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ऑक्सीजन की कमी के चलते परेशानी बड़ी, कोरोना मरीज शिफ्ट होने को मजबूर…
ग्वालियर– पूरे मध्यप्रदेश में ऑक्सीजन के सिलेंडरों की कमी की वजह से अब ग्वालियर के निजी और सरकारी अस्पतालों में भर्ती मरीजों पर भी असर पड़ रहा है इसका खामियाजा वे गंभीर और बुजुर्ग मरीज झेल रहे हैं, जो अन्य बीमारियों के साथ साथ कोविड के लक्षण होने पर सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में भर्ती होने के लिए जाते हैं। और उन्हें वहां ऑक्सीजन सिलेंडर ना होने की कमी के चलते लौटा दिया जाता है। इसी तरह ग्वालियर के जयारोग्य अस्पताल समूह के अलग-अलग वार्डों की भी स्थिति है मरीजों को ऑक्सीजन सिलेंडर की कमी की वजह से पूरा इलाज नहीं मिल पा रहा है..
ग्वालियर के अनुपम नगर, सिटी सेंटर क्षेत्र में रहने वाले 81 साल के बुजुर्ग ब्रह्म सिंह कुशवाह ..इन्हें अपने चेस्ट में कुछ परेशानी हुई और वे निजी अस्पतालों से होते हुए 5 सितंबर को ग्वालियर के सबसे बड़े सुपर स्पेशलिटी सरकारी अस्पताल में भर्ती हुए ..लेकिन वहां उन्हें ना समय पर खाना मिला और ना ही जरूरत पड़ने पर ऑक्सीजन की व्यवस्था हो पाई ..
जिस कारण से उन्हें गांधीनगर के एक निजी गेस्ट हाउस में बनाए गए कोविड सेंटर की शरण लेनी पड़ी है … ब्रह्म सिंह कुशवाह अकेले मरीज नहीं है… ऐसे कई मरीज हैं जो सुपरस्पेशलिटी में इलाज के अभाव में दम तक तोड़ चुके हैं ।और अस्पताल की खिड़कियों से कूदकर भागने की कोशिश की है।
मध्य प्रदेश के सरकार लेवल पर महाराष्ट्र से ऑक्सीजन सिलेंडर की आपूर्ति ना होने पर मध्य प्रदेश सरकार महाराष्ट्र और राजस्थान सरकारों से बात करके हर निकालने की कोशिश का दावा कर रही है ..लेकिन ब्रह्म सिंह कुशवाह के वकील उमेश कुमार बोहरे ने कलेक्टर, सीएमएचओ अस्पताल के अधीक्षक सहित मध्य प्रदेश के अन्य जिम्मेदार अफसरों को नोटिस भेजकर सरकारी अस्पतालों में व्यवस्थाएं सुधारने और ऑक्सीजन की सप्लाई बहाल करने के लिए मांग की है । साथ ही अपने मरीज के लिए 5 लाख का मुआवजा भी मांगा है ।
हालांकि ऑक्सीजन गैस सिलेंडर की हाहाकार और शॉर्टेज के चलते सरकारी स्तर पर प्रयास होने के दावे किए जा रहे हैं . ग्वालियर के सांसद विवेक शेजवलकर कह रहे हैं कि मध्य प्रदेश की सरकार महाराष्ट्र, राजस्थान सरकारों से ऑक्सीजन गैस सिलेंडरों का कोटा बढ़ाने की बात कर रही है ..साथ ही मध्य प्रदेश में स्थित ऑक्सीजन सिलेंडर संयंत्रों की क्षमता बढ़ाने के प्रयास भी किए जा रहे हैं..
हालांकि सबसे बड़ा संकट महाराष्ट्र सरकार द्वारा मध्यप्रदेश की ऑक्सीजन गैस सिलेंडर की आपूर्ति रोकने के कारण पैदा हुआ है ..और ग्वालियर के जयारोग्य अस्पताल सहित सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल में प्रबंधन ने आपूर्ति बहाल करने के लिए ओपन टेंडर पर सिलेंडर की आपूर्ति खोल दी है. लेकिन फिर भी ये संकट बना हुआ है.. यह समझ से परे हैं।