कोलकाता /कोलकाता के आरजी कर हॉस्पिटल की ट्रेनी डॉक्टर के रेप और हत्या मामले में अब एक नया मोड़ आ गया हैं पीएम रिपोर्ट के हवाले से कहा गया है कि उसके साथ गैंगरेप हुआ है उनका कहना है कि उसके प्राईवेट पार्ट से 151 mg सीमन मिला है इतना सीमन किसी एक व्यक्ति में नही हो सकता। जबकि सीबीआई ने अब पुलिस से जांच अपने हाथों में ले ली है और उसने पकड़े गए आरोपी संजय रॉय को अपनी कस्टडी में ले लिया हैं। लेकिन बीती रात अस्पताल में हजारो लोगों की भीड़ ने अस्पताल में हमला कर दिया और सीसीटीवी कैमरों को नुकसान पहुंचाने के साथ इमरजेंसी वार्ड में भी तोड़फोड़ कर दी।पुलिस ने 9 लोगों को अपनी हिरासत ने ले लिया हैं। सवाल उठ रहे हैं हमलावर क्या सबूत मिटाने आए थे। इधर ट्रेनी डॉक्टर के साथ हुईं बर्बरता और अस्पताल में हमले को लेकर देश के रेज़ीर्डेंट डॉक्टर फिर से हड़ताल पर चले गए है। लेकिन इसके बाद सियासी पारा बुरी तरह से चढ़ गया है।
इधर ट्रेनी डॉक्टर के रेप एवं मर्डर केस में बुद्धवार को नया खुलासा हुआ है। ऑल इंडिया गवर्नमेंट डॉक्टर्स एसोसियेशन के एडीशनल सेकेट्री डॉ सुवर्ण गोस्वामी ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट के हवाले से कहा है कि यह रेप नहीं गैंगरेप हैं उन्होंने बताया मृतक ट्रेनी डॉक्टर के प्राईवेट पार्ट से 151 mg सीमन मिला है इतनी ज्यादा मात्रा एक शख्स की नहीं हो सकती इस बात की पूरी संभावना है कि रेप केस में एक से ज्यादा लोग शामिल थे।
बुद्धवार की रात करीब एक हजार से अधिक लोगों की भीड़ अचानक आरजी कर हॉस्पिटल के बाहर इकट्ठा हो गई और उन्होंने प्रदर्शन शुरू कर दिया यह बैनर झंडो के साथ वहां पहुंचे थे,बताया जाता है इस बीच भीड़ में शामिल कई युवक बेरीगेटिग हटाकर अस्पताल में घुस गए इस बीच मोजूद पुलिस बल ने उन्हे रोकने की कोशिश की लेकिन उन लोगों की तादाद ज्यादा थी और जब पुलिस पर ही हमला शुरू हो गया तो वह अपनी जान बचाकर पीछे हो गए इस दौरान उपद्रवियों ने अस्पताल में लगे सीसीटीवी कैमरे तोड दिए फर्नीचर तोड़ा साथ ही इमरजेंसी वार्ड में जाकर वहां रखी अलमारियां गिरा दी और दवाईयां इंजेक्शन भी नष्ट कर दिए। इस बीच वहां मोजूद डॉक्टर और नर्सिंग स्टाफ भी डर कर भाग खड़ा हुआ।
कोलकाता पुलिस ने इस आरोप में 10 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है साथ ही पुलिस सीसीटीवी फुटेज के आधार पर जांच कर रही है। जबकि कोलकाता के पुलिस कमिश्नर विनीत गोयल का कहना है मीडिया फेक न्यूज चला रहा है और पुलिस को बदनाम करने के साथ लोगों को हमारे खिलाफ भड़का रहा है जबकि हमने पहले ही एक आरोपी को पकड़ा है और हमने यह कभी नहीं कहा कि इस घटना में एक ही आरोपी है।