- एससी एसटी एक्ट में बदलाव के विरोध में कल सवर्णों का बंद का आव्हान,
- मध्यप्रदेश सहित 4 प्रांत प्रभावित रहने का अंदेशा, सुरक्षा के व्यापक प्रबंध
भोपाल/ सरकार के एससी एसटी में संशोधन के विरोध में सवर्णों के 35 से अधिक संगठनों ने कल 6 सितंबर को भारत बंद का आव्हान किया हैं इसको लेकर पिछले दिनों सवर्णों और ओबीसी वर्ग ने इस बदलाव के खिलाफ आंदोलन भी किये और इसे बापस लेने की सरकार से की, देश के चार प्रांतो मध्यप्रदेश,उत्तर प्रदेश, राजस्थान और बिहार में इस आंदोलन के व्यापक असर की उम्मीद जताई जा रही हैं, बंद को लेकर शासन प्रशासन ने सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध किए हैं लेकिन बीजेपी पर अब दोहरी जिम्मेदारी हैं तो चुनौती भी हैं कि वह इस विरोध को कैसे खत्म करती हैं वहीं गुरुवार को बंद के दौरान शांति बनाये रखने में कैसे कामयाब हो पाती है।
जहां तक मध्यप्रदेश का सबाल हैं इसके ग्वालियर चम्बल संभाग के भिंड मुरेना दतिया ग्वालियर अशोकनगर सहित 10 जिलों में धारा 144 लगा दी गई है साथ ही इंटरनेट सेवाएं भी कई जिलों में प्रभावित रहेंगीं ।इसके साथ ही ग्वालियर प्रशासन ने स्कूल कॉलेज बंद रखने का फैसला भी लिया हैं।इसके अलावा सुबह 10 से शाम 4 बजे तक पेट्रोल पंप भी बंद रहेंगे।जैसा कि विगत 2 अप्रेल को एस सी एस टी आंदोलन के दौरान ग्वालियर चम्बल संभाग में 6 लोगों की मौत हो गई थी जिससे प्रदेश की सरकार और प्रशासन काफी चिंतित हैं और ग्वालियर सहित अन्य जिलों में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये गये हैं जिसमें काफी संख्या में पुलिस औऱ अन्य सुरक्षा बल तैनात रहेगा और संवेदनशील इलाकों में पुलिस और प्रशासन ख़ास नजर रखेगा।
मंगलवार को ग्वालियर में सवर्णों की आयोजित आमसभा में विख्यात कथावाचक देवकीनंदन ठाकुर ने केंद्रीय सरकार सहित सभी राजनीतिक पार्टियों पर कुर्सी के लिये देश को बॉटने का आरोप लगाया उन्होंने कहा कि क्षत्रिय, ब्राह्मण वैश्य औऱ एससीएसटी एक दूसरे के पूरक हैं इनका एक दूसरे के साथ गहरा संबंध हैं और इस एक्ट के बहाने इन्हें लड़ाने का काम सभी पार्टियां कर रही हैं श्री ठाकुर ने कहा कि जब सुप्रीम कोर्ट ने अपना निर्णय दिया उसमें फिर बदलाव क्यों किया गया इसके लिये सभी राजनीतिक पार्टियों गुनाहगार हैं।
इधर ग्वालियर के कलेक्टर अशोक वर्मा और एस पी नवनीत भसीन ने सभी से बंद के दौरान शान्ति बनाये रखने की अपील की हैं।