लखीमपुर/ उत्तर प्रदेश के लखीमपुर के थरेटिया गांव स्थित रामजानजी मंदिर के पुजारी को एक बाघ जिंदा उठा ले गया और मारकर खा गया, बताया जाता है जब पुजारी खाना खाने के बाद मंदिर परिसर में लगे हैंडपंप से पानी पीने आए तभी बाघ ने हमला किया था। इस घटना से स्थानीय ग्रामीणों में भारी आक्रोश है और उन्होंने वन विभाग के निष्क्रिय रवेएं के खिलाफ मुख्य मार्ग पर जाम लगा दिया बताया जाता है इस क्षेत्र में इस आदमखोर बाघ का लंबे समय से आतंक है और यह ग्रामीणों पर 18 बार हमले कर चुका है।
मंदिर के पास में रहने वाले वीरेंद्र सिंह ने बताया कि उन्होंने अपने नौकर से बीती रात पुजारी मोहनदास के लिए खाना भेजा था बाद में साढ़े आठ बजे जब उनका नौकर वापस मंदिर पहुंचा तो पुजारी जी नही मिले उसने मुझे फोन पर जानकारी दी तो मैं वहां गया तो पंडित जी की चप्पलें इधर उधर पड़ी थी संदेह होने पर जब हमने टॉर्च फैक्कर आसपास देखा तो पास के खेत में बाघ पुजारी को दबोचे बैठा था और उनके शरीर को नोच नोच कर खाता दिखा यह देखकर पहले हम अवाक रह गए हमारी सूचना पर अनेक ग्रामीण इकट्ठा हो गए हमारे शोर मचाने पर बाघ भाग गया जब ग्रामीणों ने पास जाकर देखा तो पुजारी का आधा शरीर बाघ खा चुका था और उनकी मौत हो चुकी थी।
इस घटना के विरोध में ग्रामीणों ने थरेटिया टिप्पणियां मार्ग पर चक्काजाम कर दिया बाद में वन विभाग और पुलिस थाना तिकोनिया कोतवाली के अधिकारी और पुलिस बल मौके पर पहुंचा वन महकमे के अधिकारियों ने आंदोलन कर रहे लोगों को काफी समझाइश दी लेकिन ग्रामीणों का कहना था पहले इस आदमखोर बाघ के खोफ और इस समस्या से निजात दिलाई जाए। बताया जाता है इस ग्रामीण इलाके से दुधवा टाइगर रिजर्व अभ्यारण लगा हुआ है स्थानीय वीरेंद्र सिंह के मुताबिक वहां के जंगल से निकलकर यह बाघ आएं दिन गांव में आकर लोगों पर हमले कर रहा है और इस आदमखोर हो चुके बाघ ने अभी तक 18 लोगों पर जानलेवा हमला किया है और वन विभाग से शिकायत के बावजूद इस बाघ को पकड़ने या ग्रामीणों को सुरक्षित करने के लिए कोई ठोस कदम फॉरेस्ट विभाग ने आज तक नही उठाया जिससे स्थानीय ग्रामीणों में वन विभाग के खिलाफ काफी गुस्सा हैं।