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने आज इस मामले को लेकर राज्यपाल से मुलाकात की और ऊंचे सारी स्थिति से अवगत कराया। उसके बाद मीडिया से चर्चा में मुख्यमंत्री ने कहा आरजी में जो क्षति हुई जो तांडव हुआ उसमें हड़ताली डॉक्टर शामिल नहीं थे मैने वीडियो देखा है वह बीजेपी के लोग थे साथ ही कुछ लोग सफेद लाल झंडे लिए हुए थे। इस तोड़फोड़ के पीछे वाम और राम की कुछ सियासी ताकतें है यह लोग राज्य ने अशांति फैलाना चाहते है। उन्होंने कहा कल पुलिस पर भी हमला हुआ था लेकिन उसने धीरज नही खोया उन्होंने शांति के लिए किसी को चोट नहीं पहुंचाई। उन्होंने कहा हम दोषियों को फांसी की सजा चाहते है कोलकाता पुलिस ने 90 फीसदी जांच पूरी कर ली थी अब सीबीआई को मामला सौंपा गया है मैं इसका समर्थन करती हूं मैं चाहती हूं सीबीआई रविवार तक जांच पूरी कर आरोपियों के खिलाफ कार्यवाही करें। उन्होंने कहा मैं हड़ताल करने वाले डॉक्टरों के साथ हूं उनकी मांग जायज हैं।
कांग्रेस एवं विपक्षी नेता राहुल गांधी ने कहा पीड़िता को न्याय दिलाने की जगह आरोपियों को बचाने की कोशिश हो रही है ये बात अस्पताल प्रशासन और स्थानीय प्रशासन पर गंभीर सबाल खड़े करता हैं उन्होंने कहा मैं चाहता हूं दोषियों को इतनी कड़ी सजा मिले कि वह दूसरों के लिए एक मिसाल बने।
इधर अस्पताल में हमला और तोड़फोड़ के बाद रेजिडेंट डॉक्टर फिर से हड़ताल पर चले गए है आज उन्होंने मृतका को न्याय और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की मांग को लेकर केंडिल मार्च निकाला। इस दौरान उन्होंने केंद्र और स्टेट से अपनी सुरक्षा की मांग की है और कहा हैं कि सरकारें इस मामले ने जल्द निर्णय ले जिससे अस्पतालों में वह सुरक्षा के साथ कार्य कर सके। जानकारी मिली है कि इस प्रदर्शन और हड़ताल को फिर से देशव्यापी आंदोलन का रूप दे दिया गया है और दिल्ली कोलकाता सहित देश के सभी मेडिकल कॉलेज और हॉस्पिटल के 3 लाख डॉक्टर बुद्धवार रात से फिर से हड़ताल पर चले गए हैं। जैसा की पिछले दिनों एसोसियेशन ने केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा से मुलाकात कर डॉक्टरों की सुरक्षा सहित अन्य मांगों को लेकर 5 सूत्रीय ज्ञापन दिया था नड्डा ने प्रतिनिधिमंडल को शीघ्र कार्यवाही का आश्वासन दिया था लेकिन उसपर फिलहाल कोई कार्यवाही नहीं हुई। आज इंडियन मेडिकल एसोसिएशन IMA की एक टीम भी कोलकाता पहुंची है जिसने अस्पताल और मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरो से मुलाकात की हैं।
हाईकोर्ट के आदेश के बाद इस मामले की जांच सीबीआई को सौप दी गई है आज सीबीआई की 25 लोगों की टीम कोलकाता पहुंच गई है जिसमें एडीशनल डायरेक्टर और ज्वाइंट डायरेक्टर लेबल के अधिकारी शामिल है उनके साथ दिल्ली से सीएफएसएल की टीम और एम्स के डॉक्टर भी आए है। सीबीआई ने आज इस मामले की जांच शुरू कर दी है कोलकाता पुलिस ने सीबीआई को केस डायरी सौप दी है इसके बाद सीबीआई की टीम आरोपी संजय को ऑफिस लेकर पहुंची।
