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दिल्ली की तब्लीगी जमात ने पैदा किये कोरोना बम

  • दिल्ली की तब्लीगी जमात ने पैदा किये कोरोना बम

  • देश में 1445 संक्रमित मरकज से जुड़े

  • देश के 19 राज्य अति प्रभावित

नई दिल्ली– दिल्ली की निजामुद्दीन में हुई तब्लीगी जमात की बजह से देश मे कोरोना कोविड -19 वायरस ने विस्फोटक स्थिति पैदा कर दी है और सिर्फ तीन दिनों में देश मे कोरोना पॉजिटव केसों की संख्या तिगुनी हो गई केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की एक रिपोर्ट के मुताबिक देश में कोरोना पॉजीटीव मरीजों के बढ़ने का बड़ा कारण तब्लीगी जमात है जिसकी बजह देश के 4067 में से 1445 कोरोना पॉजीटिव मरीज जमात के है जो निजामुद्दीन मरकज के धार्मिक कार्यक्रम में शामिल हुए थे ।

उंसके बाद लगातार जमात में शामिल लोगों के टेस्ट पाजिटिव आ रहे है जबकि गंभीर पहलू यह भी है कि अभी अनेक जमाती सामने नही आये तो कुछ छुपे हुए है जबकि इन कोरोना संक्रमित जमातियों के संपर्क में कितने और लोग आये है फिलहाल इसकीं पुलिस और प्रशासन बड़ी मुस्तेदी से खोजबीन कर रहा हैं। जबकि कई राज्य सरकारों ने छुपे जमातियों को सामने आने की चेतावनी भी दी है।

दिल्ली के तब्लीगी जमात के कार्यक्रम से पहले देश में कोरोना वायरस के केसों पर काफी नियंत्रण था लेकिन तब्लीगी जमात के कोरोना बम जब देश के अलग अलग हिस्सों में पहुंचे तो स्थिति बिगड़ने लगी ।

1 अप्रेल को देश मे कोरोना पॉजीटिव की संख्या 1834 थी जो 2 अप्रेल को 2069 हो गई और 3 अप्रेल को 2547 और 4 अप्रेल को यह आंकड़ा बढ़कर 2902 पर जा पहुंचा और 6 अप्रेल को देश में कोरोना संक्रमितों की संख्या 4067 हो गई है।

इससे साफ है कि देश मे रोजाना करीब 500 केस बढ़ रहे है जैसा कि इस जमात में 15 देश और हिंदुस्तान के 19 राज्यों के लोग शामिल हुए थे। और 4 अप्रेल को नियमित स्वास्थ्य बुलेटिन में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने माना था कि देश में 1023 मामले तब्लीगी जमात से जुड़े लोगों के हैं।

उंसके बाद जो आंकड़े सामने आ रहे है वह बेहद चौकाने वाले है,उत्तर प्रदेश में कुल 305 कोरोना प्रभावितों में 159 मामले तब्लीगी जमात से जुड़े सामने आये है इसी तरह दिल्ली में 523 में से 330 संक्रमित जमात के है।

तामिलनाडु में 309 में से 264 जमाती शामिल है जबकि आंध्र प्रदेश में 39 महाराष्ट्र में 7 जबकि 5 अप्रेल तक हरियाणा में 3 पंजाब में 7 राजस्थान में 14 जम्मूकश्मीर में 7 कोरोना पॉजीटिव मरकज से जुड़े है ।

जबकि इनकी बजह से देश के विभिन्न शहरों में 25 हजार लोग क्वेंटाइन में है। अधिकांश सरकार और उसके स्थानीय प्रशासन ने अब सख्त रुख अपनाते हुए चेतावनी दी है कि जो भी जमाती या अन्य व्यक्ति सामने नही आयेगा और अपनी पहचान छुपायेगा तो उसके खिलाफ हत्या के प्रयास का केस दर्ज होगा।

अभी तक जो जानकारी सामने आई है उंसके मुताबिक ज्यादातर जमाती ट्रेन से अन्य प्रांतों के शहरों में पहुंचे।जिससे वहां इन्होंने कोरोना के वाहक के रूप में काम किया जिससे देश में कोरोना पॉजीटिव केस एकाएक बढ़ने लगे और स्थिति नियंत्रण में थी बेकाबू होती चली गई। इन कोरोना बम ट्रांसफर करने में रेलगाडियों ने भी अहम भूमिका निभाई ।

नई दिल्ली से राजधानी एक्सप्रेस से 17 मार्च को एक मलेशियाई महिला जो कोरोना पॉजीटिव थी बोकारो होती हुई 18 मार्च को रांची पहुंची थी जो झारखंड में पहला केस था इसके अलावा 60 अन्य तब्लीगी जमाती और इस ट्रेन से झारखंड में दाखिल हुए जिनका स्थानीय पुलिस पता लगा रही है।

इसके अलावा दिल्ली का निजामुद्दीन देश के अन्य राज्यों के लिये भी हाट स्पॉट साबित हुआ यहां से 13 मार्च को 110 जमाती तामिलनाडु एक्सप्रेस से चेन्नई पहुंचे तो जीटी एक्सप्रेस से विजयवाड़ा होते हुए कुछ जमाती 15 मार्च को चेन्नई पहुंचे थे जिसमें दो जमाती कोरोना पाजिटिव पाये गये है।

इसके अलावा 18 मार्च को भी आंध्र दूरंतो ट्रेन से आये दो जमाती पॉजीटीव मिले थे जबकि 13 मार्च को दिल्ली से चलने वाली एपी संपर्क क्रांति एक्सप्रेस 15 मार्च को त्रिपल्ली पहुंची थी जिसमें भी कई जमाती सबार थे मालूम होने पर उनकी स्थानीय पुलिस तलाश कर रही है।

जबकि मुम्बई के एशिया के सबसे बड़े स्लम एरिया धाराबी में 6 लाख से अधिक मूस्लिम आबादी है यहां भी ट्रेनों से कई जमातियों के आने की जानकारी मिली है 12 की पुलिस पर पुख्ता जानकारी है जो बाद में केरल चले गये थे इस बीच वह किस किस से मिले यह जांच का विषय है।

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