पटना/ बिहार में पहले फेज में 6 नवंबर को 121 सीटों होने वाले चुनाव के लिए नामांकन की तारीख आज शुक्रवार को खत्म हो गई। अंतिम दिन एनडीए और महागठबंधन के घटक दलों के नेताओं ने काफी संख्या में अपने नामांकन पर्चे दाखिल किए, लेकिन अभी तक महागठबंधन में सीट शेयरिंग का गणित सामने नहीं आया है। जबकि कुछ सीटों पर इसमें शामिल घटक दलों ने एक दूसरे के सामने ही ताल ठोक दी है। इधर गृह मंत्री अमित शाह बिहार के तीन दिवसीय चुनावी दौरे पर पटना पहुंच गए है उनके एक बयान ने NDA गठबंधन में भारी खलबली मचा दी है।
महागठबंधन में कांग्रेस ने गुरुवार की देर रात 48 सीटों पर जरूर अपने प्रत्याशियों के नामों का ऐलान कर दिया लेकिन आरजेडी बीआईपी और वामपंथी दलों ने अपने प्रत्याशियों की आधिकारिक घोषणा नहीं की। जबकि दावा यह हैं कि पहले फेज के लिए उनके प्रत्याशियों ने नामांकन कर दिया है। मुकेश सहनी की पार्टी बीआईपी को 15 सीटें मिली है लेकिन उन्होंने चुनाव नहीं लड़ने का फैसला लेकर चौका दिया है जिस गौरा बैराग सीट से खुद मुकेश सहनी चुनाव लड़ने वाले थे उस सीट से उन्होंने अपने भाई संतोष सहनी को उम्मीदवार घोषित कर दिया है। बताया जाता है कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने उनकी पार्टी को उनके मुताबिक सीटें न मिलने पर उन्हें एमएलसी बनाने का वादा किया लेकिन उन्होंने कहा उन्हें एमएलसी नहीं बनना वह डिप्टी सीएम बनेंगे।
इधर खबर यह भी है कि महागठबंधन में जिसको जो लग रहा है वह कर रहा है जिसके चलते कमोवेश 9 सीट ऐसी है जिनपर कांग्रेस, आरजेडी, बीआईपी और वामपंथी पार्टियों के उम्मीदवार ही एक दूसरे के सामने चुनाव मैदान में उतरे है। इसमें कांग्रेस के प्रत्याशियों की संख्या सबसे ज्यादा है कुल मिलाकर कांग्रेस ज्यादातर हर पार्टी के सामने ताल ठोकती नजर आ रही है। अब देखने वाली बात होगी कि पहले फेज के चुनाव की नाम वापसी की तारीख 20 अक्टूबर है तब तक इनके बीच कोई सहमति या सामंजस्य होता है और नाम वापस लिया जाता है या नहीं यह देखना महत्वपूर्ण होगा।
इधर शुक्रवार को गृहमंत्री अमित शाह पटना पहुंचे है वहां उतरते ही सीधे सबसे पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मिलने उनके निवास पर जा पहुंचे। दोनों नेताओं के बीच चुनाव को लेकर चर्चा हुई इस दौरान बीजेपी और जेडीयू दोनों ही पार्टियों के प्रमुख नेता भी मौजूद रहे।
पटना में अमित शाह ने कहा है कि नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार में NDA चुनाव लड़ रहा है और बीजेपी को ही नहीं बिहार की जनता को भी विश्वास है NDA भारी बहुमत से विजई होने जा रहा है और जहां तक मुख्यमंत्री का सवाल है मै यह तय करने वाला कौन हूँ चुनाव बाद इसका फैसला होगा NDA की जीत के बाद मुख्यमंत्री कौन होगा इसका फैसला विधायक दल करेगा।





