संगीत सम्राट तानसेन की याद में हर वर्ष ग्वालियर में आयोजित होने वाले अखिल भारतीय तानसेन संगीत समारोह का आज से आगाज हो गया.. सुरों के सरताज तानसेन की महफिल सज चुकी है…..
हर कोई बस तानसेन की समाधि पर आकर तानसेन समारोह के सुरों के रंग में रंगने के लिए बेताब है .. चाहे फिर हिंदू हो या मुस्लिम सब कोई अपने -अपने तरीके से उन्हे श्रद्धांजलि और स्वरांजलि देने की कोशिश में लग गए है ..
समारोह की शुरुआत सबसे पहले ढो़ली बुआ महाराज के गायन से हुई उसके बाद मुस्लिम समाज की ओर से उनके लिए मीलाद शरीफ का गायन किया गया … हरिकथा और मीलाद शरीफ के बाद तानसेन के आध्यात्मिक गुरु मोहम्मद गॉस और फिर तानसेन की समाधी पर चादरपोशी की गई। .. चादर पूरे रस्मोरिवाज के साथ गाजे बाजे के साथ पेश की गई….