ग्वालियर- प्रोपर्टी का विवाद कितना खतरनाक हो सकता है । ये खुद कानून के रखवालों को भी पता नहीं होता। यदि ऐसा होता तो उस सब इंस्पेक्टर की जान बच जाती, जो अपने ही बेटे की गोलियों का शिकार बना गया। ये कहानी मध्य प्रदेश के ग्वालियर शहर की है, जहां एक बेटे ने अपने पिता की हत्या कर दी थी। आज पुलिस ने आरोपी बेटे को गिरफ्तार कर लिया है, लेकिन जो खुलासे बेटे ने किए वो वाकई चैकानें वाले है। पकडा गया अजय सिंह तोमर अपने पिता का हत्यारा है। जो महज अपने पिता से इसलिए नाराज था कि उसका छोटा भाई गाड़ी से घुमता है ओर जिंदगी के सारे ऐश पिता की कमाई से कर रहा है। जबकि वो किराए के मकान में रहा है।
ये बात हत्यारें बेटे को बार-बार चुबती थी। उसकी इसी चुभन ने आज उसे पिता का हत्यारा बना दिया। 23 मई 2017 को ग्वालियर शहर के दीनदयाल नगर में रहने वाले सब इस्पेक्टर हनुमान सिंह की बड़े बेटे अजय तोमर ने संपत्ति विवाद गोली से भुन दिया था। इतना ही नहीं छोटे भाई भानू और मां शकुंतला ने किसी तरह अपनी जान बचाई थी। जब से ही पुलिस इस कलयुगी बेटे अजय सिंह तोमर की सरगर्मी से तलाश कर रही थी। जैसे ही उसे आज अजय की सूचना ग्वालियर में होने की लगी तो पुलिस ने उसे दबोच लिया।पुलिस की गिरफ्त में आने के बाद जो खुलासे अजय ने किए वो चैकानें वाले है । एसपी के मुताबिक अजय का इस बात को लेकर अक्सर घर में विवाद होता रहता था कि उसके पिता छोटे भानू को चाहते है।
साथ ही पिता की कमाई ओर पैतृक जमीन से भानू मौज कर रहा है। लेकिन उसे कुछ भी नही मिल रहा है। जब छुट्टी में हनुमान सिंह अपने घर आया। तो बड़े बेटे अजय का विवाद होने लगा, जिसके बाद उसने देशी कट्टे से दनादन पिता को गोलियों से भुन दिया। हनुमान सिंह धार में पदस्थ थे और उनका प्रमोशन मंडला में टीआई के लिए हो चुका था। तोमर परिवार की एक कंपनी “सबकी प्रॉपर्टी प्राइवेट लिमिटेड” भी चलती है। जिसके संचालन को लेकर भी परिवार में आए दिन विवाद होता रहता था। फिलहाल पिता का हत्यारा बेटा अजय अब सलाखों के पीछे है, ओर अपने किए पर शर्मिंदा है।