नई दिल्ली/ NEET मामले की सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने माना की पेपर लीक हुआ है और इस गड़बड़ के दौरान जिन स्टूडेंट्स को फायदा हुआ है उनकी जानकारी 10 जुलाई तक NTA से उसने मांगी है साथ ही सीबीआई से अभी तक की जांच रिपोर्ट प्रस्तुत करने को कहा हैं सोमवार को सुप्रीम कोर्ट में करीब 2 घंटे 20 मिनट तक इसकी सुनवाई हुई। अब अगली सुनवाई 11 जुलाई को होगी।
सुप्रीम कोर्ट में सोमवार को नीट मामले की सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ जस्टिस जेबी पदारीवाला और जस्टिस मनोज मिश्रा ने सुनवाई की। इस दौरान उन्होंने कहा कि गड़बड़ी फैलाने वालों की पहचान जरूरी है नही तो फिर से यह परीक्षा कराना होगी, सीजेआई ने कहा पेपर लीक और परीक्षा में समय का अंतर ज्यादा है जो यह दर्शाता है कि लीक बड़े पैमाने पर हुई यदि हम धांधली करने वालों और अन्य लोगों को अलग नहीं कर पाते तो जाहिर है परीक्षा दोबारा कराना जरूरी होगा। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि हम यह भी जानते है कि 23 लाख परीक्षार्थियों की परीक्षा कराना आसान नहीं होगा इसलिए हम सभी बिंदुओं पर स्पष्टता चाहते है। चीफ जस्टिस ने कहा हम जानना चाहते है पेपर लीक का फ्रॉड किसने किया और इसका कितने लोगों ने फायदा उठाया है नेशनल टेस्टिंग एजेंसी NTA और केंद्र इसकी निशानदेही करे साथ ही बताए कि उन्होंने इसके लिए क्या कार्यवाही की,सुप्रीम कोर्ट ने कहा हम जानना चाहते है जिन्होंने यह फ्रॉड किया उनकी पहचान वह कर पाए या प्रक्रिया अभी भी चल रही है।
NEET पेपर आउट मामले में कुल 38 पीआईएल सुप्रीम कोर्ट में लगाई गई है जिसमें परीक्षार्थियों टीचर और कोचिंग इंस्टीट्यूट के संचालकों की 34 याचिका और 4 याचिकाएं NTA ने दाखिल की है। एससी ने दोबारा परीक्षा कराने वाले याचिकाकर्ताओं से अधिकांश 10 पेज की कंसोलिटिड रिपोर्ट मांगी है जो उन्हें बुद्धवार शाम 5 बजे तक जमा करने को कहा हैं। अब इस मामले की अगली सुनवाई 11 जुलाई को होगी।
NEET पेपर आउट विवाद में यदि सुप्रीम कोर्ट की प्रमुख बड़ी बातों पर ध्यान दिया जाए तो कोर्ट ने साफ किया है कि पेपर लीक हुआ है,लेकिन दो चार स्टूडेंट्स की गड़बड़ियों की वजह से पूरी परीक्षा रद्द नही की जा सकती, वही यदि दोषियों की पहचान नहीं हुई तो दोबारा परीक्षा कराना होगी, क्या पता नही लगा सकते कि इससे पूरी नीट परीक्षा प्रभावित हुई अथवा नहीं, और सुप्रीम कोर्ट का मानना है यदि इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के माध्यम से पेपर लीक हुआ है तो यह आग की तरह से फैलता है।
सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार से NTA में सुधारों को लेकर बनी एक्सपर्ट कमेटी की जानकारी भी मांगी है साथ ही एससी ने CBI को NEET और UG पेपर लीक में जांच की अभी तक की अपडेट देने को कहा है।
महत्वपूर्ण है कि सुप्रीम कोर्ट ने NTA से पूरी डिस्क्लोजर रिपोर्ट मांगी है जिसमें नेचर ऑफ लीक,वे स्थान जहां पेपर लीक हुआ,इसके अलावा लीक की घटना और परीक्षा के बीच के समय का अंतराल कितना था इसकी भी जानकारी देने को कहा है। कोर्ट ने पूछा है कि NTA ने पेपर लीक के लाभार्थियों के सेंटर्स और शहरों की पहचान के लिए अभी तक क्या कदम उठाए, उसका प्रोसिस क्या था इसके अलावा अभी तक क्या कार्यवाही हुई और अभी तक लाभार्थी के रूप ने पहचाने गए छात्रों की कुल संख्या कितनी हैं। वह अगली सुनवाई में यह सब बताएं।