- पुलिस संवेदनशीलता से काम लेती तो बच जाती तीन लोगो की जान,
- भिंड का तिहरा हत्याकांड
ग्वालियर- भिंड के चिलोंगा गांव में ठीक दीपावली के रोज घात लगाकर किए गए हमले में पिता पुत्र सहित तीन लोगो की मौत के बाद गांव में मातम पसर गया है। पुरानी रंजिश के चलते किए गए इस हमले में एक युवक किसी तरह बच निकला और उसने थाना पहुंचकर घटना की जानकारी दी। दरअसल इस रंजिश की शुरूआत बुधवार को ही हो गई थी, यदि पुलिस समय रहते आरोपियों पर कार्यवाही करती तो इस तरह दो घरों के चिराग नहीं बुझते। इस मामले में एसपी ने सुरपुरा के थाना प्रभारी वैध्यराज सिंह परिहार की बडी लापरवाही मानते हुए उसे निलंबित कर दिया है।
गौरतलब है कि गुरुवार को दीपावली के दिन सामान खरीदकर वापस गांव लौट रहे थे पिता-पुत्र और परिवार को दूसरे युवकों पर हमलावरों ने घेरकर ताबड़तोड़ गोलियां बरसा दीं थी। इससे पिता-पुत्र सुरेश-बृजेश की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि दूसरी बाइक पर सवार देवेश व भूपेंद्र को गोली लगी, तीसरा उपेंद्र खेतों में छिपता हुआ भागा। हमलावरों ने भागते हुए देवेश में एक और गोली मार दी, जिससे वह गिरा और थोड़ी देर तड़पने के बाद उसकी मौत हो गई। हमले में बचे उपेंद्र का कहना है कियदि पुलिस बुधवार को ही कार्रवाई करती, या गुरुवार सुबह भी कार्रवाई कर लेती तो शायद खून-खराबा रोका जा सकता था। इतना ही नहीं हत्याकांड के बाद भी पुलिस सही समय पर पहुंची तो गोली लगने से तड़प रहे देवेश की जान बच सकती थी। मामले में एडीशनल एसपी राजेन्द्र वर्मा का कहना है कि आरोपियों की तलाश जारी है। स्थानीय थाने ने कार्रवाई क्यों नहीं की, इसकी जांच की जा रही है, साथ ही जिम्मेदार थाना प्रभारी वैद्यराज परिहार को एसपी प्रशांत खरे ने सस्पेंड कर दिया गया है। हमले में बचे उपेन्द्र ने बताया कि वह लोग बुधवार की रात में भी हमलावर देवेन्द्र सिंह, छोटू सिंह और उनके साथियों की रिपोर्ट करने सुरपुरा थाने गए थे, लेकिन पुलिस ने उल्टा उन्हें ही धमकाया और हमलावरों को पक्ष लेते हुए रिपोर्ट लिख ली। गुरुवार की सुबह फिर से थाने गए, लेकिन थानेदार ने भगा दिया। इसके बाद दीपावली का सामान खरीदा, और घर लौटने लगे।
रास्ते में घात लगाकर बंदूकों से लैस हमलावर बिजौरा की पुलिया पर बैठे थे। उन्होंने घेरकर फायरिंग की, जिससे तीन लोगों की मौत हो गई। खास बात यह है कि घटना स्थल से एक कि.मी की परिधि में तीन पुलिस थाने थे लेकिन पुलिस सूचना के बाद भी काफी देरी से मौके पर पहुंची जब तक हमलावर भाग खडे हुए थे।