close
मध्य प्रदेशसागर

यौन उत्पीड़न के आरोपियों ने राजीनामा नही करने पर भाई के बाद चाचा की भी हत्या की, चाचा का शव गांव ला रही पीड़ित लड़की की भी संदिग्ध मौत

Sagar case pic 1
Sagar case pic 1

सागर / मध्यप्रदेश के सागर जिले में काफी दर्दनाक घटना सामने आई है यौन उत्पीड़न के एक पुराने मामले में राजीनामा नही करने पर दो पक्षों में शनिवार रात जमकर विवाद हो गया। जिसमें पीड़ित लड़की का चाचा गंभीर रूप से घायल हो गया जिसकी इलाज के दौरान मौत हो गई, लेकिन जब पीड़ित लड़की एंबुलेंस से अपने चाचा का शव गांव ले जा रही थी, तभी बीच रास्ते में संदिग्ध रूप से उसकी भी एंबुलेंस से गिरकर मौत हो जाती है। जबकि एक साल पहले पीड़ित लड़की के भाई की भी आरोपियों ने पीट पीटकर हत्या कर दी थी। इस तरह इस परिवार के तीन लोगों की मौत से क्षेत्र में सनसनी फैली गई जबकि लोगों में भारी आक्रोश हैं। कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी आज पीड़ित परिवार से मिले, उन्होंने राहुल गांधी से भी फोन पर मृतका के भाई से बात कराई, कांग्रेस ने हरसंभव मदद के साथ इस मामले की सीबीआई से जांच की मांग की है।

सागर जिले के खुरई क्षेत्र में आने वाले गांव बरोदिया नोनागिर में एक साल पहले अंजना अहिरवार के साथ कुछ युवकों ने छेड़खानी के साथ यौन उत्पीडन की घटना को अंजाम दिया था उस समय आरोपियों ने उसे डरा धमका कर छोड़ दिया था लेकिन लड़की ने यह बात अपने घरवालों को बतादी और पुलिस में रिपोर्ट की गई इसी बीच पीड़ित लड़की के भाई नितिन उर्फ़ लालू अहिरवार को पकड़ कर आरोपियों और उनके साथियों ने धमकाया जब लालू नही माना तो आरोपियों ने उसकी लाठी डंडों से पीट पीटकर हत्या कर दी। इस बीच जब उसकी मां उसे बचाने आई तो आरोपियों ने उसको निर्वस्त्र करते हुए उसकी भी पिटाई लगा दी। इसके बाद पुलिस ने सख्ती से कार्यवाही करते हुए दो युवकों को गिरफ्तार लिया जो फिलहाल जेल में है।

लेकिन शनिवार को आरोपियों के परिजनों ने पीड़ित लड़की के चाचा राजेंद्र अहिरवार को किसी बहाने से बुलाया और उसपर समझोता करने का दवाब बनाया लेकिन राजेंद्र नही माना तो दोनों पक्षों में विवाद हो गया मारपीट हो गई जिसमें राजेंद्र पर लाठी डंडों के साथ कुल्हाड़ी से बार किया गया जिसमें वह गंभीर रुप से घायल हो गया दूसरे पक्ष का भी एक युवक पप्पू रजक भी घायल हो गया ,राजेंद्र की हालत गंभीर होने पर उसे जिला अस्पताल सागर लाया गया जहां से उसे भोपाल रेफर किया गया था,लेकिन वहां लेजाते समय उसकी मौत हो गई।

बताया जाता है घटना की गंभीरता को देखते हुए देर रात अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ने घटना स्थल का दौरा कर घायलों से चर्चा की। गांव में सुरक्षा की दृष्टि से पुलिस बल भी तैनात कर किया गया।

मृतक राजेंद्र अहिरवार के भतीजी एवं पीड़िता अंजना अहिरवार ने पीएम हाऊस पर बताया कि लगभग एक वर्ष पूर्व गांव में ही मृतक के भतीजे और मेरे भाई नितिन उर्फ लालू अहिरवार की पीट पीट कर बेरहमी से हत्या कर दी गई थी और मां को बीच बाजार निर्वस्त्र भी कर दिया गया था, उस मामले में सभी आरोपियों पर पुलिस ने सख्त कार्यवाही करते हुए आरोपियों को जेल भेज दिया था। इसी मामले में मृतक राजेंद्र अहिरवार मुख्य गवाह थे, और आरोपियों के परिजनों द्वारा लगातार मृतक राजेंद्र पर उनके पक्ष में गवाही देने का दबाव बनाया जा रहा था, मना करने पर शनिवार की रात राजेंद्र अहिरवार को राजीनामे के लिए बुलाया गया था लेकिन चाचा के नही मानने लालू खान और गोलू खान के पिता इशरहील खान के बीच विवाद बढ़ गया। इस हमले में ईशरहील खान के साथ उसके भाई बबलू, फहीम खान और पप्पू रजक भी उपस्थित थे। उन सभी ने मिलकर मेरे चाचा राजेंद्र अहिरवार पर लाठी डंडों के साथ धारदार हथियारों से हमला कर दिया गंभीर रुप से घायल राजेंद्र अहिरवार को पहले सागर मेडिकल कॉलेज लाया गया यहां से इलाज के लिए भोपाल रैफर किया गया जब उन्हें ले जाया जा रहा था तो उनकी मौत हो गई।