खास बात है जब यह घटना हुई और परिवार को मालूम हुआ तो अस्पताल के असिस्टेंड सुपिरिनटेंडेंट ने माता पिता को बताया कि उनकी बेटी ने सुसाइड किया है और जब माता पिता भागे भागे अस्पताल आए और उन्होंने बेटी को देखने की इच्छा प्रकट की तो उन्हें देखने नही दिया और काफी जिद्द करने पर तीन घंटे बाद उन्हें उनकी बेटी को दिखाया गया। परिजनों ने मीडिया से साथ उस समय कोई बातचीत नहीं की,आज उन्होंने ज्यादा न कहते हुए बताया कि उन्हें सीबीआई पर पूरा भरोसा है वह जरूर दोषियों को पकड़ेगी।
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ट्रेनी डॉक्टर का रेप और मर्डर, ईयर फोन से गिरफ्त में आया आरोपी, सीसीटीवी फुटेज से पुष्टि, ममता कटघरे में, डॉक्टरों में गुस्सा
पश्चिम बंगाल के कोलकाता स्थित आरजी कर मेडीकल कॉलेज के सेमीनार हॉल में 9 अगस्त की सुबह 9 बजे एक ट्रेनी डॉक्टर का शव बुरी हालत में मिलता है रेप करने के बाद बडी बेरहमी से उसकी हत्या की गई थी आरोपी ने उसकी गर्दन तक तोड़ दी थी। इससे डॉक्टरों में भारी आक्रोश छा गया वह हड़ताल पर चले गए। मामला काफी संवेदनशील था पुलिस ने एसआईटी का गठन किया और धरना स्थल पर मिले ब्लूटूथ ईयर फोन और सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया जिसने इस वारदात को अंजाम देने की बात स्वीकार कर ली है और फिलहाल कोर्ट ने उसे 14 दिन की रिमांड पर पुलिस को सौप दिया है। लेकिन कोलकाता पुलिस पर आरोप है कि शुरूआत ने वह इस वीभत्स वारदात को खुदकुशी बताने की कोशिश में लगी रही जिससे ममता सरकार कटघरे में आ गई।
8 अगस्त की बात है पेरिस ओलम्पिक ने जेवलिन थ्रो का फायनल था भारत के नीरज चोपड़ा का इवेंट था गोल्ड मेडल की उम्मीद थी इसलिए ट्रेनी डॉक्टर और उसे साथ चार जूनियर डॉक्टरो के साथ मैच देख रही थी खाने का बाहर से ऑर्डर दिया गया था यह मैच रात दो बजे तक चला भारतीय खिलाड़ी नीरज के सिल्वर मेडल जीतने के बाद पांचों डॉक्टर्स इमरजेंसी बिल्डिंग की तीसरी मंजिल पर बने सेमीनार हॉल में खाना खाने पहुंच गए, खाना खाने के बाद चारों जूनियर डॉक्टर चले गए लेकिन ट्रेनी महिला डॉक्टर को पढ़ाई करना थी इसलिए वह हॉल में ही रुक गई, पढ़ते पढ़ते उसे नींद आ गई,रात 3 बजे तक डॉक्टरो ने उसे सोते देखा था। लेकिन 9 अगस्त को सुबह 9 बजे उसका शव मिला। जिससे हड़कंप मच गया।
खबर मिलने पर पुलिस और ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट वहां पहुंचे अर्धनग्न शव की हालत बेहद खराब थी। अटॉप्सी रिपोर्ट के मुताबिक 31 वर्षीय ट्रेनी डॉक्टर के मुंह आंखों और प्राईवेट पार्ट से खून बह रहा था उसकी गर्दन टूटी हुई थी चेहरे और नाखून पर चोट के निशान थे साथ ही उसके पेट बाएं पैर गर्दन दाहिने हाथ और होठों पर चोट के निशान थे।
पुलिस ने माना यह मर्डर और रेप का केस है और उसने इंडियन पैनल कोड के सेक्शन 103 (1) हत्या और सेक्शन 64 बलात्कार के तहत मामला पंजीबद्ध कर लिया। पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों ने स्पेशल इन्वेस्टीगेशन टीम (SIT) बनाई और इस 7 सदस्यीय टीम का नेतृत्व स्पेशल सीपी मुरलीधर शर्मा को सौंपा गया।
