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लोकसभा चुनाव का सातवां और अंतिम फेज 1 जून को, 8 राज्यों की 57 सीटों पर होगी वोटिंग, आज थम जायेगा प्रचार

Election On
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नई दिल्ली/ लोकसभा चुनाव के सातवें और अंतिम चरण का चुनाव 1 जून को होगा, जिसमें 7 राज्य और एक केंद्र शासित प्रदेश की 57 सीटों पर वोटिंग होगी, 4 जून को सुबह वोटों की गिनती का काम शुरु होगा और नतीजे घोषित किए जायेंगे। जिन लोकसभा क्षेत्रों में 1 जून को मतदान होना है वहां आज शाम 5 बजे तक चुनाव प्रचार थम जाएगा।

देश में लोकसभा की कुल 543 सीटें है जिसमें सेवक सीट गुजरात की सूरत सीट से बीजेपी प्रत्याशी को निर्विरोध निर्वाचित घोषित किया जा चुका है इस 4 जून को 542 सीटों पर गिनती का काम शुरू होगा और उसके साथ ही नतीजे घोषित किए जायेंगे। अभी तक 485 सीटों पर वोटिंग हो चुके है अब बकाया 57 सीटों पर सातवें और अंतिम चरण में 1 जून को मतदान संपन्न होगा।

जिन राज्यों में मतदान होगा इसमें उत्तर प्रदेश की बाकी 13 सीटों पर पंजाब की सभी 13 सीटों पर पश्चिम बंगाल की शेष 9 सीटों पर बिहार की 8 सीटों पर झारखंड की 3 सीटों पर हिमाचल प्रदेश की 4 सीटों पर ओडिशा की 6 सीटो पर और केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ की 1 लोकसभा सीट पर मतदान होगा,जो सुबह 7 बजे से होगा और शाम 6 बजे तक जारी रहेगा।

यदि इन 57 सीटों पर 2019 के चुनाव के हिसाब से नजर डाले तो बीजेपी पर 25 उसके घटक दलों पर 5 इस तरह एनडीए गठबंधन को कुल 30 लोकसभा सीटों पर जीत मिली थी, कांग्रेस को 8 और उसके घटक दल को 1 सीट अर्थात इंडिया गठबंधन को 9 लोकसभा सीटों पर जीत हासिल हुई थी इसके अलावा 18 सीटों परअन्य राजनीतिक दलों के उम्मीदवारों को जीत मिली थी जिसमें टीएमसी को 9 बीजेडी को 4, बीएसपी को 2 अकाली दल को 2 और 1 सीट अन्य को मिली थी।

जहां तक उत्तर प्रदेश की बात करें तो 1 जून को यहां की जिन 13 सीटों पर मतदान होना है 2019 के चुनाव में उनमें से वाराणसी गोरखपुर महाराजगंज बांसगांव कुशीनगर बलिया सलेमपुर देवरिया और चंदोली में भाजपा को जीत मिली जबकि उसके गठबंधन में शामिल अपना दल को मिर्जापुर और राबर्ट्सगंज में जीत मिली थी इस तरह 13 में से 11 सीटों पर एनडीए गठबंधन कैंडीडेट विजई रहे थे जबकि घोसी और शाजापुर में बीएसपी प्रत्याशी ने जीत हासिल की थी खास बात है कि समाजवादी पार्टी और कांग्रेस को इन 13 सीटों में से एक भी सीट पर जीत नही मिली थी। इस तरह सातवें चरण में भाजपा पर अपनी सीटें बचाने का ज्यादा दबाव रहेगा।

Alkendra Sahay

The author Alkendra Sahay

A Senior Reporter

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