Sagar Case- Ambulance pic
Sagar Case- Ambulance pic

लेकिन पोस्टमार्टम हाउस के बाहर बयान देने वाली पीड़िता लड़की जब अपने चाचा के शव को एम्बुलेंस से अपने गांव ले जा रही थी तो बीच रास्ते में एंबुलेंस से गिरकर उसकी भी संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो जाती है उसके परिजनों का कहना है कि राजनेतिक संरक्षण प्राप्त आरोपियों के हाथ बड़े लंबे है और पुलिस और प्रशासन उनसे मिला हुआ है उन्होंने पहले मुख्य गवाह राजेंद्र अहिरवार को मार डाला और अब उन्होंने साजिश रचकर अंतिम गवाह और जिसके साथ यह भद्दी और निकृष्ट घटना हुई उसे भी खत्म कर दिया। उन्होंने सभी के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की मांग की है।

जबकि लड़की की मौत के बारे में पुलिस का कहना है वह एंबुलेंस को रोकने को कह रही थी लेकिन अधिकारियों ने सीधे खुरई होते हुए शव को गांव लेजाने का आदेश दिया था जब लड़की के कहने पर एंबुलेंस को नही रोका गया तो वह जबरन गेट खोलकर नीचे कूद गई और सिर के गहरी चोट आने से उसकी मौत हो गई। अब सच उसके पीएम के बाद ही सामने आयेगा।

इधर कांग्रेस इस घटना को लेकर बीजेपी पर हमलावर है और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह पीड़ित परिवार से मिलने पहुंचे और उन्होंने हरसंभव मदद के साथ इंसाफ दिलाने का उन्हें भरोसा भी दिया। इस दौरान मिडिया से चर्चा में दिग्विजय सिंह ने कहा कि यह एक उदाहरण है कि बुदेलखंड के साथ मध्यप्रदेश में अनुसूचित जाति जनजाति का शोषण किया जा रहा है और उनापर झूठे मुकदमे लगाकर जेल भेजा जा रहा है कांग्रेस पीड़ित परिवार के साथ है।

आज कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी भी बरोदिया गांव पहुंचे और दलित परिवार से मुलाकात की इस दौरान उन्होंने मृतका के भाई विष्णु अहिरवार से कांग्रेस नेता राहुल गांधी की फ़ोन पर भी बात कराई राहुल गांधी को उसने बताया कि मेरी बहन से बदसलूकी करने के बाद इन्होंने मेरे भाई की हत्या कर दी और चाचा की हत्या बाद इन्होंने बहन को भी मार दिया। जबकि पुलिस ने तीन लोगों अमित सिंह कोमल सिंह और विजय सिंह को बचा लिया उनके एफआईआर में नाम ही नही लिखे। राहुल गांधी ने ढांढस बंधाते हुए कहा कि हम आपके साथ है जो भी मदद होगी कांग्रेस करेगी आप जीतू को सब कुछ बता दो।

मिडिया से बात करते हुए जीतू पटवारी ने कहा हमने जंगलराज के बारे में सुना था लेकिन बुंदेलखंड के सागर की यह घटना बताती है कि मध्यप्रदेश में जंगलराज आ गया है जहां दलित पिछड़े और आदिवासी कोई भी सुरक्षित नहीं है एक लड़की की पहले छेड़खानी होती है भाई और चाचा की हत्या करदी जाती है अब पीड़ित दलित लड़की की भी एक तरह से हत्या हो जाती है एक पढ़ी लिखी लड़की जो लंबे समय से अपने ऊपर हुए अत्याचार के खिलाफ लड़ रही थी वह एम्बुलेंस से कूदकर कैसे जान दे सकती है? फिर शव को लेजाने के लिए आपने गांव जाने के लिए खुरई से होकर लंबा रास्ता क्यो चुना जो संदेह पैदा करता है हम मुख्यमंत्री से तो मांग कर ही रहे है और कांग्रेस पूरी तरह इस परिवार के साथ है और कोर्ट के माध्यम से इस पूरे मामले की सीबीआई से जांच की मांग भी करेगी और इसमें पीड़िता के वह वीडियो के बयान भी जांच में लिए जाएं जो पुलिस रिपोर्ट के बाद, भाई और चाचा की हत्या के बाद उसने दिए। पटवारी ने सीएम से पूछा क्या आज प्रदेश में दलितो का आवाज उठाना पाप है और उनका साथ देना क्या अभिशाप हो गया है। हत्या होती है बस हत्यारे जानते है या पुलिस, सारे गवाह मार दिए जाते है उन्होंने मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव और पीएम नरेंद्र मोदी से इस घटना पर तुरंत संज्ञान लेने और दोषियों के खिलाफ कठोर कार्यवाही करने की मांग की है।

Alkendra Sahay

The author Alkendra Sahay

A Senior Reporter

Leave a Response

error: Content is protected !!