीणों के दुख में शरीक हुए। लेकिन प्रशासन की असंवेदनशीलता भी मृतक परिवार और ग्रामीणों को झेलना पड़ी जब इन शवों को पोस्टमार्टम के बाद गांव ले जाने के लिए नगर पंचायत की कचरा गाड़ी भेज दी गई ग्रामीणों के विरोध के बाद बाद में एंबुलेंस भेजी गई।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान घायलों से मिलने अस्पताल पहुंचे और उनका हालचाल जाना साथ ही अस्पताल प्रशासन को उचित चिकित्सा उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। प्रदेश सरकार ने मृतक के परिजनों को 10 ..10 लाख की आर्थिक सहायता के साथ गंभीर घायलों को 2 2 लाख और सामान्य घायलों को एक एक लाख की मदद देने की घोषणा की है मुख्यमंत्री ने इसके अलावा आश्रितों को नोकरी और अन्य सुविधाएं देने पर विचार करने को भी कहा हैं। इस सड़क हादसे पर गृहमंत्री अमित शाह पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ और कांग्रेस नेता अजय सिंह राहुल ने अपनी ओर से शोक संवेदनाएं प्रकट की हैं।