- तितली ने ढाया कहर, आंधी तूफान से तीन राज्य ज्यादा प्रभावित,
- उड़ीसा में 4 लाख प्रभावित 10 हजार लोगों को तटीय क्षेत्र से हटाया
भुवनेश्वर-हैदराबाद/ तितली नाम का तूफान लोगों की जिंदगी में कहर बनकर आया है जिसने देश के तीन प्रांतो में भारी तबाही का मंजर पैदा कर लोगो को ख़ौफ़ज़दा कर दिया, इतना ही नहीं इसका आसपास के इलाकों में भी खासा असर देखा जा रहा हैं। स्थानीय प्रशासन ने एहितियातन हजारों लोगों को तटीय इलाकों से हटाकर सुरक्षित क्षेत्रों में विस्थापित कर दिया हैं।
तितली तूफान का सबसे ज्यादा प्रभाव उड़ीसा, पश्चिम बंगाल और आंध्र प्रदेश के तटीय इलाकों में देखा जा रहा हैं यहां तेज आंधी तूफान और बारिश से लोग बेहाल हैं हजारों पेड़ उखड़ गये तो सैकड़ों मकान ढह गये जिससे लोग बेघर हो गये, अकेले उड़ीसा के केजम केंदाबाड़ा सहित आधा दर्जन शहरों के 4 लाख लोग इस तितली तूफान से प्रभावित हुए हैं औऱ 10 हजार लोगों को सुरक्षित इलाकों में भेजा गया हैं।
बताया जाता हैं बंगाल की खाड़ी से उठा यह तूफान का बबंडर 12 अक्टूबर तक रहने की संभावना हैं।इसके कारण स्कूल कॉलेजों की छुट्टी करदी गई हैं और इसका असर रेल एवं हवाई यातायात पर भी पड़ा हैं कई ट्रेनें रद्द कर दी गई हैं।
खास बात हैं इस तूफान का नाम तितली क्यों पड़ा, इस बारे में मालूम पड़ा हैं कि इस तटीय तूफान के नाम के लिये 8 देशों ने सूची बनाई थी जिसमें शामिल पाकिस्तान की सूची में इस तूफान को तितली नाम दिया गया था उसी सूची में से ही इस तूफान को तितली नाम मिला।