भोपाल/ मध्यप्रदेश में अगले 7 दिन तक बारिश होती रहेंगी इस दौरान कही गरज के साथ भारी से भारी बारिश तो कही तेज बारिश और कही तेज के साथ हल्की बारिश होने का पूर्वानुमान है मौसम विभाग ने इसके लिए जिलेवार अलर्ट जारी किया है साथ ही अगले 24 घंटों में भोपाल और ग्वालियर संभाग में भारी बारिश का भी अलर्ट जारी किया हैं। मौसम विभाग के वैज्ञानिकों के अनुसार उड़ीसा में बन रहे डीप डिक्वेशन के चलते छत्तीसगढ़ और राजस्थान के रास्ते मध्यप्रदेश में मानसून तेजी से सक्रिय होगा।
मौसम विभाग ने 11 जिलों में रेड अलर्ट, 24 जिलों में ऑरेंज अलर्ट, और 20 जिलों में येलो अलर्ट जारी किया है।मौसम विभाग ने जिन जिलों में रेड अलर्ट जारी किया है उसमें बालाघाट छिंदवाड़ा दमोह जबलपुर कटनी मंडल नरसिंहपुर सागर सिवनी पांढुर्ना रायसेन शामिल है जिसमें भारी बारिश होने की संभावना है जबकि अनूपपुर छतरपुर,पन्ना,निवाड़ी सतना, शहडोल,टीकमगढ़ उमरिया मैहर,अशोक नगर,बैतूल भोपाल, गुना, हरदा,झाबुआ खंडवा, खरगोन,श्योपुर, शिवपुरी में मौसम विभाग ने ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है जबकि यहां गरज के साथ कही तेज बारिश होने का अनुमान व्यक्त किया गया है जबकि कई जिलों में यलो अलर्ट मौसम विभाग ने जारी किया है उसे मुताबिक रीवा,सीधी, सिंगरौली, बड़वानी, मऊगंज, राजगढ़, बुरहानपुर अलीराजपुर,इंदौर,रतलाम, उज्जैन,देवास,शाजापुर, आगरमालवा मंदसौर,नीमच, ग्वालियर,दतिया भिंड, मुरैना जिलों में गर्ज के साथ कही तेज और कही हल्की बारिश होगी।
जबकि अगले 3 से 4 घंटों में बैतूल, भिंड, भोपाल, देवास, जबलपुर, मंडला, नर्मदापुरम, निवाड़ी, सागर, सीहोर, टीकमगढ़, विदिशा में अलग-अलग स्थानों पर बिजली गिरने के साथ भारी बारिश होने की संभावना है।
मध्यप्रदेश मौसम विभाग के सीनियर वैज्ञानिक वेदप्रकाश सिंह ने बताया कि जैसा कि हमने पहले बताया था कि उड़ीसा के आसपास एक डीप डिक्वेशन सक्रिय हुआ है जो उड़ीसा पोस्ट को पार करता हुआ आज यह उत्तरी छत्तीसगढ़ और उससे लगे हुए आंतरिक उड़ीसा में डिप्रेशन के रूप में सक्रिय हुआ है उसके प्रभाव से मध्यप्रदेश में वेदर सिस्टम एक्टिव हुआ है जिसके प्रभाव के कारण मध्यप्रदेश के दक्षिणी हिस्सों में डीप कनवैक्सन के कारण भारी से भारी वर्षा (हैवी रैन) का दौर जारी है । इसके प्रभाव के चलते साथ ही राजस्थान की तरफ से गुना उमरिया होते हुए एक और डिप्रेशन लाइन गुजर रही है। वैज्ञानिक श्री सिंह ने बताया इसके अलावा बंगाल की खाड़ी से काफी मात्रा में नमी और अरब सागर से ठंडी हवाओं का रुख मध्यप्रदेश की ओर होने से इस वेदर सिस्टम को और बड़ा रहा है यही कारण है कि मध्यप्रदेश में करीब एक सप्ताह मानसून रहेगा और लगातार कही भारी से भारी और कही तेज और कही तेज और हल्की बारिश होगी।