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मुंबई में रेल्वे के एल्फ़िन्सटन पुल पर अफ़वाह के चलते भगदड़, 22 की मौत 39 जख्मी, शिवसेना ने रेलमंत्री का मांगा इस्तीफ़ा

Stampede in Mumbai Railway Station Bridge
  • मुंबई में रेल्वे के एल्फ़िन्सटन पुल पर अफ़वाह के चलते भगदड़
  • 22 की मौत 39 जख्मी
  • रेलमंत्री ने दिये जाँच के आदेश
  • शिवसेना ने रेलमंत्री का मांगा इस्तीफ़ा

मुंबई – मुंबई के एल्फ़िन्सटन रेल्वे स्टेशन के पास बने फ़ुट ओव्हर ब्रिज पर भगदड़ मचने से 22 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई और करीब 39 लोग घायल हो गये, भगदड़ का कारण अफ़वाह रहा, शिव सैना ने कहा कि इस हादसे के लिये रेलमंत्री को पूरी तरह दोषी है। ब्रिज को चौड़ा करने के लिय उन्हें पत्र लिखने के बावजूद फ़न्ड ना होने का बहाना बना दिया गया, बुलैट ट्रेन चलाने वाले पहले अपनी व्यवस्थाएं तो ठीक करले, आज मुंबई में बड़ा हादसा हो गया एल्फ़िन्सटन रेल्वे स्टेशन पर बने फ़ुट ओव्हर ब्रिज पर तेज बारिश के चलते मुसाफ़िरों का भारी जमावड़ा हो गया सिर्फ़ 6 फ़ुट चौड़े पुल पर हजारों की ठसाठस भीड़ के कारण लोगों का इधर से उधर निकलना दूभर था।

इसी बीच पुल के ऊपत लगी टीन की एक चाँदर का हिस्सा अचानक टूँटकर गिरा तभी भीड़ में से आवाज आई कि पुल टूँट रहा है तभी एकाएक लोग घबरा गये और धक्कामुक्की शुरू हो गई निकलने के लिये लोग एक दूसरे पर चढ़ने लगे, अफ़रातफ़ती मचने के दौरान कुछ लोग पुल से नीचे कूंद्ने लगे तो कुछ लोग भीड़ में कुचल गये और दबने और दम घुटने से 22 लोगों की मौत हो गई और 39 लोग बुरी तरह से घायल हो गये जिनमें कुछ की हालत चिंताजनक है उन्हें भी भीड़ के बीच से बमुश्किल वहा मौजूद लोगों ने ब्रिज पर नसेनी लगाकर निकाला मरने और घायल होने वालों में बुजुर्ग की संख्या ज्यादा है।

खास बात है शिवसैना सांसद अरविंद सावंत ने इस फ़ुट ओवर ब्रिज की खस्ता हालत और सकरे होने पर दुर्घटना की आशंका व्यक्त करते हुएं तत्कालीन रेल मंत्री सुरेश प्रभु को 20 फ़रवरी 2016 को चिट्ठी लिखी थी और उनसे इस ब्रिज की मरम्मत और चौडीकरण की मांग की थी परंतु प्रभु ने वैश्विक मंदी का हवाला देते हुएं फ़न्ड नही होने का जबाव भेजा था, सांवत यही नही रुके उन्होने संसद में भी इस मुद्दे को उठाया और एल्फ़िन्सटन रेल्वे पुल और मुंबई के अन्य ओवर ब्रिज की हालत को बताते हुएं कार्यवाही को कहा था परन्तु रेलमंत्री और रेल मंत्रालय तब भी नही जागा और सावंत की आशंका आज सही साबित हूई 22 लोग अकाल मृत्यु को प्राप्त हुए।

इधर शिवसैना इस घटना को लेकर हमलावर हो गई है पार्टी प्रवक्ता संजय राउत ने अपनी पार्टी के सांसद की चिन्ता का हवाला देते हुएं मोदी सरकार और रेलमन्त्री को कटघरे में खड़ा करते हुएं रेलमन्त्री पियूष गोयल का नैतिकता के आधार पर इस्तीफा माँगा है राउत ने कहा कि बुलेट ट्रेन लाने वाले पहले मुंबई की लोकल ट्रेन और देश में चलने वाली रेलगाडि़यो की हालत सुधार ले जिससे ट्रेन का सफ़र करने वाले आम लोगो को सहूलियत मिले और ट्रेन दुर्घटनाओ पर रोक लग सके, उन्होंने कहा कि रेल्वे प्रशासन और रेलमंत्री पूरी तरह इसके लिये दोषी है क्योंकि बताने के बावजूद उन्होंने कोई सग्यान नही लिया और यह हादसा हुआ।

खास बात है मुंबई के तीनो बेस्टर्न, सेन्ट्रल और हार्वर रूट पर करीब 70 लाख लोग रोजाना आते जाते है जिनका एकमात्र सहारा लोकल ट्रेन ही है जिसमे अलग जनरल मेनेजर नही है एक आँकड़े के मुताबिक हर साल 10 हजार लोग रेल दुर्घटनाओ का शिकार होकर अपनी जान गंवा देते है।

इस घटना पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ट्वीट कर दुख व्यक्त किया है वही रेलमंत्री पियूष गोयल ने घटना की उच्चस्तरीय जाँच के आदेश देने के साथ म्रतको के परिजनो को 5 -5 लाख का मुआवजा देने के आदेश दिये है इधर महाराष्ट्र सरकार ने भी म्रतको के परिवारो को 5 – 5 लाख की राशि देने की घोषणा की है।

Alkendra Sahay

The author Alkendra Sahay

A Senior Reporter

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