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छत्तीसगढ़ के प्रतापपुर वन क्षेत्र में 3 हाथियों की संदिग्ध मौत
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जहर देकर मारने की आशंका
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जांच कमेटी गठित
रायपुर– हाल में केरल के पलक्कड़ में एक गर्भवती हथिनी को बारूद खिलाकर विस्फोट से दर्दनाक मौत देने का मामला अभी ठंडा भी नही हुआ था अब छत्तीसगढ़ में एक साथ तीन हाथियों की मौत हो गई ।
राज्य के सूरजपुर जिले के प्रतापपुर वन क्षेत्र में यह घटना हुई जहां तीन दिन में तीन हाथियों की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई बताया जाता है इस इलाके में कई सालों से जंगली हाथियों का मूमेंट है और साल के करीब 8 – 9 महीने हाथी इसी क्षेत्र में विचरण करते हैं।
लेकिन एक साथ तीन हाथियों की रहस्यमय मौत से वन विभाग में अफरा तफरी का माहौल हैं और वह इसके कारणों की खोजबीन में जुट गया हैं। जबकि वनमंत्री ने जांच कमेटी का गठन कर दिया हैं।
प्रतापपुर जिले का सूरजपुर और बलरामपुर का सीमावर्ती क्षेत्र इन हाथियों का विचरण क्षेत्र हैं यहां के प्रतापपुर वन क्षेत्र में लगातार तीन दिन में तीन हाथियों के शव वन विभाग को मिले हैं इन मरने वाले तीनों हाथियों के सेटेलाइट कॉलर आईडी नही लगी पाई गई हैं ना ही इनकी लोकेशन का पता चल रहा हैं।
जबकि चर्चा यह भी है कि इन हाथियों की मौत कीटनाशक मिला जहरीला पानी पीने से हुई हैं अनुमान है कि इनके टेरेटरी इलाके के जलस्त्रोत और तालाबों में किन्हीं असामाजिक तत्वों और शिकारियों ने जहरीला पदार्थ डाला हो सकता है जो इन हाथियों की मौत का कारण बना।
जब कि इस इलाके के आसपास गावों में रहने वाले ग्रामीण इन हाथियों के आतंक से परेशान भी हैं ऐसी खबरें भी मिल रही हैं।
गंभीर पहलू यह है कि पिछले 5 सालों में छत्तीसगढ़ में 15 हाथियों की अकाल मौत हुई हैं जिसमें कई हाथियों की करेंट लगने से तो कई अन्य कारणों से मारे गये। लेकिन प्रतापपुर वन क्षेत्र में 3 हाथियों की संदिग्ध मौत के बाद राज्य के वनमंत्री अकबर खान ने 5 सदस्यीय जांच कमेटी गठित की हैं जो एक निर्धारित समय में इन हाथियों की मौत की जांच कर संरकार को अपनी रिपोर्ट सौपेगी।