close
उत्तर प्रदेश

गोरखपुर के बीआरडी हास्पिटल में 30 मासूम बच्चों की दर्दनाक मौत

Gwl Police investigate
  • गोरखपुर के बीआरडी हास्पिटल में 30 मासूम बच्चों की दर्दनाक मौत…
  • ऑक्सीजन सिलेन्डर नही होने से हुआ हादसा

गोरखपुर – गोरखपुर के शासकीय बाबा राघवदास मेडीकल काँलेज के अस्पताल में  पिछले 48 घन्टो मै 30 मासूम बच्चों की दर्दनाक मौत हो गई बताया जाता है आक्सीजन नही मिलने से ये मासूम बेमौत मारे गये, खास बात है दो दिन पहले ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस अस्पताल का भ्रमण किया था और यहा की व्यवस्थाएं देखी थी।

उत्तर प्रदेश के गोरखपुर के बीआरडी मेडीकल काँलेज एंड होस्पीटल में यह गंभीर हादसा हुआ है यहा के विभिन्न वार्डो मै भर्ती 30 मासूम बच्चो की मौत हो गई यह हादसा पिछले 48 घन्टो के दौरान हुआ, जिसमे सबसे ज्यादा बच्चो की मौत उस वार्ड मै हुई जिसमे इन्सेफ़्लाईटिस बीमारी से ग्रस्त बच्चे भर्ती थे गम्भीर बात यह है कि अस्पताल के टेक्नीकल विभाग के कर्मचारी ने अस्पताल प्रशासन के अधिकारियो को पहले ही आगाह कर दिया था कि आँक्सीजन सिलेन्डर खत्म हो रहे है और कम्पनी ने सप्लाई भी बन्द करदी है परन्तु प्रशासन ने इसे गम्भीरता से नही लिया और यह बड़ा हादसा हो गया जिसमे 30 बच्चो की आँक्सीजन नही मिलने से दर्दनाक मौत हो गई।

इस अस्पताल को पुष्पा सेल्स कम्पनी आँक्सीजन सिलेन्डर सप्लाई करती थी,बताया जाता है उसका करीब 66 लाख का पैमेन्ट बकाया था उसने पिछले दिनो प्रशासन को बाकायदा पत्र के माध्यम से पैमेन्ट नही होने की बजह बताते हुए सिलेन्डर सप्लाई रोकने की बात कही थी,उसके बावजूद भी अस्पताल प्रशासन नही चेता जो उसकी बड़ी लापरवाही कही जा सकती है।

जबकि उ. प्र. के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दो दिन पहले ही इस अस्पताल का निरीक्षण किया था और व्यवस्थाओ से रूबरू हुए थे इसके अलावा प्रदेश स्तर के विभागीय अधिकारी भी इस अस्पताल की खोज खबर लेने अक्सर यहा आते रहते है, फ़िर भी 30 मासूम बच्चो की दर्दनाक मौत हो गई इसका जिम्मेदार कोन है जबकि गोरखपुर के डी. एम. राजीव रोतेला का कहना है आक्सीजन सिलेन्डरो की बजह से बच्चो की मौत नही हुई बल्कि मृत्यु का कारण बीमारी है लेकिन एक साथ इतनी ज्यादा मौत होने का उनके पास भी कोई जबाब नही था, अब देखना होगा कि सी एम योगी इस मसले पर क्या कार्यवाही करते है क्यो कि अस्पताल प्रशासन ने उन्हें भी अंधेरे मै रखा।

Alkendra Sahay

The author Alkendra Sahay

A Senior Reporter

Leave a Response

error: Content is protected !!