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पुलवामा में आत्मघाती हमला 40 जवान शहीद,
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पाक को भारी कीमत चुकानी पड़ेगी – PM मोदी,
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विपक्ष सरकार और सेना के साथ
पुलवामा में हुए आतंकी हमले की कड़ी निंदा करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि इस हमले में जो हमारे जवान शहीद हुए है उसकी पाकिस्तान को भरी कीमत चुकानी होगी। सरकार ने यह भी घोषणा की है कि वह पाकिस्तान को दिए गए सबसे पसंदीदा राष्ट्र टैग को प्रभावी ढंग से वापस ले लेगी, दोनों देशों के बीच व्यापार को तत्काल बंद करने के लिए उचित कदम उठाएगी।
इस समय बड़ी आर्थिक बदहाली के दौर से गुजर रहे हमारे पड़ोसी देश को ये भी लगता है कि वो ऐसी तबाही मचाकर, भारत को बदहाल कर सकता है। उसके ये मंसूबे भी कभी पूरे नहीं होंगे।
130 करोड़ हिंदुस्तानी ऐसी हर साजिश, ऐसे हर हमले का मुंहतोड़ जवाब देंगे: PM
— PMO India (@PMOIndia) February 15, 2019
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इधर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गाँधी ने प्रेस कांफ्रेंस में कहा की देश में आए इस संकट के दौरान हम सरकार और जवानो के साथ खड़े है, साथ ही इस घड़ी में हम शहीदों के परिवार के साथ है।
I’m deeply disturbed by the cowardly attack on a #CRPF convoy in J&K in which many of our brave CRPF men have been martyred and a large number wounded, some critically. My condolences to the families of our martyrs. I pray for the speedy recovery of the injured.
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) February 14, 2019
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प्रधानमंत्री मोदी ने अपने मंत्रियों के साथ सुरक्षा बैठक कर एक कैबिनेट समिति की अध्यक्षता करते हुए कहा कि सुरक्षा बलों को जवाबी कार्रवाई करने की पूरी स्वतंत्रता दी गई है। उन्होंने कहा, “आतंकवाद के इस कृत्य और इसके लिए जिम्मेदार लोगों को निश्चित रूप से दंडित करेंगे।” केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली, जिन्होंने शुक्रवार को वित्त मंत्री के रूप में कार्यभार संभाला, कहा कि सरकार इस हमले में प्रत्यक्ष हाथ होने के लिए अंतर्राष्ट्रीय समुदाय से पाकिस्तान को पूरी तरह से अलग करने के लिए सभी संभव राजनयिक कदम उठाएगी।
Attack on CRPF personnel in Pulwama is despicable. I strongly condemn this dastardly attack. The sacrifices of our brave security personnel shall not go in vain. The entire nation stands shoulder to shoulder with the families of the brave martyrs. May the injured recover quickly.
— Narendra Modi (@narendramodi) February 14, 2019
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जैसा की गुरुवार को जम्मू से कश्मीर जा रहे CRPF के कानबाई पर ये आतंकवादी हमला हुआ था, जिसमे करीब 7० वाहनों पे 2500 जवान सवार थे, तभी जवानो से भरी CRPF की एक बस में एक वाहन ने टक्कर मारी, जिसमे भरे 200 kg विस्फोटक की वजह से बस के परखच्चे उड़ गए थे। इस आत्मघाती हमले में 40 जवान शहीद हो गए और करीब 2 दर्जन CRPF के जवान घायल हो गए थे, आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने इस हमले की जिम्मेदारी ली।
बताया जाता है की भारी बर्फ़बारी और बारिश की वजह से यातायात को रोका भी गया था, ख़ास बात है की जम्मू कश्मीर में सेना एक स्थान से दुसरे स्थान पर जाती है , उससे पूर्व सेना के विशेषज्ञ कड़ी जांच करते है और आसपास सुरक्षा का जायजा लेते है , लेकिन इस घटना से साफ़ होता है की कही न कही बड़ी चूक हुई। जबकि सुरक्षा एजेंसियो ने किसी बड़े आतंकी हमले की पूर्व सुचना सेना और प्रशासन को दी थी।
गृह मंत्री राजनाथ सिंह स्थिति का जायजा लेने के लिए घाटी का दौरा करने वाले हैं। भारतीय जनता पार्टी के सभी मंत्रियों ने भी शुक्रवार के लिए अपनी राजनीतिक रैलियों को रद्द कर दिया है।
विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा, “भारत सरकार पुलवामा में भारत के बहादुर सुरक्षा बलों पर कायरतापूर्ण आतंकवादी हमले की सबसे मजबूत संभव शब्दों में निंदा करती है।
“इस आतंकी समूह का नेतृत्व अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी मसूद अजहर कर रहा है, जिसे पाकिस्तानी सरकार द्वारा पाकिस्तान के नियंत्रण वाले क्षेत्रों में अपने आतंकी बुनियादी ढांचे के संचालन और विस्तार की पूरी आजादी दी गई है और भारत और अन्य जगहों पर हमले को अंजाम दिया जा रहा है,” – MEA
दुनिया भर के देशों ने भी पुलवामा में आतंकी हमले की निंदा की, जिसमें अमेरिका, रूस और फ्रांस जैसे वैश्विक नेताओं ने दावा किया कि वे आतंकवाद के खतरे का मुकाबला करने में भारत के साथ खड़े हैं।
जर्मनी ने जघन्य आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि वह अपने रणनीतिक साझेदार भारत के साथ खड़ा है। ऑस्ट्रेलिया, तुर्की, कनाडा ने आतंकी हमले की निंदा की। भारत के पड़ोसी बांग्लादेश, भूटान, श्रीलंका और मालदीव ने भी एकजुटता व्यक्त की और आतंकवाद के खतरे का मुकाबला करने की कसम खाई।
इस बीच, व्हाइट हाउस ने पाकिस्तान से सभी आतंकवादी समूहों को “समर्थन” और “सुरक्षित पनाहगाह” तुरंत समाप्त करने को कहा है और पुलवामा आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा की।
पाकिस्तान ने हालांकि आरोपों से इनकार किया है और कहा है कि उसने दुनिया में कहीं भी “हिंसा की हमेशा निंदा की है”। उन्होंने कहा, “हम भारतीय मीडिया और सरकार में ऐसे किसी भी आग्रह को अस्वीकार करते हैं, जो जांच के बिना पाकिस्तान को हमले से जोड़ना चाहता है।”