मुंबई / भारत ने 52 साल बाद आखिर इतिहास रच ही डाला, भारत ने विमेंस क्रिकेट वर्ड कप 2025 के फाइनल में साउथ अफ्रीका को 52 रन से शिकस्त देकर 47 साल बाद खिताब पर कब्जा जमाया । 21 साल की शैफाली वर्मा ने 87 रन बनाने के साथ अहम मौके पर 2 विकेट लिए और प्लेयर ऑफ द फायनल बनी। जबकि दीप्ती शर्मा ने हॉफ सेंचुरी लगाने के साथ 5 विकेट लेने का कीर्तिमान रचा। भारत को महिला वनडे का विश्व चैंपियन बनाने में शैफाली और दीप्ति दोनों खिलाड़ियों का बड़ा योगदान रहा।
मुंबई के डीवाय पाटिल स्टेडियम में साउथ अफ्रीका की कप्तान लॉरा बुल्फोर्ट ने टॉस जीतकर गेंदबाजी करने का फैसला लिया भारत ने पहले खेलते हुए निर्धारित ओवर्स 50 ओवर्स में 7 विकेट पर 298 रन बनाए। ओपनर शैफाली वर्मा और स्मृति मंधाना के बीच पहले विकेट के लिए 104 रन की शतकीय साझेदारी हुई जो स्मृति के 45 रन पर आउट होने पर टूटी। वहीं शैफाली वर्मा ने सबसे अधिक 87 रन (78 बॉल) की पारी खेली उनके अलावा सेमीफाइनल में शतक लगाकर जिताने वाली जेमिमा रॉड्रिक्स ने 24 रन कप्तान हरमनप्रीत कोर ने 20 रन दीप्ति शर्मा ने 58 रन त्रिचा घोष ने तेज़ 34 रन (24 बॉल) और अमरजीत कोर ने 12 रन बनाएं राधा यादव (3 रन) नाबाद रही।
साउथ अफ्रीका की तेज गेंदबाज आयाबोगा खाका ने भारत के सबसे अधिक 3 खिलाड़ियों को आउट किया जबकि डी क्लर्क इयान और मलावा को एक एक विकेट मिला जबकि दीप्ति शर्मा खेल की अंतिम बॉल पर रन आउट हो गई।
साउथ अफ्रीका की शुरुआत धीमी लेकिन ठीकठाक रही उसने 51 के स्कोर पर अपना पहला विकेट खोया जब अमनजोत के सीधे थ्रो पर बिट्स 23 रन पर रन आउट हो गई उस के बाद श्रीचरणी ने ऐनीके बॉश को लेग बिफोर आउट कर दिया अफ्रीका 62 रन पर 2 विकेट खो चुका था लेकिन दूसरे छोर पर जमी कप्तान बल्फोर्ट को साथ देने लुइस लूस उतरी दोनों स्कोर 114 पर ले गई तभी भारतीय कप्तान ने अनियमित बॉलर शैफाली वर्मा को गेंद थमाई और उन्होंने लगातार दो ओवरों में अफ्रीका के दो विकेट चटका दिए शैफाली ने पहले लूस को ( 25 रन) कोट एंड बोल्ड किया उसे बाद काप को आउट किया ऋचा घोष ने विकेट के पीछे अच्छा केच लिया। उसके बाद दीप्ति शर्मा का कहर टूटा उन्होंने पहले ज़ाफ़ता को 16 रन राधा के हाथों कैच कराया उसे बाद एनरी डेकेसन (35 रन) को आउट किया इसके बाद सेंचुरी बना चुकी कप्तान बुल्फर्ट को 101 रन पर बाउंड्री के पास आउट किया अमनजोत ने उनका कैच लिया साउथ अफ्रीका के 220 रन पर 7 विकेट गिर चुके थे उसे जीत के लिए अभी भी 53 बॉल में 78 रन की जरूरत थी उसके बाद दीप्ति ने ट्रयान 9 रन पर और क्लर्क 18 रन पर हरमन के हाथों कैच करा दिया इस तरह अफ्रीका को 246 रन पर ऑल आउट हो गई। उससे पहले खाका भी दीप्ति के थ्रो पर रन आउट हो गई।
भारत की दीप्ति शर्मा सबसे सफल बॉलर रही उन्होंने 9.3 ओवर में 39 रन देकर 5 विकेट लिए जबकि शैफाली वर्मा को 2 विकेट श्रीचरणी को एक विकेट मिला दो अफ्रीकी खिलाड़ी रन आउट हुए।
भारत की ऑल राइडर और स्टार खिलाड़ी बनी दीप्ति शर्मा ने फायनल में डबल किया उन्होंने 15 से ज्यादा विकेट लिए बल्कि फायनल में अर्धशतक जड़ने के साथ 200 से अधिक रन इस वर्ड कप 2025 में बनाए खास बात है दीप्ति ने दक्षिण अफ्रीका की अनुभवी पेस बॉलर मैरिजन कैप की बॉल पर छक्का भी जड़ा।
प्रतिका रावत की जगह ओपनिंग करने वाली 21 साल 278 दिन की शैफाली वर्मा ने इतिहास रचा उन्होंने फायनल में सबसे अधिक 87 रन बनाने के साथ लगातार 2 विकेट भी लिए जो टर्निग प्वाइंट साबित हुआ। उन्होंने 2013 का जेफ डफिन का (23 साल 235 दिन) रिकॉर्ड तोड़ा। जबकि ऋचा घोष ने इस वर्ड कप के मेघा इवेंट में सबसे अधिक 12 छक्के लगाए। वही स्मृति मंधाना ने सबसे अधिक 434 रन बनाए और मिताली राज का 2017 में बनाए 409 रन का रिकॉर्ड अपने नाम किया। इस तरह भारत के हर खिलाड़ी ने अपना सौ फीसदी देने का काम बखूबी किया। शैफाली प्लेयर ऑफ द मैच और दीप्ति प्लेयर ऑफ द सीरीज के खिताब से नवाजी गई।
विमेंस वर्ड कप 2025 में हरमनप्रीत कौर की कप्तानी में भारत ने यह बड़ी जीत हासिल की और भारत महिला क्रिकेट का सिरमौर बना। जबकि इससे पहले 1983 में कपिल देव ने वर्ड कप जिताया 2007 में महेंद्र सिंह धोनी ने भारत को T 20 विश्व कप की जीत की सौगात दी और उसके बाद रोहित शर्मा की कप्तानी में भारत ने 2024 में फिर से टी 20 विश्व कप जीता था।
विमेंस वर्ड कप की शुरुआत 52 साल पहले 1973 में हुई थी लेकिन भारत डायना इदुल जी की कप्तानी में पहली बार 1978 में वर्ड कप में शामिल हुआ था।





