ग्वालियर- ग्वालियर जिला न्यायालय ने 29 जनवरी को आत्महत्या करने वाले शिवम भदौरिया की मौत के मामले में अज्ञात लोगो के खिलाफ हत्या आपराधिक षडयंत्र और आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज करने के निर्देश दिए है। परिवार के लोगो ने शिवम की मौत के लिए पुलिस को जिम्मेवार बताया था। उन्होंने जेएमएफसी कोर्ट में एक परिवाद दायर किया था जिसमें एसपी और थाटीपुर और पडाव थाना प्रभारियों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज करने की मांग की गई थी। बुधवार को इस मामले में सुनवाई हुई थी जेएमएफसी आदेश जैन ने पुलिस को निर्देशित किया है कि वो शिवम भदौरिया की मौत के मामले में अज्ञात लोगो के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू करे।
गौरतलब है कि शहर में हुई एक लूट में शिवम का नाम आया था। उसी के आधार पर गोला का मंदिर इलाके में रहने वाले शिवम भदौरिया को पडाव पुलिस ने हिरासत में लिया था। लेकिन पूछताछ के दौरान शिवम भागने में कामयाब हो गया था। उसकी लाश शकुंतला पुरी में रहने वाले उसके दोस्त महेंद्र सिंह चैहान के यहां पंखे से लटकी मिली थी। जब पड़ाव थाना पुलिस उससे पूछताछ कर रही थी। तभी वह पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया था। पुलिस रविवार की रात से उसकी तलाश कर रही थी। लेकिन सोमवार की दोपहर को उसकी लाश उसके दोस्त महेंद्र चैहान के प्लैट पर लटकी मिली। जिसके बाद पुलिस सख्तें में आ गयी थी ।
इस बीच पुलिस पर शिवम् के परिजन पुलिस पर उसकी हत्या ओर प्रताड़ना का आरोप लगा रहे थे। शिवम् की डेड बॉडी मिलने के बाद पुलिस भी महेन्द्र चैहान के शकुतंलापुरी के फ्लैट पहुंच गयी थी। जहां उसे शिवम् उसे पंखे से लटका मिला। साथ ही पुलिस को पड़ाव थाने की हथकड़ी भी मिली थी, जिसे लेकर शिवम् लेकर भागा था। वही पुलिस के मौके पर पहुंचने पर शिवम् के परिजनों ने हंगामा शुरू कर दिया। साथ ही पुलिसकर्मियों पर हत्या ओर प्रतड़ना का आरोप लगाना शुरू कर दिए थे।