ग्वालियर- ग्वालियर के जीवाजी विश्वविद्यालय में लॉ इंस्टीट्यूट के छात्रों और प्रबंधन के बीच टकराव एक बार फिर बढ गया है। करीब डेढ महिने पहले हुए आंदोलन के बाद प्रशासन के दखल देने के उपरांत मामले को शांत करने की कोशिश की गई थी। लेकिन फिर एक बार छात्र आंदोलन की राह पर है। छात्रों ने मामले की जांच के लिए बनाई गई हाईपावर कमेटी पर ही सवाल खडे कर दिए है। उनका आरोप है कि कमेटी विश्वविद्यालय प्रबंधन के इशारे पर काम कर रही है।
चुकिं वे दलित छात्र है इसलिए प्रबंधन दूसरे पक्ष यानी प्रोफेसर्स का ही पक्ष ले रहा है। छात्रों का धरना चैथे दिन भी लगातार जारी रहा। लॉ एचओडी गणेश दुबे से हुए विवाद के बाद संस्थान के छह दलित छात्रों के खिलाफ प्रोफेसर्स के साथ मारपीट की एफआईआर दर्ज कराई गई थी लॉ स्टूडेंट ने भी गणेश दुबे और रेक्टर आर ए शर्मा के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई थी करीब 11 दिन तक चले इस विवाद में प्रशासन के हस्तक्षेप से समझौता हुआ था।पूरे विवाद को हाई पावर कमेटी को जांच के लिये सुपुर्द किया गया लेकिन अब छात्रों ने आरोप लगाया है कि कमेटी प्रोफेसर्स के प्रभाव में कार्य कर रही है।
उन्होने बुधवार से होने वाली परीक्षा में शामिल नहीं करने पर भी कड़ा एतराज जताया है। वहीं विश्वविद्यालय का कहना है कि जांच को कोर्ट में पेश किया जाएगा छात्रों ने अपने निलंबन के खिलाफ हाईकोर्ट में चुनौती दी थी लेकिन कोर्ट ने भी उन्हे फिलहाल कोई राहत नहीं दी है।