- येदियुरप्पा मुख्यमंत्री रहेंगे या कांग्रेस जेडीएस करेगी सीएम पद पर कब्जा,
- विधानसभा में कार्यवाही जारी, आज फ़ैसला
बैंगलोर/ सुप्रीम कोर्ट के फ़ैसले के बाद कर्नाटक में सियासी गणित एकदम से बदल गया हैं येदियुरप्पा को मुख्यमंत्री बने रहने के लिये अब सिर्फ़ 24 घंटे में अग्निपरीक्षा से गुज़रना होगा देखना दिलचश्प होगा कि यह जादुई आँकड़ा पाने के साथ बहुमत सिद्ध करने के लिये बीजेपी 7 विधायकों का अतिरिक्त संख्या बल का जुगाड़ कैसे करती हैं। जबकि राज्यपाल बजूभाई वाला के के. जी. बौपया को प्रोटेम स्पीकर बनाने के फ़ैसले पर कांग्रेस ने नाराजी जाहिर करते हुए उसे सुप्रीम कोर्ट में चुनौती देने की बात कही हैं।
जैसा कि कर्नाटक की 224 विधानसभा में से 222 सीटो पर चुनाव हुए थे जिसमे बीजेपी को 104 कांग्रेस को 78 जेडीएस को 38 सीटों पर जीत मिली और 2 सीटों पर निर्दलीय चुनाव जीते थे। राज्यपाल ने जिस विधायक के. जी. बौपया को प्रोटोम स्पीकर (अस्थायी विधानसभा अध्यक्ष) बनाया है वह बीजेपी से है जिन्हें सदन में वोट देने का अधिकार नही होगा हाँ यदि पक्ष विपक्ष के बीच वोट संख्या यदि बराबर रहती है तभी यह अपने मत का प्रयोग कर सकते है इसके अलावा जेडीएस के एच. डी. कुमारस्वामी दो सीटो से जीते है जबकि उन्हें एक वोट देने का ही अधिकार होगा इस तरह अब 220 सीटों में बहुमत का आँकड़ा 111 रह जाता है जिसे पाने की चुनौती बीजेपी और येदियुरप्पा पर होगी अब देखना होगा कि इस जादुई आँकड़े को येदियुरप्पा कैसे पाते है। इसके लिये बीजेपी को कांग्रेस और जेडीएस के विधायको में सैंध लगाना होगी तो निर्दलीय विधायकों को भी घेरना होगा और हो सकता हैं लिंगायत वर्ग से आने वाले येदियुरप्पा कांग्रेस के 17 लिंगायत और 5 जेडीएस के लिंगायत समाज से आने वाले विधायकों पर नजर बनायेंगे और उन्हें तोड़ने में कामयाब हौंगे,जबकि मुख्यमंत्री के दूसरे दावेदार कुमारस्वामी वोकालिंगा समाज से आते हैं। और खासकर कांग्रेस के लिंगायत विधायक कुमारस्वामी को सीएम बनाने के पक्ष में नही थे।यह पिछले दिनों देखा भी गया था।
इधर कांग्रेस ने बीजेपी विधायक बौपया को प्रोटेम स्पीकर बनाने के राज्यपाल के निर्णय को गलत बताते हुए नाराजगी प्रकट की है कांग्रेस के प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला के मुताबिक इस संवैधानिक पद पर सबसे सीनियर विधायक की नियुक्ति होती है और सदन में 8 – 8 बार विधायक बने सदस्य भी है लेकिन राज्यपाल ने तीसरी बार विधायक बने एक जूनियर को यह पद सौप दिया जिससे इस पद की गरिमा को ठेस लगी है कांग्रेस के सुरजेवाला ने मीडिया से कहा कि राज्यपाल के इस निर्णय को कांग्रेस सुप्रीम कोर्ट में चुनौती देगी। जैसा कि कर्नाटक में कांग्रेस के आर. बी. देशपांडे और बीजेपी के उमेश कट्टी इस बार आँठवीं दफ़ा एमएलए चुनकर आये है और कांग्रेस का सोच था कि उम्र दराज देशपांडे प्रोटेम स्पीकर बनाये जायेंगे पर बौपाया के स्पीकर बनने से उसके इरादों पर पानी फ़िर गया इसी के चलते वह राज्यपाल के विरोध में उतर आई हैं।
इधर कर्नाटक विधानसभा में कार्यवाही शुरू हो गई है निर्धारित समय तक 222 में से 220 विधायक विधानसभा में मौजूद थे एक बीजेपी और एक कांग्रेस का विधायक मौजूद नही रहा इस दौरान विधायको के शपथ ग्रहण करने की कार्यवाही चल रही थी और शाम 4 बजे विधायकों के फ़्लोर टेस्ट की कार्यवाही होगी।