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जनता कर्फ्यू के लिए खुद तैयार है जनता
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प्रशासन उतरा सड़कों पर
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लोगों को दी समझाइश
भोपाल-ग्वालियर/प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आह्वान पर रविवार को लगने वाले जनता कर्फ्यू को लेकर प्रशासन अलर्ट मोड पर है । वरिष्ठ अधिकारियों ने शनिवार को कार्यालयों में बैठक की फिर सड़क पर उतरकर लोगों को घर में रहने की समझाइश दी।
रविवार को पूरे देश में ऐसा कर्फ्यू लगने वाला है जो जनता के लिए जनता ही लगायेगी इसीलिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसका नाम जनता कर्फ्यू दिया है। शुक्रवार को जनता के नाम संदेश में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने आह्वान में लोगों को रविवार के दिन सुबह 7 बजे रात 9 बजे तक घर में रहने की सलाह दी है।
प्रधानमंत्री के आह्वान पर लोगों को सुरक्षित रखने के उद्देश्य से शनिवार को पुलिस और प्रशासन के आला अधिकारियों ने अपने कार्यालयों में बैठकर इसकी रणनीति बनाई और फिर सड़क पर उतरकर लोगों को रविवार के दिन घर में ही रहने की समझाइश दी।
जहां तक प्रशासन की बात है वह तो सक्रिय है ही बल्कि आम लोग उससे ज्यादा इस बात की लोगों को कह रहे है कि कोरोना से सुरक्षित रहने के लिये हमें 22 तारीख यानि इतवार को घर से बाहर कदम नही रखना जिससे साफ है की छोटा हो या बड़ा महिला हो या पुरुष सभी इसको लेकर काफी सचेत दिखाई दे रहे है।
जहां तक ग्वालियर की बात है यहाँ एसपी नवनीत भसीन, सी ई ओ जिला पंचायत शिवम वर्मा, एडीएम किशोर कन्याल सहित कई अधिकारी शहर के फूलबाग, जयेंद्रगंज, संजय कॉम्प्लेक्स, राजीव प्लाजा सहित कई बाजारों में घूमे और लोगों से कहा कि वे कल घर पर ही रहे, खुद सुरक्षित रहे और दूसरों को भी सुरक्षित रखें। जिसका भी काफी असर लोगों में देखा गया।
जनता कर्फ्यू के पीछे ये मकसद छिपा है– बताया जा रहा है कि करोना वायरस एक स्थान पर अधिकतम 7 से 9 घंटे जिंदा रहता है और जनता कर्फ्यू है 14 घंटे के लिए। इस प्रकार संक्रमित क्षेत्र 14 घंटे के लिए अनछुआ रहेगा जिससे इस वायरस के आगे फैलने की कड़ी टूट जाएगी और हमारा देश सुरक्षित देश बन जाएगा। यही उद्देश्य है जनता कर्फ्यू लगाने के पीछे।