ग्वालियर- देश में पहली बार बीएसएफ की बंदूक से करतब दिखाने वाली महिला बोल्ड्स टीम तैयार होने जा रही है। कड़ी मेहनत और कठोर अनुशासन के दम पर तैयार होने वाली इस टीम के कारनामे इतने हैरतअंगेज होंगे जिन्हें देखकर आप दांतों तले अंगुली दबाने को मजबूर हो जाएंगे। हम बीएसएफ की हैरतअंगेज कारनामों वाली उस महिला बोल्ड्स टीम से रूबरू कराने जा रहा है।
जिनके हुनर का मुजाहिरा आने वाले दिनों में आप कुछ विशेष मौकों पर देखेंगे। ग्वालियर के टेकनपुर में स्थित बीएसएफ एकेडमी मुख्यालय इस टीम को तैयार किया जा रहा हैं। नाजुक कलाईंया और उन पर नाचती ये छह किलो की 3 नॉट 3 बंदूक, संतुलन का ये कमाल देखने में जितना आसान है, इसे हकीकत में तब्दील करना उतना ही मुश्किल। ढाई घंटे सुबह और डेढ़ घंटे शाम को रोजाना कड़ी प्रैक्टिस के दम पर इन महिला जवानों ने ये मुकाम हासिल किया है। प्रैक्टिस का ये दौर यूं ही तीन महीने तकचलेगा फिर तैयार होगी देश की पहली महिला बोल्ड्स टीम।
इस टीम को तैयार करने के लिए पहले देश भर की करीब 5 हजार महिला बीएसएफ जवानों में से 44 को सिलेक्ट किया गया। 44 महिला जवानों की टीम ग्वालियर के टेकनपुर स्थित बीएसएफ एकेडमी पहुंची और फिर शुरु हुआ कुछ हटकर कर दिखाने का काम। ये टीम बीएसएफ की बोल्ड्स यानि बॉर्डर लाइन ड्रिल स्क्वॉड का हिस्सा हैं। प्रशिक्षक पूरन सिंह का कहना है कि बीएसएफ की पुरुष बोल्ड्स टीम पहले से मौजूद है। लेकिन ऐसा पहली बार होगा जब देश में किसी भी फोर्स में बंदूक से करतब दिखाने वाली महिला बोल्ड्स टीम तैयार होगी। बीएसएफ की महिला बोल्ड्स टीम में देश के अलग अलग कोनों से आईं महिला जवान शामिल हैं।
ये टीम अभी 6 किलो की थ्री नॉट थ्री बंदूक से 11 तरीके के आकर्षक फॉर्मेशन करती है। शुरुआती दौर में इतनी भारी बंदूक से कलाईयों पर करतब दिखाना आसानी नहीं था। लेकिन निरंतर अभ्यास से टीम नए मुकाम की ओर आगे बढ़ रही है।