पुलिस और उसकी फोरेंसिक एवं तकनीकी टीम ने घटना स्थल की बारीकी से जांच की और साक्ष्य इकट्ठा किए, क्राइम सीन पर पुलिस को ईयर फोन ब्लूटूथ मिला, जब पुलिस ने हॉस्पीटल के सीसीटीवी फुटेज खंगाले तो एक व्यक्ति सुबह 4 बजे सेमीनार हॉल के अंदर जाता दिखाई दिया और करीब 40 मिनट बाद जब वह वापस निकला तो उसे पास ईयर फोन ब्लूटूथ नही था पुलिस ने स्पॉट पर मिले ईयर फोन को जब संदिग्ध लोगों के फोन में लगाया तो वह अटैच नही हुआ लेकिन जब वह ईयर फोन संजय रॉय के फोन में लगाया तो वह कनेक्ट हो गया। पुलिस ने शुक्रवार रात को संजय को रेट कर लिया, जांच में पता चला संजय गुरुवार रात 11 बजे हॉस्पिटल में घुसा था और 2 घंटे बाद निकल गया इस समय वह नशे में था सुबह 4 बजे वह फिर अस्पताल पहुंचा और सीधे इमरजेंसी बिल्डिंग में घुसा और 40 मिनट बाद बाहर निकला।
सीसीटीवी फुटेज में भी दिख रहा था कि सुबह 4 बजे संजय ब्लूटूथ डिवाइस लगाकर इमरजेंसी बिल्डिंग में अंदर दाखिल हुआ था लेकिन जब वह बाहर निकला तो उसका ईयर फोन नहीं था।
पकड़े जाने के बाद जब संजय से कड़ी पूछताछ की तो उसने अपना जुर्म स्वीकारा और रेप और हत्या की बात कबूली। विक्टिम डॉक्टर के हाथों और नाखूनों में जो स्किन और ब्लड मिला था जांच में वह दोनों के सैंपल संजय से मैच कर गए है। साथ ही पूछताछ के दौरान उसने कहा कि, “मैने अपराध किया है मुझे फांसी दे दो”। पुलिस के मुताबिक ट्रेनी डॉक्टर के मर्डर के बाद संजय अपने घर जाकर सो गया और सुबह उठने के बाद उसने अपने कपड़े धोएं जिससे खून के निशान मिट सके हालांकि पुलिस को संजय के जूतों पर खून के निशान मिल गए है साथ ही उसके मोबाइल में पोर्न वीडियो भी पुलिस को मिले है।
जानकारी मिली है को आरोपी संजय रॉय 2019 में सिविल वालंटियर के तौर पर कोलकाता पुलिस से जुड़ा था वह डिजास्टर मेनेजनमेंट ग्रुप में था बाद ने उसे डिपार्टमेंट के वेलफेयर सेल में भेज दिया गया, इस दौरान उसने हॉस्पिटल के हर डिपार्टमेंट में कनेक्शन बना लिए, और इसी दम पर उसने पुलिस की चौथी बटालियन के कैंपस में रहने की जगह भी मिल गई।
यह भी पता चला है कि संजय हिंसक प्रवृत्ति का है वह अपनी मां बहन और पत्नी पर भी हमला कर चुका है। जब संजय के गांव में तहकीकात की गई तो मालूम पड़ा उसने चार शादियां की थी उसकी पहली तीनों पत्नियां इसकी गलत हरकतों और मारपीट से तंग आकर उसे छोड़ गई,बताया जाता है पहली पत्नी ने पुलिस में संजय की शिकायत भी की थी लेकिन पुलिस ne कोई कार्यवाही नहीं की ,जबकि चौथी पत्नी की कैंसर से मौत हो गई। जानकारी मिली है कि उसकी तीन बहने और मां है एक बड़ी बहन कोलकाता पुलिस में सब इंसपेक्टर है दूसरी भी होमगार्ड में है लेकिन दूसरी शादी करने से नाराज दोनों बहनों का अब उससे कोई संबंध नहीं है। जबकि छोटी बहन मां के साथ गांव में रहती है।
मर्डर और रेप के आरोप में कोलकाता पुलिस ने सिविल वालंटियर संजय रॉय (33 साल) को गिरफ्तार कर लिया है जो बेरोकटोक अस्पताल में आता जाता था और खुद को पुलिस वाले की तरह दिखाता था जो कोलकाता पुलिस की टी शर्ट में रहता था और उसने अपनी बाईक पर भी कोलकाता पुलिस का टैग लगा रखा आरोपी संजय को पुलिस ने शनिवार को सियालदह कोर्ट में पेश किया कोर्ट ने फिलहाल उसे 14 दिन की पुलिस कस्टडी में दे दिया है।
