अमृतसर/ भारतीय स्पिन चौकड़ी के प्रमुख बॉलर बिशनसिंह बेदी का सोमवार को निधन हो गया है बेदी भारत के दिग्गज स्पिन बॉलर और कप्तान रहे। उन्होंने बताया था कि उंगलियों को फ्लेग्जीबल बनाने और उन्हे मजबूती देने के लिए वह कपड़े धोते थे।
बिशनसिंह बेदी का जन्म 25 सितंबर 1946 में अमृतसर में हुआ था उन्होंने इंटरनेशनल क्रिकेट केरियर का आगाज 1967 में 20 साल की उम्र में किया था और मंसूर अली खान पटौदी की कप्तानी में पहला टेस्ट मैच बेस्टइंडीज में बेस्टइंडीज के खिलाफ पोर्ट ऑफ स्पेन में खेला था और उसे जीता था। उन्होंने 20 टेस्ट मैच में भारत की कप्तानी की, बिशनसिंह बेदी के नेतृत्व में भारत ने न्यूजीलैंड से 2 – 0 से टेस्ट सीरीज जीती थी। एक साक्षात्कार में बिशन सिंह बेदी ने बताया था कि मेरी स्पिन बोलिंग में उगलियों की काफी अहमियत रही उन्हें फ्लेक्जीबल और मजबूत बनाने के लिए वह कपड़े धोते थे।
भारत में इस दौरान फास्ट बोलरो की कमी थी और पूरा दारोमदार स्पिन बोलर्स पर था और भारत की स्पिन चौकड़ी में बाएं हाथ के स्पिनर बिशनसिंह बेदी के साथ इरापल्ली प्रसन्ना चंद्रशेखर और वैंकटराघवन भारतीय क्रिकेट टीम का अहम हिस्सा थे। जहां तक भारतीय क्रिकेट में बिशनसिंह बेदी के योगदान का प्रश्न है बेदी 67 टेस्ट मैचों 656 रन देकर 266 विकेट लिए और उनका बेस्ट बोलिंग का रिकार्ड 98 रन देकर 7 विकेट का है जबकि उन्होंने केवल 10 वन डे मैच खेले जिसमें 7 विकेट हासिल किए उनका 44 रन पर उन्होंने 2 विकेट का बेस्ट परफोर्मेंस रहा। उन्होंने एक टेस्ट में आस्ट्रेलिया के बल्लेबाजों को खूब नचाया और 5 विकेट लिए। अपने फस्ट क्लास केरियर में बेदी ने 1560 विकेट लिए थे।
जहां तक बिशन बेदी के व्यक्तिगत जिंदगी का सबाल है उन्होंने आस्ट्रेलिया की नागरिक ग्लेनिथ से पहला विवाह किया था लेकिन बाद में उनका तलाक हो गया था उन्होंने अपने पहले बेटे का नाम सुनील गावस्कर के सरनेम के नाम पर गावस इंदर सिंह रखा था बेस्टइंडीज में खेली गई डेब्यू टेस्ट सीरीज में सुनील गावस्कर ने 774 रन बनाएं थे उनसे प्रभावित होकर उन्होंने अपने बेटे का नाम उनके सरनेम से जोड़ा था।
दिग्गज स्पिनर बिशनसिंह बेदी के निधन पर गृहमंत्री अमित शाह पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह अकाली दल के नेता सुखवीर सिंह बादल कांग्रेस नेता मनीष तिवारी आप सांसद राघव चड्ढा और क्रिकेटर कीर्ति आजाद ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की है और दिवंगत आत्मा को शान्ति प्रदान करने के साथ उनके परिवार को यह दुख सहने की शक्ति प्रदान करने की प्रार्थना की हैं।