ग्वालियर / मध्यप्रदेश के ग्वालियर शहर में बेहद ही दर्दनाक हादसा हुआ है यहां के एक घर में देर रात भीषण आग लग गई जिसमें पिता सहित उसकी दो बेटियां जल कर मर गई। वहीं नगर निगम की फायर ब्रिगेड खबर करने के करीब दो घंटे बाद घटना स्थल पहुंची और घायलों को अस्पताल पहुंचाने जो एंबुलेंस आई उसमें ऑक्सीजन सिलेंडर ही नही था जिससे साफ होता है कि स्थानीय प्रशासनिक तंत्र इस तरह की घटनाओं को रोकने और मदद के लिए कितना तैयार और मुस्तेद रहता है।
ग्वालियर के बहोड़ापुर थाना क्षेत्र के कैलाश नगर में आज अर्धरात्रि 1 बजे एक तीन मंजिला मकान में भीषण आग लग गई, आग इतनी भयानक थी, कि मकान में मौजूद किसी को भी बचने का मौका नहीं मिला। आग की चपेट में आने से एक हंसता खेलता परिवार पूरी तरह स्वाहा हो गया। पिता के साथ उनकी दो बेटियां जिंदा जल गई। पड़ोसियों को आग की खबर जैसे ही लगी, वैसे ही उन्होंने अपने स्तर पर बचाव करने का प्रयास किया, साथ ही पुलिस और फायर ब्रिगेड को भी सूचना दी गई। उससे पहले कॉलोनी वासियों ने अपने स्तर पर आग बुझाने और अंदर फंसे लोगों को निकालने का प्रयास भी किया इस बीच वहां पहुंची फायर ब्रिगेड के दस्ते आधा दर्जन से ज्यादा गाड़ियों से पानी फैंका काफी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया है लेकिन इस हादसे परिवार के मुखिया ड्राय फूड व्यवसाई विजय गुप्ता उनकी डॉक्टरी की तैयारी कर रही 22 साल की बेटी अनुष्का और 17 साल की दूसरी बेटी याशिका बुरी तरह से झुलस गई जिससे तीनों की मौत हो गई।
इस भीषण अग्निकांड के पीछे शॉर्ट सर्किट या फिर घर में लगी गैस पाइप लाइन की गैस लीक होने की आशंका जताई जा रही है। बताया जाता है आग नीचे दुकान वाले भाग में लगी जो ऊपर तक फैल गई, फिलहाल आग के कारणों की जांच की जा रही है। जबकि एक पड़ोसी युवक का कहना है कि आग लगने के बाद सभी स्थानीय लोग इकट्ठा हो गए हमने किसी तरह अंदर भी दाखिल होने का प्रयास किया जिस कमरे में लड़किया थी वह पलंग के नीचे दब गई कुछ समय बाद उन्हें निकाला गया तो छोटी बेटी की सांस चल रही थी हमने उसे बचाने का प्रयास किया लेकिन अस्पताल पहुंचाने के लिए जो एंबुलेंस आई थी उसमें ऑक्सीजन सिलेंडर ही नही था जिससे घायल छोटी बेटी ने भी बीच में ही दम तोड़ दिया। जबकि प्रत्यक्ष दर्शियो का कहना यह भी था कि सूचना देने के करीब 2 घंटे बाद फायर ब्रिगेड मौके पर आई तब तक सब कुछ जलकर खाक हो गया था यदि सूचना के तुरंत बाद ही दमकल दस्ता आ जाता तो जान माल के साथ काफी कुछ हो सकता था।
मृतक के बड़े भाई सुरेश गुप्ता के मुताबिक उन्हें खबर मिली कि उनके भाई विजय गुप्ता बंटी के तीन मंजिला मकान में रात को पड़ोसियों ने आग की लपटे उठती देखी है। इसके बाद अपने स्तर पर बचाव कार्य किए गए इस दौरान विजय गुप्ता परिवार के अन्य सदस्यों के साथ पुलिस फायर ब्रिगेड को भी सूचना दी गई। आग इतनी भयानक थी कि 3 मंजिला घर पूरी तरह से जलकर खाक हो गया है। इस आग की चपेट में आने से घर के मुखिया विजय गुप्ता डॉक्टरी की तैयारी कर रही उनकी 22 साल की बड़ी बेटी अनिष्का दूसरी छोटी बेटी यशिका की मौत हो गई है,उन्होंने बताया कि विजय की पत्नी सुमन और बेटा वंश अपने मामा के यहां गेट हुए थे। गनीमत रही कि इस अग्निकांड के दौरान परिवार के दो सदस्य विजय की पत्नी सुमन और बेटा वंश घर में नही थे वरना वे भी हादसे का शिकार हो जाते।
घटना के बाद ग्वालियर एसपी धर्मवीर सिंह भी मौके पर आ गए थे उन्होंने बताया कि जिस मकान में आग लगी है वह तीन मंजिला है। जिसमें सबसे नीचे श्री हरि कृपा ड्राईफ्रूटस का कारोबार होता था और काफी सारा माल भी भरा रहता था। पहली और दूसरी मंजिल पर परिवार गहरी नींद सो रहा था। आग की खबर पर आसपास के लोग बड़ी संख्या में इकट्ठा हो गए लोगों ने अपने स्तर पर भी आग बुझाने की कोशिश की ऐसी आशंका जताई जा रही उन्होंने बताया पहले नीचे की मंजिल में ड्राई फ्रूट में आग लगी और फिर उसने दूसरी मंजिल को भी आग ने चपेट में ले लिया। जिससे पिता और दो बेटियों की मौत संभवत: दम घुटने से हुई है।
फिलहाल पिता और दोनों बेटियों के शव को पोस्टमार्टम हाउस भिजवा दिया गया है। लेकिन इस पूरी घटना के बाद पूरे कैलाश नगर में शोक की लहर है, क्योंकि मृतक विजय काफी धार्मिक प्रवृत्ति के मेलजोल वाले व्यक्ति थे। ऐसे में अचानक लगी इस आग में एक हंसता खेलता परिवार मौत के आगोश में चला गया।