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यह राजनीति है इसे राज ही रहने दो
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मंत्री बनने की ललक पाले बसपा विधायक रामबाई का बयान
दमोह – हॉर्स ट्रेडिंग के आरोपों के दौरान चर्चा में रही बसपा (निलंबित)विधायक रामबाई ने तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि राजनीति है इसे राज ही रहने दो पहले बीजेपी नेताओं और सरकार के मंत्रियों की बाइट लो फिर मुझसे आकर पूछना,उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री कमलनाथ मेरे पिता के समान है में उनका साथ हमेशा दूंगी वही उन्होंने कहा वे केवल बहन मायावती के आदेश का पालन करती है बीजेपी नेताओं की क्या मजाल कि वे उन्हें बरगला ले। उन्होंने यह भी कहा कि मंत्री कोंन नही बनना चाहेगा।
पथरिया की दबंग विधायक रामबाई आज मीडिया के सामने आई उन्होंने सभी मामलों का पटाक्षेप करते हुए इस पूरे घटनाक्रम पर किसी का भी दोष नहीं होने की बात कही. हालांकि वे बार बार यह भी कहती नजर आई कि इस पूरे मामले पर पहले बीजेपी और कांग्रेस के मंत्रियों से जाकर पूछें।
जहां रात को उन्होंने कहा था झूठ वह बोलना नही चाहती और सच बताना नही चाहती, वहीं गुरुवार को सुबह मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि पहले आप जीतू पटवारी और जयवर्धन सिंह से बात करे कि वह क्यों उन्हें लेने होटल गए थे. हाथापाई के मामले में रामबाई सिंह ने कहा कि दुनिया में कोई पैदा नहीं हुआ जो उन्हें हाथ लगा ले।
दिल्ली जाने के सवाल पर राम बाई का कहना था कि वे अपनी बेटी से मिलने और उसका इलाज कराने के लिए गई थी. भाजपा के नेताओं के साथ सांठगांठ पर उन्होंने कहा कि वे राजनेता है और भाजपा कांग्रेस के सभी नेताओं से मिलती रहती है. सीएम को मुझ पर भरोसा है दिग्विजय सिंह को भी उन पर भरोसा है.वह मुझे बेटी की तरह मानते हैं.|
आगामी दिनों में विधानसभा सत्र है. विपक्ष मजबूत है. ऐसे में आगामी कार्य योजनाओं पर यह घटना क्रम हो रहे हैं. राज्यसभा को लेकर किए गए सवाल पर उन्होंने कहा कि राज्यसभा में किसको वोट देना है इसका निर्णय बसपा सुप्रीमो मायावती करेंगी. क्योंकि बहन जी के निर्देश पर ही वे सब कुछ करती है|
भूपेंद्र सिंह के साथ दिल्ली जाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि क्या किसी के साथ जाना गुनाह है. जिस फ्लाइट से वे जा रही थी उसी फ्लाइट से वही जा रहे थे ऐसे में कुछ भी कयास लगाना ठीक नहीं है आगामी दिनों में विधानसभा सत्र है विपक्ष मजबूत है ऐसे में आगामी कार्य योजना पर यह घटना हुई|
बीजेपी हॉर्स ट्रेडिंग के आरोप पर बसपा राम बाई का कहना था कि बीजेपी का इस मामले से कोई लेना-देना नहीं है सभी आरोप निराधार हैं जबकि एक सबाल पर उनका कहना था कि मंत्री कौन नहीं बनना चाहता अगले मंत्रिमंडल विस्तार में उन्हें विश्वास है कि उन्हें भी मंत्री बनाया जाएगा कुल मिलाकर विधायक रामबाई इस राजनीतिक उठापटक के मामले में साफ तौर पर सच्चाई बताने से बचती रही।