इस मार्मिक घटना के बाद रेजिडेंट डॉक्टर भारी गुस्से में है जिससे कोलकाता से लेकर दिल्ली तक विरोध शुरू हो गया और 12 जुलाई को हड़ताल शुरू हो गई जिसमें देश के 3 लाख डॉक्टर सड़क पर आ गए केवल इमरजेंसी सेवाएं चालू रही जिससे स्वास्थ्य सेवाएं चरमरा गई,घटना के चार दिन बाद भी रेजिडेंट डॉक्टरो का विरोध प्रदर्शन जारी है। आरजी कर हॉस्पिटल के डॉक्टरों का आरोप है कि मेडिकल कॉलेज की पूरी सुरक्षा एजेंसी में खामी है अस्पताल और परिसर में सीसीटीवी कैमरों की कमी है उन्होंने सख्या बड़ाने की मांग की है।
रेजिडेंट डॉक्टरों के संगठन फेडरेशन ऑफ़ ऑल इंडिया रेजिडेंट डॉक्टर एसोसियेशन (FRODA) की 5 सूत्रीय मांगों में
1. आरजी कर हॉस्पिटल के डॉक्टरों की मांगों को स्वीकार किया जाना चाहिए इसपर तेजी से कार्यवाही की जानी चाहिए।
2. घटना का विरोध कर रहे डॉक्टरों पर पुलिस बर्बरता या दुर्व्यवहार न करें, शांतिपूर्ण विरोध के अधिकार का सम्मान किया जाना चाहिए।
3. मृत डॉक्टर के परिवार को उचित मुआवजा देने के साथ इस मामले में उन्हें शीघ्र न्याय मिलना चाहिए।
4 .केंद्र सरकार को सभी अस्पतालों में डॉक्टर्स और स्वास्थ्य सेवा कर्मियो की सुरक्षा के लिए एक प्रोटोकॉल जारी करना चाहिए साथ ही उसे सख्ती से लागू कराना चाहिए।
5. सेंट्रल हेल्थ प्रोटेक्शन एक्ट को लागू करने में तेजी लाने के लिए मेडिकल एसोसिएशन और कम्यूनीटी वाली एक्सपर्ट कमेटी का गठन शीघ्र किया जाना चाहिए। अपनी मांगों को लेकर FRODA ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा से दिल्ली में मुलाकात की और अपनी मांगों को लेकर एक ज्ञापन भी सौंपा।
इधर पश्चिम बंगाल सरकार के खिलाफ सभी विपक्षी पार्टियों बीजेपी, माकपा कांग्रेस सहित अन्य ने उग्र प्रदर्शन बंगाल में किए और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर हमला करते हुए कानून व्यवस्था पर सवाल उठाए। साथ ही उन्होंने बंगाल पुलिस पर आरोप लगाते हुए सीबीआई जांच की मांग भी की है।
जबकि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पीड़ित परिवार के घर जाकर उनसे मुलाकात की और न्याय दिलाने के साथ हर संभव मदद का भरोसा दिया। इस मौके पर ममता बनर्जी ने कहा यह मेरे लिए व्यक्तिगत क्षति जैसी है रेजिडेंट डॉक्टरो का गुस्सा और मांग जायज है मैं इसका समर्थन करती हूं पुलिस ने इनकी मांग मान ली हैं उन्होंने कहा हमें सीबीआई जांच से कोई परेशानी नहीं है आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है मैंने इस मामले को फास्ट ट्रेक कोर्ट ने के जाने के निर्देश दिए हैं जरूरत पड़ी तो आरोपी को फांसी दी जायेगी। हालांकि फांसी का मैं समर्थन नही करती लेकिन आरोपी को कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए।