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21 वी सदी के सबसे भीषण अम्फान तूफान ने मचाई तबाही
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पश्चिम बंगाल और ओड़ीसा के कई शहर हुए तहस नहस, 77 की मौत
दीघा कलकत्ता बालेश्वर-एक तरफ कोरोना कोविड -19 की वैश्विक महामारी से देश जूझ रहा हैं दूसरी तरफ इस चक्रवाती तूफान अम्फान ने हमला कर दो राज्यों को तहस नहस करने में कोईं कोई नही छोड़ी ।
पश्चिम बंगाल के दीघा समुद्र तट पर टकराने के बाद चक्रवाती तूफान अम्फान ने तबाही मचादी जिससे खासकर ओडीसा और पश्चिम बंगाल में जनजीवन ठप्प हों गया और इस सुपर सायक्लोन की प्राकृतिक आपदा में 77 से अधिक लोगों की मौत हो गई और सैकड़ों लोग बेघर हो गये। बताया जाता है 21 वी सदी का यह सबसे बड़ा और भयंकर तूफान था।
देश के पश्चिम बंगाल और ओड़ीसा में इस चक्रवाती तूफान का काफी प्रभाव देखा गया तेज बारिश के साथ तेज आंधी अंधड़ से पेड़ और मकान गिर गये सब तरफ पानी भर गया बिजली के पोल गिर गये बिजली गुल होने से अंधकार छा गया करीब 180 से 200 किलामीटर के वेग से हवाएं चली।
पश्चिम बंगाल के दीघा हुगली मिदनापुर कोलकत्ता सुंदरवन हावड़ा दक्षिणी और उत्तर 24 परगना और उड़ीसा राज्य के बालासोर मयूर भंज जाजपुर पारावीन केंद्रापाड़ा भद्रक जगतसिंहपुर में इस चक्रवाती तूफान ने खुलकर तबाही मचाई।
खास बात रही कि इस सुपर तूफान के आने की मौसम विभाग केंद्रीय प्रमुख एम महापात्रा ने पहले ही चेतावनी जता दी थी इसलिये इसके बचाव राहत की पूर्व तैयारिया राज्यों ने कर ली थी 41 एनडीआरएफ़ की टीमें कोस्टगार्ड की तैनाती के साथ समुद्र तटों पर राहत एवं बचाव कार्य के लिये जहाज नावों का खास इंतजाम किया गया था।
इस आपदा के दौरान 14 लाख लोगों को हटा कर सुरक्षित क्षेत्रों में भेजा गया इसके बावजूद इस तूफान की आगोश में आकर पश्चिम बंगाल के नार्थ 24 परगना में एक 55 वर्षीय महिला औऱ हावड़ा में 13 साल की एक बच्ची सहित 72 से अधिक लोगों की मौत हो गई।
जबकि 5 की मौत ओड़ीसा राज्य के शहरों में होने की खबर है इस तरह इस सुपर सायक्लोन में 77 लोगो की मौत हुई है इधर एनडीआरएफ़ के चीफ एस एन प्रधान का कहना हैं इस चक्रवाती तूफान के 24 घन्टे काफी अहम होते है तूफान के बाद बड़ी भीषण स्थितियां उत्पन्न हो जाती हैं जिनको खत्म करने के लिये एनडीआरएफ को काफी मशक्कत करना होगी जो बड़ा काम होगा।
एनडीआरएफ के मुताबिक यह इम्फान तूफान 21 वी सदी का सबसे बड़ा और भयंकर तूफान है उनके मुताबिक ओड़ीसा में स्थिति सामान्य होती जा रही है ।
इधर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी सारा समय इस आपदा से निपटने के लिये बनाये गये कंट्रोल रूम में रहकर नजर बनाये रही उनके मुताबिक इस सुपर सायक्लोन में प्रदेश में 72 लोगों की मौत हो गई हैं जबकि उड़ीसा में 5 लोगों के मरने की खबर हैं।
अधिकांश मौतें पेड़ और मकानों के गिरने से हुई हैं।जबकि कोस्टगार्ड और एनडीआरएफ़ की टीमें बचाव और राहत कार्य मे जुटी हुई है।