- तेलंगाना विधानसभा समय से पहले भंग, केसीआर का बड़ा सियासी दांव,
- चार राज्यों के साथ तेलंगाना में भी हो सकते हैं चुनाव
हैदराबाद/ मुख्यमंत्री के.चंद्रशेखर राव ने आज तेलंगाना विधानसभा भंग कर दी जबकि जून 2019 में तेलंगाना विधानसभा का कार्यकाल समाप्त होना था इस तरह करीब 7 महिने पहले ही विधानसभा भंग होने से अन्य चार राज्यों के चुनाव के साथ ही तेलंगाना में भी चुनाव हो सकते हैं। अचानक मुख्यमंत्री केसीआर के इस फैसले ने कांग्रेस सहित अन्य राजनीतिक पार्टियों के समीकरण बदल कर उन्हें तेज झटका दे दिया हैं। इसके साथ ही मुख्यमंत्री के.चंद्रशेखर राव ने अपनी पार्टी तेलंगाना राष्ट्रीय समिति के 105 उम्मीदवारो की सूची भी जारी कर दी हैं।
गुरुवार को केसीआर ने अपनी केबीनेट की बैठक ली थी और उसमें सर्व सम्मति से विधानसभा भंग करने का निर्णय लिया गया था, आज विधानसभा भंग करने के बाद मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव तेलंगाना के राज्यपाल ईएमएल नरसिम्हा से मिले और यह जानकारी उन्हें देते हुए अपना इस्तीफा सौपा, राज्यपाल ने उन्हें केयरटेकर मुख्यमंत्री बने रहने के निर्देश दिये।
पिछले दिनों टीआरएस ने एक बड़ी रैली की थी जो काफी सफल रही थी समझा जाता हैं केसीआर ने इस समय अपनी लोकप्रियता के मद्देनजर चुनाव जल्दी कराने का निर्णय लिया, जैसा कि देश के चार राज्यों में इसी साल चुनाव होने हैं केसीआर को लगता हैं यदि उन चुनावों में कांग्रेस को सफलता मिलती हैं तो उसका असर तेलंगाना में हो सकता हैं समझा जाता हैं इसके चलते ही उन्होंने तेलंगाना विधानसभा भंग कर इन चुनावों के साथ ही अपने यहां चुनाव हो ऐसी स्थिति पैदा कर दी, खास बात हैं हाल में केसीआर ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह से मुलाकात भी की थी।